Digital Awareness

जाने क्या होता हैं साइबर या डिजिटल फ्रॉड

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साथियों आज हम एक ऐसे विषय पर बात करने जा रहे हैं जो कि एक आम व्यक्ति के लिए बहुत ही अहमियत रखता है, जिसका नाम है साइबर क्राइम या डिजिटल फ्रॉड या साइबर फ्रॉड। जी हां आपने इस बारे में पहले भी जरूर सुना होगा साइबर क्राइम या डिजिटल प्लॉट के बारे में आए दिन आप अखबारों या न्यूज़ चैनलों पर खबर देखते रहे होंगे हम बात कर रहे हैं उसी साइबर क्राइम के बारे में।

क्या होता है साइबर क्राइम या डिजिटल फ्रॉड – digital awareness cyber fraud paytm phonepe google pay

आखिर क्या होता है साइबर क्राइम या डिजिटल फ्रॉड । आपने अक्सर न्यूज़पेपर अथवा समाचार या न्यूज़ चैनल में देखा होगा कि आज फला व्यक्ति को किसी का फोन आया और उसके अकाउंट से रुपए निकल गए जबकि उस व्यक्ति द्वारा किसी प्रकार की राशि का आहरण नहीं किया गया। यहां तक कि ऐसी घटनाएं हमारे चिर परिचित या आप स्वयं के साथ भी हो चुकी होगी और आपने इस घटना के बारे में आज तक किसी से जिक्र नहीं किया है और ना ही इसके लिए कोई विशेष कदम उठाए।

साइबर क्राइम या साइबर फ्रॉड का अर्थ है कि इंटरनेट एवं नवीन तकनीकी माध्यम से बिना आपसे संपर्क में आए कोई भी व्यक्ति जब आपके खाते से राशि निकाल लेता है अथवा आपको लुभावने अवसर देकर ठग लेता है तो इसे ही साइबर क्राइम डिजिटल फ्रॉड या ऑनलाइन ठगी कहते हैं।

कैसे होती है ऑनलाइन ठगी cyber crime cyber fraud

साथियों डिजिटल इंडिया की तरफ बढ़ते हुए कदम में आज के समय में साइबर क्राइम या डिजिटल फ्रॉड पैर पसारता जा रहा है । नई-नई तकनीकों के माध्यम से चोरियां करना इतना आसान हो गया है कि एक आम नागरिक समझ ही नहीं पाता और उसके खाते से अचानक एक मोटी रकम निकाल ली जाती है।

वैसे तो ऑनलाइन ठगी या साइबर क्राइम के अनगिनत तरीके हैं लेकिन यहां पर हम आपको कुछ ऐसे महत्वपूर्ण साइबर क्राइम की तकनीकों के बारे में जानकारी देंगे जिससे कि सबसे ज्यादा ठगी की जाती है जैसे कि हैकर्स आपको या तो लुभावने अवसर देगा जिसमें आपको बहुत कम पैसे में कोई बहुत महंगी चीज देने का वादा किया जाए या बैंक अधिकारी अथवा किसी बीमा कंपनी का एजेंट या अधिकारी या आपका मित्र ,रिश्तेदार बनकर आपसे आपके बैंक खाते, आधार कार्ड ,ओटीपी के बारे में पूछताछ करके ऑनलाइन ठगी की जा सकती है।

ऑनलाइन लुभावने अवसर के माध्यम से धोखाधड़ी

ऑनलाइन ठगी का वर्तमान में यह सबसे ज्यादा प्रचलित तरीका है। जिसमें प्रचलित ऑनलाइन वेबसाइट अथवा एप्लीकेशन जैसे फ्लिपकार्ट, Amazon, redmi आदि की डुप्लीकेट हूबहू कॉपी के माध्यम से बहुत ही कम राशि में सबसे महंगी वस्तु या कोई महंगी सेवा देने का वादा आपसे किया जाता है। जब कोई ऑफर की जांच किए बिना उस ठगी का शिकार बन जाता है तो व्यक्ति अपनी संपूर्ण जानकारी उस वेबसाइट की लिंक के माध्यम से संबंधित हैकर को दे देता हैं । जिसके बाद वह हैकर आपके मोबाइल पर भेजे गए ओटीपी की जानकारी भी आपसे उस वेब लिंक पर दर्ज करवा लेता है या फिर फोन करके संबंधित कंपनी के एग्जीक्यूटिव के रूप में बात करके भी आपसे जानकारी प्राप्त करता है। यदि आप उसे अपनी पर्सनल जानकारी जैसे कि आपका बैंक खाता, आपका आधार कार्ड, मोबाइल नंबर, ईमेल आईडी अथवा मोबाइल पर प्राप्त हुआ ओटीपी शेयर करते हैं। तो कुछ ही समय में आपके खाते से राशि डेबिट होने का s.m.s. आपको प्राप्त हो जाता है। इस प्रकार आप ऑनलाइन ठगी का शिकार बन चुके होते हैं।

