Notice: Undefined index: HTTP_ACCEPT_LANGUAGE in /home/educationportal.org.in/public_html/index.php on line 4

Notice: Undefined index: HTTP_ACCEPT_LANGUAGE in /home/educationportal.org.in/public_html/index.php on line 4

Notice: Undefined index: HTTP_ACCEPT_LANGUAGE in /home/educationportal.org.in/public_html/wp-blog-header.php on line 4

Notice: Undefined index: HTTP_ACCEPT_LANGUAGE in /home/educationportal.org.in/public_html/wp-blog-header.php on line 4
पैसों की तंगी में छूटा था ‘अक्षर ज्ञान: हॉन्गकॉन्ग में रहने वाले दंपती आए आगे, अब गरीब बच्चों की 12वीं तक की पढ़ाई का खर्च उठाएंगे Digital Education Portal
educationEducational NewsNational

पैसों की तंगी में छूटा था ‘अक्षर ज्ञान: हॉन्गकॉन्ग में रहने वाले दंपती आए आगे, अब गरीब बच्चों की 12वीं तक की पढ़ाई का खर्च उठाएंगे Digital Education Portal

[ad_1]

अपने बच्चों के साथ सोनिया चौधरी और नीलरंजन। - dainik bhaskar

अपने बच्चों के साथ सोनिया चौधरी और नीलरंजन।

आर्थिक तंगी के कारण जो बच्चे स्कूल नहीं जा पाते हैं, ऐसे बच्चों का भविष्य संवारने का जिम्मा भोपाल की अक्षर ज्ञान विद्यापीठ ने संभाला है। यहां पर 8 साल से 14 साल तक के 25 बच्चे पढ़ाई करते हैं। हाल ही में यहां पढ़ने वाले दो बच्चों की पढ़ाई के प्रति रूचि को देखते हुए हाॅन्गकॉन्ग के एक दंपती ने इनकी 12वीं तक की पढ़ाई का जिम्मा उठाया है। हॉन्गकॉन्ग की न्यू टेरिटरीज में रहने वाले इस दंपति का नाम है सोनिया चौधरी और नीलरंजन चौधरी।

सोनिया का कहना है कि उनका भोपाल से पुराना नाता है। वे चार इमली में रहती थीं और उनके पिता एटी मुखर्जी पीडब्ल्यूडी में असिस्टेंट इंजीनियर थे। शादी के बाद वे पति नीलरंजन के साथ हॉन्ग्कॉन्ग शिफ्ट हो गईं। सोनिया के मुताबिक बाल कल्याण समिति के पूर्व सदस्य राजीव जैन ने बताया कि ये दाेनों बच्चे पन्नी बीनने का काम कर रहे हैं। इनमें से एक ने छठीं तो दूसरे ने सातवीं कक्षा तक पढ़ाई की है। जिसके बाद सोनिया और नीलरंजन ने दोनों बच्चों की 12वीं तक की पढ़ाई का खर्च उठाने और उनका अच्छे स्कूल में दाखिला कराने की जिम्मेदारी ली है।

अभी 25 बच्चे पढ़ रहे हैं अक्षर ज्ञान विद्यापीठ में

राजीव जैन के मुताबिक पूर्व शिक्षा मंत्री पारस जैन ने राज्य प्रशिक्षण केंद्र भारत स्काउट गाइड परिसर में अक्षर ज्ञान विद्यापीठ के लिए जगह दी थी। अक्षर ज्ञान विद्यापीठ का उद्देश्य ऐसे बच्चों को शिक्षा से जोड़ना है जो आर्थिक तंगी के कारण से पढ़ाई पूरी नहीं कर पाते हैं।

इन्होंने भी लिया जिम्मा- 93 साल के बुजुर्ग भी उठा रहे 25 बच्चों का जिम्मा

Join whatsapp for latest update

अक्षर ज्ञान विद्यापीठ में पढ़ने वाले 25 बच्चों के लिए 93 साल के बुजुर्ग केएल जैन भी आगे आए हैं। इंद्रपुरी निवासी केएल जैन इन सभी बच्चों की पढ़ाई में लगने वाली सभी पाठ्य सामग्री और माध्यांतर में बच्चों के लिए खाने-पीने की भी व्यवस्था कर रहे हैं। जैन कृषि विभाग में संयुक्त संचालक के पद से रिटायर हुए हैं और अपनी पेंशन का आधा हिस्सा इन बच्चों के भविष्य संवारने पर खर्च कर रहे हैं।

खबरें और भी हैं…

हमारे द्वारा प्रकाशित समस्त प्रकार के रोजगार एवं अन्य खबरें संबंधित विभाग की वेबसाइट से प्राप्त की जाती है। कृपया किसी प्रकार के रोजगार या खबर की सत्यता की जांच के लिए संबंधित विभाग की वेबसाइट विजिट करें | अपना मोबाइल नंबर या अन्य कोई व्यक्तिगत जानकारी किसी को भी शेयर न करे ! किसी भी रोजगार के लिए व्यक्तिगत जानकारी नहीं मांगी जाती हैं ! डिजिटल एजुकेशन पोर्टल किसी भी खबर या रोजगार के लिए जवाबदेह नहीं होगा .

Join telegram

Team Digital Education Portal

शैक्षणिक समाचारों एवं सरकारी नौकरी की ताजा अपडेट प्राप्त करने के लिए फॉलो करें

Follow Us on Telegram
@digitaleducationportal
@govtnaukary

Follow Us on Facebook
@digitaleducationportal @10th12thPassGovenmentJobIndia

Follow Us on Whatsapp
@DigiEduPortal
@govtjobalert

Show More

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button

Please Close Ad Blocker

हमारी साइट पर विज्ञापन दिखाने की अनुमति दें लगता है कि आप विज्ञापन रोकने वाला सॉफ़्टवेयर इस्तेमाल कर रहे हैं. कृपया इसे बंद करें|