डीयू के प्रोफेसर ऑनलाइन करेंगे छात्रों की प्रवेश संबंधी शिकायतों का समाधान
डीयू के प्रोफेसर ऑनलाइन करेंगे छात्रों की प्रवेश संबंधी शिकायतों का समाधान नई दिल्ली : दिल्ली विश्वविद्यालय के कॉलेजों में शैक्षिक सत्र 2020-21 में छात्रों की प्रवेश संबंधी शिकायतों का समाधान स्वयं प्रोफेसर करेंगे। प्रोफेसर व टीचर ऑनलाइन आकर छात्रों की दाखिला संबंधी समस्याओं को सुलझाएंगे।
शिक्षक संगठन दिल्ली टीचर्स एसोसिएशन (डीटीए) ने इसके लिए एक कमेटी गठित की है। कमेटी में दिल्ली विश्वविद्यालय के वरिष्ठ प्रोफेसर, कर्मचारी और छात्रों को रखा गया है। कमेटी कोरोना के चलते छात्रों को होने वाली किसी भी तरह की समस्या का समाधान ऑफलाइन नहीं, बल्कि ऑनलाइन ही करेगी।
छात्र दाखिला संबंधी होने वाली अपनी समस्याओं को 8447712548, 9717208239, 8368849597, 9278671309 और 9717114595 इन नम्बरों पर वाट्सऐप के माध्यम से भेज सकते हैं।
इसके अलावा ईमेल कर सकते हैं।
दिल्ली टीचर्स एसोसिएशन (डीटीए) के प्रभारी प्रोफेसर हंसराज ‘सुमन’ ने कहा, प्रवेश संबंधी शिकायत कमेटी में विश्वविद्यालय से जुड़े शिक्षकों, कर्मचारियों और छात्रों को रखा गया है जिन्हें वर्षो से प्रवेश करने का अनुभव है। कमेटी में शिक्षकों की ओर से प्रोफेसर डॉ. नरेंद्र कुमार पांडेय, डॉ. आशा रानी, डॉ. मनोज कुमार सिंह, डॉ. राजेश राव और डॉ. नागेंद्र सिंह हैं।
डीटीए ने अभिभावकों से अपील की है कि वे घर बैठे ही दाखिला संबंधी अपनी औपचारिकताएं पूरी करे। घर में सुरक्षित रहकर अपना प्रवेश फॉर्म भरें, फॉर्म भरते समय किसी तरह की कोई दिक्कते आती हैं तो वे दिए गए नम्बरों पर फोन या वाट्सऐप के माध्यम से जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
छात्र कॉलेज व विश्वविद्यालय में न आएं क्योंकि कोरोना के बढ़ते प्रभाव के कारण ही ऐसा निर्णय लिया गया है।
दाखिले के दौरान किसी सर्टिफिकेट के न होने, जाति प्रमाण पत्र या किसी तरह की त्रुटि होने पर छात्रों के सामने दिक्कते आती हैं तो पहले कॉलेज या विश्वविद्यालय से संपर्क करें।
कमेटी के सदस्य आशु विधुड़ी ने कहा, दिल्ली विश्वविद्यालय में स्नातक मेरिट आधारित पाठ्यक्रमों के लिए प्रवेश की प्रक्रिया सोमवार 12 अक्टूबर से शुरू हो रही है। प्रवेश संबंधी समस्याओं के समाधान के लिए उनके संगठन के छात्र जल्द ही ऑनलाइन हेल्प डेस्क का गठन कर रहे हैं।
इस हेल्पलाइन डेस्क में डीयू से सम्बद्ध शिक्षकों और कर्मचारियों को भी रखा जाएगा। प्रोफेसर सुमन ने कहा, अनुसूचित जाति, जनजाति, अन्य पिछड़ा वर्ग, पीडब्ल्यूडी व ईडब्ल्यूएस आवेदकों की शिकायतों पर ध्यान देने के लिए प्रत्येक कॉलेज में एक अलग शिकायत समिति गठित की गई है। इसमें कॉलेज के तीन सदस्यों को शामिल किया जाता है। इसके अलावा इनकी समस्याओं के लिए संपर्क अधिकारी (लायजन ऑफिसर) होता है।
कॉलेज अपनी वेबसाइट पर शिकायत समिति के सदस्यों के नाम, संपर्क नम्बर और ईमेल, पता आदि प्रदर्शित करेंगे ताकि छात्रों को किसी तरह की प्रवेश संबंधी दिक्कतें न हो।