ग्वालियर (नईदुनिया रिपोर्टर)। जीवाजी विश्वविद्यालय के इंजीनियरिंग संस्थान की ‘स्ट्रेक्चर्ड प्रोग्रामिंग टेक्निक’ विषय पर रविवार को ऑनलाइन वर्कशॉप हुई।
इसमें विभाग के डायरेक्टर डॉ. संजय कुमार गुप्ता ने विद्यार्थियों से कहा कि कोरोना काल ने हमें नए तरीके से जिंदगी जाने का मौका दिया है। विद्यार्थियों के कॅरियर को आगे बढ़ाने में टेक्नोलॉजी का अहम योगदान रहा है।
लॉकडाउन से लेकर अनलॉक तक ऑनलाइन एक्टिविटी संचालित हुई हैं। देखा जाए तो शिक्षण के पारंपरिक तरीकों में बदलाव आ गया है। ई-बोर्ड ने शिक्षा प्रणाली को हाइटेक कर दिया है।
आने वाले समय में बढ़ेगी डिमांड
डॉ. गुप्ता ने स्ट्रेक्चर्ड प्रोग्रामिंक टेक्नीक्स को एक अच्छी प्रोग्रामिंग शैली बताते हुए इसे कुशल प्रोग्राम बनाने के लिए जरूरी बताया।
उन्होंने कहा टेक्नोलॉजी के विस्तार के साथ आने वाले समय में कंप्यूटर, प्रोग्रामिंग स्किल्स एवं तकनीक में महारथ प्रोफेशनल्स की डिमांड विभिन्न क्षेत्रों में बढ़ेगी।
इसी क्रम में प्रिडिक्ट ग्लोबल रिसर्च प्राइवेट लिमिटेड के सीटीओ प्रियांक गुप्ता ने कहा कि स्ट्रेक्चर्ड प्रोग्रामिंग टेक्निक्स का उददेश्य कंप्यूटर प्रोग्राम बनाने में स्पष्टता, गुणवक्ता, बेहतर मैमोरी आवंटन को बढ़ाने अैर यूजर फ्रेंडली बनाने और प्रोग्राम डवलपमेंट समय के कम को बढ़ाने में किया जा रहा है।
उन्होंने पावर प्रेजेंटेशन से तय विषय पर प्रकाश डाला। साथ ही विद्यार्थियों के सवालों के जवाब भी दिए। इससे पूर्व अतिथि परिचय नयना शर्मा ने दिया। आभार हितेश शर्मा ने व्यक्त किया।