कोविड-19 वैक्सीन के संदर्भ में अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न लक्षित समूहः हेल्थकेयर प्रोवाइडर फ्रंटलाइन वर्कर्स
कोविड-19 वैक्सीन के संदर्भ में अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न लक्षित समूहः हेल्थकेयर प्रोवाइडर फ्रंटलाइन वर्कर्स
मुझे कोविड-19 वैक्सीन के लिए क्यों चुना जा रहा है?
भारत सरकार नै सबसे अधिक जोखिम/उच्च जोखिम वाले
समूहों को प्राथमिकता दी है, जिन्हें वैक्सीन पहले लगाई जयेगी. हेल्थकेयर प्रदाताओं ने कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में आग्रणी भूमिका निभाई है. सरकार चाहती है कि वो वायरस से जुड़े जोखिम के डर के बिना अपना काम कर सकें. इसलिए, हेल्थकेयर और फ्रंटलाइन वर्कर्स को देश में टीकाकरण के लिए चुने जाने वाले लोगों के पहले समूह में शामिल किया गया है.
पहले चरण में किन समूहों का टीकाकरण किया जाना है?
वैक्सीन की उपलब्धता के आधार पर भारत सरकार ने प्राथमिकता वाले समूहों का चयन किया है, जिन्हें अधिक जोखिम होने की वजह से वैक्सीन पहले लगायी जायेगी.
पहले समूह में हेल्थकेयर वर्कर्स को शामिल किया गया क्योंकि उन्हें संक्रमण का अधिक खतरा है और उन्हें सुरक्षित रखकर हो आवश्यक स्वास्थ्य सेवाओं को जारी रखा जा सकता है. फ्रंटलाइन वर्कर्स के टीकाकरण से कोविड-19 की वजह से होने वाली मौतों को कम करके इसके सामाजिक एवं आर्थिक प्रभाव को कम करने में मदद मिलेगी.
दूसरे समूह में 50 वर्ष से अधिक आयु के व्यक्ति और 50 वर्ष से कम आयु के गंभीर रोगों से ग्रस्त व्यक्ति शामिल होंगे, जिन्हें कोविट-19 वैक्सीन लगायी जायेगी, क्योंकि इस समूह में मृत्यु दर अधिक है.
टीकाकरण में 50 वर्ष से अधिक आयु वर्ग को शामिल करने की वजह है कि इससे गंभीर या सामान्य रोगों से ग्रस्त 78 प्रतिशत जनसंख्या को कवर किया जा सकेगा और इस तरह कोविड-19 के कारण मृत्यु दर कम होगी.
50 वर्ष से अधिक आयु समूह को दो-उप समूहों में विभाजित किया गया है, पहले उप-समूह में 60 वर्ष और उससे अधिक की आयु के व्यक्ति शामिल है, उन्हें वैक्सीन पहले लगायी जायेगी.
दूसरे उप-समूह में 50 से 60 वर्ष के आयु वर्ग के बीच के व्यक्ति शामिल हैं, उन्हें पहले उप-समूह के बाद टीका | लगाया जायेगा.
टीकाकरण क्रमबद्ध तरीके से नहीं हो सकता. टीकाकरण वैक्सीन को उपलब्धता के आधार पर सभी लाभार्थियों के लिए एक साथ किया जा सकता है,
क्या मेरे परिवार के सदस्यों को भी वैक्सीन दी जायेगी?
शुरुआती चरण में सीमित वैक्सीन की आपूर्ति के कारण, वैक्सीन पहले उन लोगों को दी जायेगी जिन्हें कोविड-19 होने का जोखिम अधिक है. बाद के चरणों में कोविड-19 वैक्सीन अन्य लोगों को उनकी जरूरत के अनुसार उपलब्ध करायी जायेगी.
क्या यह वैक्सीन सुरक्षित है?
हा। वैक्सीन का विभिन्न चरणों पर परीक्षण करके इसकी सुरक्षा एवं प्रभावकारिता सुनिश्चित की गई और उसके बाद ही वैक्सीन को लॉन्च किया गया है.
क्या कोविड-19 वैक्सीन लगवाने के बाद मास्क पहनना, हैंड सैनिटाइजेशन, सामाजिक दूरी बनाये रखने जैसे निवारक उपायों का पालन करने की आवश्यकता है?
कोविड-19 वैक्सीन लगवाने के बाद भी, हमें फेस कवर व मास्क, हैंड सैनिटाइजेशन और सामाजिक दूरी (6 फीट या दो गज) बनाये रखने जैसी सभी सावधानियां बरतनी चाहिए,टीकाकरण केंद्र और सामान्य रूप से भी इसका पालन करना चाहिए।
क्या इस वैक्सीन का कोई सामान्य साइड इफेक्ट है?
कोविड-19 वैक्सीन सुरक्षित एवं प्रभावी होगी, लेकिन हल्का बुखार, इंजेक्शन की जगह पर दर्द आदि जैसे मामूली साइड इफैक्ट हो सकते हैं, किसी भी वैक्सीन में ये साइड इफेक्ट्स होना सामान्य बात है.