डिजिटल पेमेंट एप्लीकेशन जेसे phonepe , Google Pay, Paytm के माध्यम से धोखाधड़ी

साथियों जैसा कि आप जानते हैं आज के इस डिजिटल युग में हम अपना अधिकतर कार्य डिजिटल पेमेंट के माध्यम से करते हैं, चाहे वह पैसे भेजना या लेना हो या भुगतान करना करना है| यह सारे कार्य हम आजकल डिजिटल ,ऑनलाइन बैंकिंग तथा कुछ एप्लीकेशन जैसे कि PhonePe , Google Pay, PayTm आदि के माध्यम से करना पसंद करते हैं| यहां तक कि लॉकडाउन में तो हमारे पास अब इन डिजिटल साधनों की तरफ जाने के लिए और भी अधिक विवश होना पड़ रहा है| ऐसी स्थिति में यह डिजिटल साधन किस तरीके से खतरनाक हो सकते हैं ,इनसे होने वाली धोखाधड़ी तथा बचाव के बारे में हम आज आपके साथ जानकारी शेयर कर रहे हैं |

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गूगल पर या पेटीएम समस्त डिजिटल एप्लीकेशन के माध्यम से हम पैसा भेज सकते हैं और मंगा सकते हैं इसलिए इनमें पेमेंट कर देता रिसीव करने दोनों का ऑप्शन होता है अगर आपके पास किसी अनजान व्यक्ति का फोन आता है एवं वह आपसे आपके रिश्तेदार होने अथवा दोस्त होने का दावा करता है लेकिन आप फिर भी उसकी आवाज से उसे पहचान नहीं पाते हैं तो सतर्क रहिए गा ऐसी घटनाएं आजकल धोखाधड़ी के रूप में हो रही है|

Phonepe , Google Pay, Paytm पर केसे होता हैं फ्राड धोखाधड़ी

इसमें सबसे पहले धोखाधड़ी करने वाला व्यक्ति आपका मोबाइल नंबर कहीं से हथिया लेता है | इसके पश्चात वह आपको फोन करके बिल्कुल ऐसी बातें करता है जैसे कि वह आपका घनिष्ठ, चिर परिचित दोस्त या रिश्तेदार हो| फिर आपसे पहचानने को बोलता है जब आप उसकी आवाज से मिलती-जुलती किसी व्यक्ति के नाम के बारे में बताते हैं तो वह उसे स्वीकार कर लेता है और बोलता है हां मैं वही बोल रहा हूं| इसके बाद हैकर आपको अपनी कोई राशि आपके खाते में जमा करने तथा उसे बाद में वापस लेने का दावा करके आपसे आपका PhonePe , Google Pay , Paytm वाला मोबाइल नंबर पूछता है; तथा बोलता है कि मेरा मोबाइल अभी काम नहीं कर रहा है इसलिए यह राशि में आपके खाते में डलवा रहा हूं ;बाद में मैं आपसे राशि वापस ले लूंगा| अगर आप उसे अपना डिजिटल app वाला मोबाइल नंबर दे देते हैं , तो वह आपसे आपके पासवर्ड या आपके मोबाइल पर आया हुआ ओटीपी यह कहते हुए मांगता है कि आपके खाते में राशि डलवाना है इसलिए आपके मोबाइल नंबर पर जो ओटीपी या कोई एस एम एस आया है उसके बारे में मुझे बता दीजिए| जैसे ही आप s.m.s. में आए हुए ओटीपी के बारे में ठेकर को बताते हैं वैसे ही आपके खाते से चाही गई राशि संबंधित के बैंक खाते में ऑटोमेटिक ट्रांसफर हो जाती है इस प्रकार से आप हैकर की धोखाधड़ी का शिकार हो जाते हैं| इसके अलावा भी अन्य कई प्रकार के तरीके होते हैं जिससे देकर आपसे ओटीपी प्राप्त करते हैं|

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सबसे पापुलर तरीका WhatsApp, SMS या Email द्वारा वेब लिंक भेजकर

