
मध्य प्रदेश उर्जा साक्षरता अभियान नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा विभाग मध्यप्रदेश शासन द्वारा ऊर्जा की बचत एवं मितव्ययिता तथा जलवायु परिवर्तन के पर्यावरणीय दुष्प्रभाव के बारे में आम नागरिकों को जागरूक करने के उद्देश्य से प्रारंभ किया गया है|
ऊर्जा साक्षरता अभियान के तहत समस्त शासकीय अधिकारियों कर्मचारियों एवं आम नागरिकों को उषा की वेबसाइट पर जाकर लॉगइन करना है एवं वहां पर रजिस्टर करने के पश्चात उर्जा साक्षरता अभियान के प्रशिक्षण Module को पूर्ण करते हुए सर्टिफिकेट प्राप्त करना है|
ऊर्जा साक्षरता अभियान USHA की शुरुआत
मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान द्वारा भारत सरकार नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री श्री आर.के.सिंह के मुख्य आतिथ्य में ऊर्जा साक्षरता अभियान (UshA) का शुभारंभ विगत 25 नवंबर 2021 को जिला शाजापुर से किया गया है। इस अभियान के माध्यम से जिले के समस्त नागरिकों को समयबद्ध कार्य योजना अनुसार ऊर्जा साक्षर किया जाना है। ऊर्जा साक्षरता अभियान (UshA) में समस्त शासकीय सेवकों, छात्रो, कृषको, गृहणियों, आमजन तथा सभी के द्वारा भाग लिया जाना है। ऊर्जा साक्षरता अभियान (UshA) से जुड़ने हेतु www.usha.mp.gov.in पर Login किया जा सकता है।
ऊर्जा साक्षरता अभियान (UshA) से जुड़ने हेतु एक मुहिम आपको अपने कार्य क्षेत्र में लागू करनी है। जिसमें ऊर्जा साक्षरता अभियान (UshA) से जुड़कर www.usha.mp.gov.in पर लॉगिन किया जाकर ऊर्जा साक्षरता से संबंधित मॉड्यूल कोर्स पूरा कर सर्टिफिकेट प्राप्त किया जा सकता है।
उक्त अभियान का मुख्य उद्देश्य मध्यप्रदेश शासन द्वारा शासकीय कार्यालयों, घरों में, दुकानों आदि समस्त स्थानों पर जहां ऊर्जा की खपत होती है, उनमें ऊर्जा की खपत को कम से कम 10 प्रतिशत कम किया जाकर ऊर्जा की बचत की जा सके।
ऊर्जा साक्षरता अभियान USHA अभियान के बारे में
वर्तमान परिदृष्य में जलवायु परिवर्तन के पर्यावरणीय दुष्प्रभाव वैश्विक स्तर पर परिलक्षित हो रहे है। इस स्थिति से प्रत्येक व्यक्ति अवगत है तथा प्रत्यक्ष व परोक्ष रूप से भागीदार भी है। अत: आवश्यक यह है कि प्रत्येक व्यक्ति को ऊर्जा के व्यय/अपव्यय सम्बन्धित प्राथमिक जानकारी हो। इसी परिपेक्ष्य में, ग्लोबल वार्मिंग और जलवायु परिवर्तन के प्रभावों से निपटने की दिशा में कदम बढ़ाते हुए राज्य सरकार द्वारा ”ऊर्जा साक्षरता अभियान” (UShA) प्रारम्भ किया गया है |
- विश्व में इस अनूठे अभियान के माध्यम से स्कूलों-कॉलेजों के विद्यार्थियों एवं जन साधारण को ऊर्जा, सौर ऊर्जा और ऊर्जा की बचत के विषय में जानकारी दी जायेगी।
- जनसाधारण तक ऊर्जा के उपयोग के प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष लाभ की जानकारी सुलभ रूप में पहुँचाने एवं अपनाने का कार्य एक मिशन के रूप में क्रियान्वित करना।
- अभियान में श्रेणीगत प्रशिक्षण (Graded Learning) के माध्यम से चरणबद्ध सर्टिफिकेशन का प्रावधान किया गया है।
ऊर्जा साक्षरता अभियान USHA उद्देश्य
इस ऊर्जा साक्षरता अभियान के मुख्य उद्देश्य इस प्रकार हैं:–
