MP शिक्षक भर्ती Document Verification : ज्वाइनिंग की राह देख रहे उम्मीदवारों के लिए बुरी खबर, दस्तावेज़ सत्यापन की तिथि एक बार फिर बड़ी
भोपाल: मध्य प्रदेश में शिक्षक भर्ती परीक्षा पास करने वाले उम्मीदवारों के लिए एक बुरी खबर है. देश और मध्यप्रदेश में तेजी से बढ़ रहे कोरोना संक्रमण के बीच शिक्षक भर्ती के लिए जारी दस्तावेज सत्यापन कार्य एक बार फिर स्थगित कर दिया गया है. इस संबंध में लोक शिक्षण संचालनालय कि आयुक्त जयश्री कियावत ने आदेश भी जारी किया है.जारी आदेश के अनुसार शिक्षा विभाग में लगातार कर्मचारी/अधिकारियों के संक्रमित होने के बाद शिक्षक भर्ती दस्तावेज सत्यापन कार्य अब 20 मई 2021 तक स्थगित किया गया है.
कब कब स्थगित किया गया दस्तावेज सत्यापन कार्य
2019 में शिक्षक भर्ती परीक्षा का रिजल्ट घोषित होने के बाद अभ्यर्थियों के चेहरे पर खुशी की झलक छलकी ही थी। इसके बाद विभाग ने चयनित हुए शिक्षकों का दस्तावेज सत्यापन प्रक्रिया शुरू की गई। लेकिन यह दस्तावेज सत्यापन प्रक्रिया अभी तक तीन बार स्थगित कर दी गई है। इसका मुख्य कारण कोरोना संक्रमण रहा। चलिए देखते हैं कब कब स्थापित हुई शिक्षक भर्ती दस्तावेज सत्यापन प्रक्रिया
- पहली बार 4 जुलाई 2000 20 को दस्तावेज सत्यापन प्रक्रिया को कोरोना संक्रमण के कारण स्थगित किया गया।
- दूसरी बार 1 अप्रैल से सत्यापन प्रक्रिया शुरू हुई थी जिसे फिर से स्थगित किया गया
- तीसरी बार दस्तावेज़ सत्यापन की प्रक्रिया 5 मई तक स्थगित की गई थी जो अब 20 मई तक स्थगित कर दी गई है।
मध्य प्रदेश में तीसरी बार स्थगित हुआ दस्तावेज सत्यापन कार्य
मध्यप्रदेश में शिक्षक भर्ती परीक्षा पास करने के बाद जोइनिंग की राह देख रहे शिक्षकों के लिए कोरोना काल काफी भारी पड़ रहा है। लगातार तीसरी बार दस्तावेज सत्यापन की प्रक्रिया को बीच में स्थगित किया गया है। उच्च माध्यमिक शिक्षक एवं माध्यमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा की चयन सूची/प्रतीक्षा सूची जारी कर दी गई थी, लेकिन कोरोना संक्रमण को देखते हुए 4 जुलाई 2020 में सत्यापन कार्यक्रम को स्थगित कर दिया गया था. इसके बीद करीब डेढ़ साल से अपनी भर्ती का इंतजार देख रहे उम्मीदवारों के दस्तावेजों का सत्यापन बीते 1 अप्रैल से दौबारा शुरु किया गया था. जिसे एक बार फिर रोक दिया गया । इसके बाद दस्तावेज सत्यापन की इस प्रक्रिया को 5 मई 2021 तक स्थगित किया गया था। लेकिन कोरोना की दूसरी लहर अत्यधिक भयानक होने की स्थिति एवं विभाग के अधिकारियों कर्मचारियों में कोरोना संक्रमण फैलने के कारण इसे अब 20 मई तक स्थगित किया गया है।
2019 में आया था रिजल्ट
बता दे कि मध्य प्रदेश शिक्षक भर्ती परीक्षा का नोटिफिकेशन 2018 में जारी हुई था. परीक्षा समय पर नहीं हुई, तो उम्मीदवारों ने धरना प्रदर्शन किए. इसके बाद करीब 6 महीने बाद फरवरी-मार्च 2019 में प्रोफेशनल एग्जामिनेशन बोर्ड (पीईबी) ने पात्रता परीक्षा कराई. परीक्षा होने के बाद माध्यमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा का रिजल्ट 26 अक्टूबर 2019 को आया था, जबकि उच्च माध्यमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा का रिजल्ट 28 अगस्त 2019 को आया था।
रिजल्ट आने के बाद से नियुक्ति का इंतजार
रिजल्ट आने के बाद से ही परीक्षा पास करने वाले उम्मीदवार ज्वाइनिंग का इंतजार कर रहे हैं. ज्वाइनिंग में देरी होने पर इन उम्मीदवारों ने कई बार प्रदर्शन भी किया था. जैसे-तैसे दो साल के लंबे इंतजार के बाद दस्तावेजों के सत्यापन की प्रक्रिया शुरू हुई, इसी बीच कोरोना ने रफ्तार पकड़ ली और डॉक्यूमेंट सत्यापन प्रक्रिया को तीन बार फिर स्थगित किया गया है.
2 डिग्री एक ही वर्ष में पास करने वाले अमान्य
यूजीसी से एक साथ एक ही सत्र में 2 डिग्री अर्जित करने को मान्य करने की अनुशंसा की गई है, लेकिन भारत सरकार द्वारा अनुमोदन नहीं होने से यूजीसी द्वारा जारी अधिसूचना के अनुसार एक ही क्षेत्र में 2 डिग्री प्राप्त करने वाले अभ्यर्थियों के दस्तावेज सत्यापन में प्रस्तुत प्रमाण पत्र मान्य नहीं होंगे।