यह बहुत ज्यादा सफल एवं आसान तरीका है , हैकर्स के लिए आपके खाते से राशि निकालने का | सामान्यतः हम लोग हमारे मोबाइल के व्हाट्सएप ग्रुप अथवा ऐसे में अथवा ईमेल पर प्राप्त होने वाली कोई लुभावने लालच वाली वेबसाइट की लिंक पर बहुत जल्दी क्लिक कर चाही गई जानकारी दे देते हैं| जिस पर कि आपको कोई ऑफर दिया जाता है जैसे कि फ्री जिओ रिचार्ज या प्रधानमंत्री आवास योजना या कोई भी अन्य सरकारी योजना की राशि आपके खाते में डालने के संबंध में | जैसे ही आप इस लिंक के माध्यम से जानकारी देते हैं| जैसे ही आप अपने मोबाइल नंबर सहित अन्य जानकारी सबमिट करते हैं कंप्यूटर पर बैठा होगा लेकर आपके उस नंबर के माध्यम से ऑनलाइन सामग्री क्रय करने हेतु या आपके खाते से राशि उसके खाते में ट्रांसफर करने के लिए इंटरनेट पर अप्लाई कर देता है और आपको एक ओटीपी प्राप्त होता है फार्म को सबमिट करने के पश्चात होती थी आपसे पूछा जाता है जैसे ही आप बहुत ही डालते हैं आपके खाते से चाही गई राशि काट दी जाती है और संबंधित के खाते में ट्रांसफर कर दी जाती है|

लोटरी खुलने सम्बंधित ईमेल के माध्यम से

यह तरीका हेकर्स द्वारा पहले बहुत ज्यादा उपयोग किया जाता था ! वर्तमान में भी प्रचलित हैं } इसके माध्यम से हेकेर्स आपको लाखो करोड़ो रूपये की लोटरी खुलने का प्रलोभन देकर टैक्स राशी एडवांस में जमा करने के लिए कहते हैं | आपके द्वारा टैक्स राशी जमा करने के बाद आपको किसी भी प्रकार की रकम नहीं भेजी जाती हैं | इस प्रकार आपके साथ हेकर्स डिजिटल धोखाधड़ी करते हैं|

बिमा कंपनी या L.I.C. के एजेंट या कस्टमर केयर एग्जीक्यूटिव या बैंक अधिकारी के रूप में

50% से ज्यादा डिजिटल धोखाधड़ी किसी कंपनी जैसे कि एलआईसी या अन्य बीमा कंपनी के एजेंट अथवा अधिकारी के रूप में या फिर बैंक अधिकारी के रूप में आपको फोन करके की जाती है| इस प्रकार की धोखाधड़ी में संबंधित व्यक्ति बैंक का अधिकारी अथवा एलआईसी का अधिकारी बताकर आपके द्वारा कराई गई एफडी या बीमा के संबंध में जानकारी प्राप्त करता है| इसके पश्चात वह धीरे-धीरे आपसे आपके बैंक खाते की जानकारी प्राप्त करके ओटीपी प्राप्त करने की कोशिश करता है एवं आप धोखाधड़ी का शिकार हो सकते हैं| इस प्रकार की धोखाधड़ी इस समय बहुत ज्यादा हो रही है|

इसे अलावा आप जब गूगल पर बैंक या अन्य किसी कंपनी के कस्टमर केयर का नंबर सर्च करते हैं तब भी कुछ लोग गलत नंबर कस्टमर केयर एग्जीक्यूटिव के रूप में वेबसाइट पर प्रदर्शित करते हैं जब आप उस नंबर पर फोन लगाते हैं तो आपसे जानकारी प्राप्त कर मोबाइल पर एस एम एस के माध्यम से भेजा गया ओटीपीप्राप्त कर लेते हैं एवं देखते ही देखते आपके खाते से राशि गायब कर दी जाती हैं |

क्या करे ! क्या न करे , कैसे बचे धोखाधड़ी से

इस प्रकार की डिजिटल धोखाधड़ी से बचने के लिए आपको निम्नलिखित सावधानियां रखनी चाहिए

  • कभी भी मोबाइल पर आया हुआ otp किसी को भी शेयर न करे |
  • मोबाइल पर किसी भी बैंक बिमा या बैंक या अन्य कर्मचारी अधिकारी को अपनी पर्सनल जानकारी जेसे आधार नंबर, खाता नंबर या otp न बताये |
  • मोबाइल या sms या ईमेल पर आई हुई किसी भी अनजान वेबलिंक को ओपन न करे |
  • मोबाइल में कोई भी अनाधिकृत एप्लीकेशन डाउनलोड न करे |
  • अपने बैंक खाते की जानकारी , एटीएम ,क्रेडिट कार्ड का पिन या otp किसी को भी शेयर न करे |
  • अपने बैंक के एटीएम क्रेडिट कार्ड या एनी कोई भी पासवर्ड या पिनकोड कभी भी अपने नाम या जन्मदिनांक के रूप में ना बनाये |

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