उक्त अभियान का मुख्य उद्देश्य मध्यप्रदेश शासन द्वारा शासकीय कार्यालयों, घरों में, दुकानों आदि समस्त स्थानों पर जहां ऊर्जा की खपत होती है, उनमें ऊर्जा की खपत को कम से कम 10 प्रतिशत कम किया जाकर ऊर्जा की बचत की जा सके।
- प्रदेश के समस्त नागरिकों को समयबद्ध कार्य योजना अनुसार ऊर्जा साक्षर बनाने का महाअभियान।
- ऊर्जा के व्यय एवं अपव्यय की समझ विकसित करना।
- ऊर्जा के पारम्परिक एवं वैकल्पिक साधनों की जानकारी एवं इनका पर्यावरण पर प्रभाव की समझ पैदा करना।
- विभिन्न ऊर्जा तकनीकों के चयन हेतु सक्षम बनाना।
- ऊर्जा एवं ऊर्जा के उपयोग के बारे में सार्थक संवाद स्थापित करना।
- ऊर्जा संरक्षण एवं प्रबंधन के बारे में जागरूक करना।
- ऊर्जा उपयोग के प्रभावों, परिणामों की समझ के आधार पर इसके दक्ष उपयोग हेतु निर्णय लेने की दक्षता उत्पन्न करना।
- पर्यावरणीय जोखिम एवं जलवायु परिवर्तन के नकारात्मक प्रभाव को कम करना।
ऊर्जा साक्षरता अभियान USHA महत्वपूर्ण तथ्य
- नवंबर‚ 2021 में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ऊर्जा साक्षरता अभियान ‘USHA’ का शुभारंभ किया।
- प्रदेश के सभी नागरिकों को ऊर्जा साक्षर बनाने के लिए प्रदेश स्तर पर ऊर्जा साक्षरता अभियान चलाने का निर्णय 23 नवंबर‚ 2021 को मध्य प्रदेश मंत्रिमंडल की बैठक में किया गया था।
- इस अभियान के माध्यम से प्रदेश के सभी नागरिकों को ऊर्जा बचत की जानकारी प्रदान की जाएगी।
- ऊर्जा साक्षरता अभियान में प्रदेश के सभी नागरिकों को समयबद्ध कार्य-योजना के अनुसार ऊर्जा साक्षर बनाने के प्रयास किए जाएंगे।
- इसमें जन-सामान्य में ऊर्जा के क्षेत्र व्यय एवं अपव्यय की समझ विकसित करना‚ ऊर्जा के पारंपरिक एवं वैकल्पिक साधनों की जानकारी देना एवं उनका पर्यावरण पर प्रभाव की समझ पैदा करना‚ ऊर्जा एवं ऊर्जा के उपयोग के बारे में सार्थक संवाद‚ ऊर्जा संरक्षण एवं प्रबंधन के बारे में जागरूकता‚ ऊर्जा उपयोग के प्रभावों‚ परिणामों की समझ के आधार पर इसके दक्ष उपयोग हेतु निर्णय लेने की दक्षता उत्पन्न करना‚ पर्यावरणीय जोखिम एवं जलवायु परिवर्तन के नकारात्मक प्रभाव को कम करना और विभिन्न ऊर्जा तकनीकों के चयन हेतु सक्षम बनाना जैसी गतिविधियां आयोजित की जाएंगी।
- इस अनूठे अभियान के माध्यम से स्कूलों एवं कॉलेजों के विद्यार्थियों एवं जन-साधारण को ऊर्जा एवं ऊर्जा बचत के विषय में जानकारी प्रदान की जाएगी।
- इस अवसर पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और केंद्रीय ऊर्जा और नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री आर.के.सिंह ने शाजापुर में 5200 करोड़ रुपये की लागत के 1500 मेगावॉट क्षमता वाले आगर‚ शाजापुर जौर नीमच के सौर ऊर्जा पार्क के क्रय अनुबंध पर हस्ताक्षर कर भूमि-पूजन किया।
- उन्होंने निजी निवेशकों के साथ ‘कुसुम-अ’ योजना के अनुबंध पर भी हस्ताक्षर किए।
- 1500 मेगावॉट की इन सौर परियोजनाओं में आगर सोलर पार्क की कुल क्षमता 550 मेगावॉट‚ शाजापुर सोलर पार्क की कुल क्षमता 450 मेगावॉट और नीमच 500 मेगावॉट स्थापित की जाएगी।
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