नई दिल्ली. दिल्ली यूनिवर्सिटी के टीचर्स को अब उनकी रुकी हुई सैलरी मिलेगी. राज्य सरकार ने छह कॉलेजों के टीचर्स को सैलरी देने के लिए 32.1 करोड़ रुपये रिलीज कर दिया है. हालांकि, दिल्ली यूनिवर्सिटी टीचर्स एसोसिएशन (डूटा) ने इसे कम बताया है. डूटा का कहना है कि जितना पैसा दिया जा रहा है वह सारे खर्चों के लिए पर्याप्त है. डूटा ने कहा कि हमें उम्मीद है कि दिल्ली सरकार इस फंड को बहुत जल्द कॉलेजों को ट्रांसफर कर देगी. बाकी के छह कॉलेज भी फंड का इंतज़ार कर रहे हैं.
आगे डूटा ने कहा कि दिल्ली यूनिवर्सिटी के सभी कॉलेजों के सारे टीचर्स एक साथ खड़े हैं. हम दिल्ली सरकार को याद दिलाना चाहते हैं कि बांटने नीति कभी भी काम नहीं करेगी.हम दिल्ली सरकार को याद दिलाना चाहते हैं कि बांटने नीति कभी भी काम नहीं करेगी. यूनिवर्सिटी के कुछ अधिकारियों के मुताबिक 12 कॉलेजों के लिए गवर्निंग बॉडी बनाई गई है. जिन छह कॉलजों को ग्रांट दी गई है इनकी गवर्निंग बॉडी के चेयरमैन सरकार की तरफ से हैं बाकी के छह कॉलेजों के चेयरमैन यूनिवर्सिटी के नॉमिनी हैं.
शहीद राजगुरु कॉलेज ऑफ अप्लाइड साइंस फॉर वूमेन की प्रिंसिपल डॉ. पायल मागो ने कहा कि सैलरी ग्रांट उन्हें जून से पेंडिंग सैलरी को देने में मदद करेगी.इन कॉलेजों को मिला है फंड
इंदिरा गांधी इन्स्टीट्यूट ऑफ फिजिकल एजुकेशन एंड स्पोर्सट्स साइंस – 4 करोड़
आचार्य नरेंद्र देव कॉलेज- 6.80 करोड़
शहीद राजगुरु कॉलेज ऑफ अप्लाइड साइंस फॉर वूमेन- 4.65 करोड़
महाराज अग्रसेन कॉलेज- 5.80 करोड़
भीमराव अंबेडकर कॉलेज- 6.35 करोड़
भास्कराचार्य कॉलेज ऑफ अप्लाइड साइंस- 4.50 करोड़