सीबीएसई कंपार्टमेंट परीक्षा सेंट्रल CBSE बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन की सितंबर के आखिरी सप्ताह में होने वाली कंपार्टमेंट परीक्षा निरस्त करने के संबंध में छात्रों की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने सीबीएसई से जवाब मांगा है। पूछा है कि कंपार्टमेंट परीक्षा क्यों निरस्त नहीं की जा सकती।
सीबीएसई CBSE सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन कंपार्टमेंट परीक्षा अगली सुनवाई 10 सितंबर को होगी
इसके विकल्प पर सात सितंबर तक शपथपत्र दाखिल करें। अगली सुनवाई 10 सितंबर को होगी।कोरोना महामारी के दौरान परीक्षा देने से छात्रों को जान का जोखिम उठाना होगा। यह संविधान में दिए गए समानता और जीवन के अधिकार का उल्लंघन है।
अगर परीक्षाएं आगे बढ़ाई जाती हैं तो छात्रों का एक साल बर्बाद हो जाएगा। ऐसे में या तो परीक्षाएं रद कर दी जाएं या छात्रों को फिलहाल प्रोविजनली पास कर दिया जाए।
इस तर्क के आधार पर कानपुर के आरएस पुरम निवासी अधिवक्ता शक्ति पांडे ने सीबीएसई के जुलाई में आए परिणाम में फेल हुए लगभग दो लाख दस हजार छात्रों की ओर से सुप्रीम कोर्ट में जनहित याचिका दाखिल की थी। सीबीएसई की ओर से तर्क रखा गया कि सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम किए गए हैं। परीक्षाकेंद्रों की संख्या पांच सौ से बढ़ाकर 1200 कर दी गई है। परीक्षा का कार्यक्रम भी तैयार हो चुका है।