खुशखबरी कोरोना वैक्सीन : phase 3 ट्रायल में पहुंची भारत द्वारा निर्मित कोरोना वैक्सीन नीति आयोग ने कहा एक नई तरह की बीमारी आ रही है सामने

Corona Vaccine: नीति आयोग के वीके पॉल ने आज कोरोना वैक्सीन को लेकर बड़ी खुशखबरी दी है। उन्होंने कहा है कि भारत में निर्मित कोरोना वैक्सीन में से एक आज या कल तक फेज-3 ट्रायल पर पहुंच जाएगी। वहीं बाकी दो क्रमश: फेज 1 और 2 में हैं।
इसके अलावा उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस की एक नए तरह की बीमारी भी हमारे सामने आ रही है। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग लगातार निगरानी कर रही है।
पीएम ने दी थी जानकारी
डॉ वीके पॉल ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वतंत्रता दिवस के मौके पर देशवासियों को कोरोना वैक्सीन को लेकर भरोसा दिलाया था। उन्होंने कहा था कि भारत में तीन कोरोना वैक्सीन बनाई गई है, जो अलग-अलग चरणों में हैं।
उनमें से एक आज या कल तक फेज-3 ट्रायल में पहुंच जाएगी, जबकि बाकी दोनों फेज-1 और फेज-2 में है।

बीमारी का एक नया आयाम है सामने
एक नए तरह की बीमारी हमारे सामने आ रही है। वैज्ञानिक और चिकित्सा समुदाय लगातार निगरानी कर रहे हैं। लेकिन इसका असर आगे भी पड़ सकता है, जिसके लिए हमें अभी से ही सचेत रहना होगा। हालांकि भविष्य के परिणाम अभी खतरनाक नहीं दिखाई दे रहे हैं।
जैसा कि हम समझ रहे हैं, इसके लिए भी हम अपने पास उपलब्ध उपचार के तौर-तरीकों का ही उपयोग करेंगे। इससे रोज कुछ न कुछ सीखने को मिल रहा है और मेडिकल समाज भी इसके लिए अपनी प्रतिक्रिया दे रहा है। हम जैसे-जैसे इसके बारे में समझेंगे, आप सब को और बेहतर तरीके से बता पाएंगे।
बता दें कि कोरोना वायरस से ठीक होने के बाद भी लोगों में कुछ लक्षण देखने को मिल रहे हैं। इससे स्वास्थ्य विभाग में चिंता का माहौल है। हालांकि इसके अभी कोई खतरनाक परिणाम नहीं दिखे हैं, लेकिन हमें सचेत रहने की आवश्यकता है।

भारत में 24 घंटे में सबसे ज्यादा टेस्ट
स्वास्थ्य मंत्रालय के सचिव राजेश भूषण ने कहा कि 24 घंटे में भारत में सबसे ज्यादा टेस्ट का रिकॉर्ड दर्ज किया गया है। उन्होंने कहा कि पिछले 24 घंटे में भारत में 8,99,000 से भी ज्यादा टेस्ट किए गए।
इसके अलावा भारत में कोरोना से ठीक होने वालों की संख्या भी काफी बढ़ी है। उन्होंने कहा कि भारत में अब तक 19.70 लाख लोग कोरोना से ठीक हो गए हैं। यह संख्या एक्टिव केस की तुलना से 2.93 प्रतिशत अधिक है। इसके अलावा देश में कोरोना से मरने वालों की संख्या का दर भी घटकर 2 प्रतिशत से कम हो गया है।