100 दिवसीय रीडिंग कैंपेन – प्रदेश के सरकारी स्कूलों में हो रहा आयोजन – अप्रैल 2022 तक होगा संचालन

विद्यार्थियों में पढ़ाई, लेखन, कहानी कहना और पुस्तकालय के उपयोग की समझ की जाएगी विकसित
मध्यप्रदेश में MP School शिक्षा की व्यवस्था (education Management) में सुधार लाने के लिए नित नए नए प्रयास किए जा रहे। इसी बीच MP School जनवरी से अप्रैल तक मध्य प्रदेश में बच्चों के लिए एक कैंपियन स्थापित किया जाएगा। इसके व्यवस्था में जहां विद्यार्थी में पढ़ाई लेखन तथा पुस्तकालय के उपयोग की समझ विकसित होगी। वही 14 सप्ताह तक चलने वाले इस कार्यक्रम में बच्चों को कई गतिविधियां भी सिखाई जा रही हैं।

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MP School द्वारा कक्षा 1 से 8वीं तक के लिए विभिन्न गतिविधियां समाहित की गई है। आयु के अनुसार 14 सप्ताह तक चलने वाले रीडिंग कैंपेन (reading campaign) में बच्चों को गतिविधियां स्कूलों में ही उपलब्ध कराई जाएगी। इसमें को 3 वर्गों में विभाजित किया गया। जहां कक्षा 1 और 2 के लिए अन्य गतिविधियां है। वहीं 3 से 5 के लिए अलग गतिविधियां और कक्षा 6 से 8 के लिए आयु अनुसार विभिन्न गतिविधियां संचालित की जाएगी।
MP School द्वारा 100 दिवसीय रीडिंग कैंपेन कार्यक्रम का आयोजन किया जायेगा। जिसमें कहानी सुनाना, बच्चों को क्षेत्रीय भाषा में पढ़ने के अवसर उपलब्ध कराना, व्हाट्सएप के द्वारा फ्लिपबुक सप्ताहिक रूप से उपलब्ध कराना, बाल चौपाल का आयोजन करना आदि कार्यक्रम शामिल होंगे। मामले में स्कूल शिक्षा मंत्री इन्दर सिंह परमार ने कहा कि बच्चों सहित पूरे समाज में ही पढ़ने की आदत कम हो गई है। जब बड़े लोग पढ़ने पर ध्यान नहीं देते तो बच्चा भी उस ओर ध्यान नहीं देता है। उन्होंने कहा कि भारत सरकार ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अंतर्गत इसी बात को समझा और एक बड़ा अभियान, 100 दिवसीय रीडिंग कैंपेन कार्यक्रम शुरू किया है।
इन्दर सिंह परमार ने वैज्ञानिक जगदीश चंद्र बसु के बचपन के एक प्रसंग का उदाहरण देकर परंपरागत व्यवहार को विज्ञान के साथ रखकर बच्चों में सीखने और पढ़ने की जिज्ञासा पैदा करने के प्रयोग करने की बात कही। इन्दर सिंह परमार ने इस अभियान को चुनौती के रूप में स्वीकार करते हुए सरलता के साथ बच्चों में पठन अभिरूचि विकसित करने एवं राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के लक्ष्यों के अनुरूप शिक्षा में बदलाव लाने के लिए शिक्षकगण एवं अधिकारीगण को इसका क्रियान्वयन करने को कहा।