शिक्षामंत्री ने कहा कि वोकेशनल सब्जेक्ट को सीखने के लिए इसी तरह के इंटर्नशिप के अवसर 6-12 वीं के छात्रों को उपलब्ध कराए जा सकते हैं. ऑनलाइन मोड के माध्यम से व्यावसायिक पाठ्यक्रम भी उपलब्ध कराए जाएंगे.
शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने न्यू एजुकेशन पॉलिसी पर कहा कि 6 से 8 वीं कक्षा में पढ़ने वाले छात्रों को राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) 2020 के सुझावों के अनुसार ‘बैगलेस’ कक्षाएं मिलेंगी. यह अवधि हर साल 10 दिनों तक चलेगी, जिसमें छात्रों को लोकल वोकेशन एक्सपर्ट जैसे कि बढ़ई, माली, कुम्हारों, या कलाकारों द्वारा प्रशिक्षित किया जाएगा.
शिक्षामंत्री 1 अक्टूबर को #NEPTransformingIndia पहल के तहत न्यू एजुकेशन पॉलिसी पर एक सवाल का जवाब दे रहे थे. पहल के तहत, लोगों को नई नीति के बारे में कुछ भी पूछने और पोखरियाल द्वारा उत्तर देने का मौका दिया गया था.
एक यूजर ने #neptransformingindia के तहत पूछा कि सरकार कौशल विकास को कैसे कार्यान्वित करेगी क्योंकि हमारे पास इसके लिए आवश्यक बुनियादी ढांचा या वेल स्किल्ड शिक्षक नहीं हैं. क्या NEP2020 को निष्पादित करने के लिए शिक्षकों की गुणवत्ता और प्रशिक्षण में सुधार करने का कोई प्रावधान है.
इसके जवाब में मंत्री ने कहा कि सभी छात्र ग्रेड 6-8 के दौरान कभी-कभी 10-दिवसीय बैगलेस अवधि में भाग लेंगे, जहां वे स्थानीय vocational विशेषज्ञों जैसे कि बढ़ई, माली, कुम्हार, कलाकार, आदि के साथ इंटर्नशिप करेंगे. उन्होंने कहा कि वोकेशनल सब्जेक्ट को सीखने के लिए इसी तरह के इंटर्नशिप के अवसर 6-12 वीं के छात्रों को उपलब्ध कराए जा सकते हैं. ऑनलाइन मोड के माध्यम से व्यावसायिक पाठ्यक्रम भी उपलब्ध कराए जाएंगे.