Lockdown affected 2020 : work from home के दौरान लोगों ने बचाये ₹5000
Lockdown affected 2020 :
Lockdown Effect: कोरोना वायरस महामारी की वजह से कई महीनों तक लोग अपने घरों में कैद हो गए थे। काम का नुकसान नहीं हो, इसके चलते कोरोना Lockdown के दौरान वर्क फ्रॉम होम (Work From Home) संस्कृति को बढ़ावा दिया गया। Work From Home की वजह से जहां नौकरीपेशा लोगों को जहां घर से ही काम करने का मौका मिला, वहीं आर्थिक दृष्टि से भी उनकी काफी बचत हुई।
भारत के सबसे बड़े होमग्रोन वर्कप्लेस प्रोवाइडर-ऑफिस के सर्वे के अनुसार, वर्क फ्रॉम होम (WFH) के दौरान हर तीसरे नौकरीपेशा व्यक्ति को हर महीने औसतन 3000 से 5000 रुपए तक की बचत हुई है। घर से काम करने की वजह से आने-जाने, खाने, कपड़े समेत कई दूसरे व्यय नहीं हुए और इस वजह से बचत हुई।
इस ऑनलाइन सर्वे में जून-जुलाई के दौरान सात मेट्रो शहरों के अलग-अलग इंडस्ट्रीज के 1000 कर्मचारियों की राय ली गई। इसमें 74 प्रतिशत लोगों ने कहा कि वे आगे भी वर्क फ्रॉम होम के लिए तैयार हैं, जबकि 80 प्रतिशत कर्मचारियों ने कहा कि उनका जॉब रोल WFH के हिसाब से ठीक है। 47 प्रतिशत कर्मचारियों ने कहा कि उन्हें इस दौरान आरामदायक कुर्सी और टेबल की कमी महसूस हुआ। 71 प्रतिशत लोगों ने कहा कि यदि वर्क फ्रॉम होम के लिए उनके पास अलग जगह हो तो वे सफल हो सकते हैं।
समय की बहुत बचत हुई:
इस सर्वे में यह बात सामने आई कि WFH की वजह से कर्मचारियों के समय की बहुत बचत हुई। करीब 60 प्रतिशत कर्मचारियों ने कहा कि उन्हें रोज ऑफिस आने-जाने में करीब दो घंटे का समय लगता था, जो घर पर काम करने की वजह से बच गया। एक कर्मचारी ने औसतन रोज 1.47 घंटे का समय बचाया। इस तरह उसे साल में काम के 44 अतिरिक्त दिन मिले।
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वेतन कटौती से लगा झटका:
कोरोना लॉकडाउन के कारण जब मार्च महीने में सरकार ने लॉकडाउन की घोषणा की थी तो अधिकांश कंपनियों ने अपने कर्मचारियों को वर्क फ्रॉम होम (WFH) की सुविधा प्रदान की। वैसे कर्मचारियों को उस समय झटका लगा जब अधिकांश कंपनियों ने कर्मचारियों की सैलरी में कटौती कर दी।
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