नयी दिल्ली। प्रधानमंत्री जनधन योजना मोदी सरकार की सबसे शुरुआती योजनाओं में से एक है। इस योजना का मकसद जीरो बैलेंस बैंक खाते खुलवा कर उन लोगों को बैंकिंग सेवाएं देना है, जो 21वीं सदी में भी इनसे वंचित थे। जनधन योजना के जरिए सरकार ने गरीबों को कई लाभ भी दिए हैं। इस योजना के तहत खुलने वाले बैंक खाते पर बीमा कवर भी मिलता है। साथ ही ओवरड्राफ्ट (एक तरह का लोन) की भी सुविधा मिलती है। ओवरड्राफ्ट सुविधा के जरिए आप जरूरत के समय खाते में जीरो बैलेंस होने पर 10000 रु तक निकाल सकते हैं। अगर आप जनधन बैंक खाता खुलवाना चाहें तो किसी भी बैंक में जाकर इसके लिए आवेदन कर सकते हैं। मगर यदि किसी के पास पहले से ही बचत खाता है तो क्या करें?
बता दें कि अगर आपके पास पहले से बचत खाता है तो आप उसे भी जनधन खाते में परिवर्तित करा सकते हैं। आइए जानते हैं इसका तरीका।
बड़ी खबर अगर आधार से लिंक है आपका खाता तो जीरो बैलेंस होने पर भी निकाल सकेंगे ₹5000
पुराने खाते को जन धन खाते में कैसे बदलें
पुराने बैंक खाते को जनधन अकाउंट में बदलवाना बेहद आसान है। इसके लिए अपनी बैंक ब्रांच में जाएँ और वहां एक फॉर्म भरें और रुपे कार्ड के लिए आवेदन करें। पूरा फॉर्म भर कर बैंक में जमा कराएं। बैंक आपके पुराने खाते को जनधन खाते में बदल देगा। इस तरह सिर्फ एक फॉर्म भर कर आपका बैंक बचत खाता जनधन खाते में बदल जाएगा। योजना के तहत खाता खुलवाना भी बेहद आसान है।
क्या मिलेंगे फायदे
एक बार बचत खाता जनधन खाते में बदल जाए तो आपको कई तरह के लाभ मिलने शुरू हो जाएंगे। जनधन खाता धारक को बैंक में जमा राशि पर ब्याज मिलता है। खाताधारक को मोबाइल बैंकिंग की सुविधा मुफ्त मिलती है। जनधन खाता धारक 10000 रुपये की ओवरड्राफ्ट सुविधा का लाभ उठा सकते हैं, जिसका अर्थ है कि भले ही खाते में पैसा नहीं है, फिर भी आपको 10000 रुपये मिलेंगे। लेकिन यह सुविधा खाताधारक को खाता खुलने के कुछ महीनों के बाद ही दी जाती है।
बीमा कवर का लाभ
बीमा कवर का लाभ
– इस खाते के साथ खाताधारक को 2 लाख रुपये का एक्सीडेंट कवर मिलता है
– आपको 30000 रुपये का बीमा कवर भी मिलेगा। खाताधारक की मृत्यु होने पर ये पैसा नॉमिनी को मिलता है
– खाताधारक जनधन खातों के माध्यम से बीमा और पेंशन योजना खरीद सकते हैं।
मिनिमम बैलेंस की जरूरत नहीं
इस खाते में आपको न्यूनतम बैलैंस राशि बनाए रखने की आवश्यकता नहीं होगी। बचत खाते में मिनिमम बैलेंस बना रखना पड़ता है। अगर ऐसा न किया जाए तो फिर खाताधारक से शुल्क लिया जाता है। लेकिन जनधन खाते में न तो आपको मिनिमम बैलेंस बना रखना पड़ता और न ही आपसे कोई चार्ज लिया जाता। हालांकि अगर खाताधारक चेक बुक सुविधा का लाभ उठाए तो फिर न्यूनतम बैलेंस बनाए रखना होगा।
कब हुई थी शुरुआत
जनधन योजना की शुरुआत 6 साल पहले 2014 में हुई थी। इस योजना की शुरुआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 28 अगस्त 2014 को की गई थी। जबकि योजना का ऐलान 15 अगस्त 2014 को हुआ था। बता दें कि 1.5 करोड़ बैंक खाते योजना की शुरुआत के पहले ही दिन खोले गए थे।