Central GovernmentGovt Schemepm Ayushman scheme 2020

आयुष्मान भारत योजना अब तक 1.26 करोड लोगों को मिला लाभ आप भी पाए फ्री इलाज और 5 लाख का बीमा

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने कहा कि सितंबर 2018 में आयुष्मान भारत योजना (Ayushman Bharat Yojana) शुरु होने के बाद से अब तक 1.26 करोड़ से अधिक लाभार्थियों को इस योजना के तहत मुफ्त उपचार मिला है।

23,000 से अधिक अस्पताल पैनल में शामिल
स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, अभी तक 23,000 से अधिक अस्पतालों को पैनल में शामिल किया गया है। इसमें प्राइवेट और सरकारी अस्पताल शामिल हैं।

12.5 करोड़ से अधिक ई-कार्ड जारी
आयुष्मान भारत योजना के तहत अब तक 12.5 करोड़ से अधिक ई-कार्ड जारी किए जा चुके हैं। यह वो कार्ड है जिसे दिखाकर इस योजना में शामिल व्यक्ति अपना इलाज करा सकता है।

कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों पर हुआ ज्यादा खर्च
इसमें कहा गया है कि साथ ही, आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (एबी-पीएमजेएवाई के तहत आवंटित कुल राशि का 57 प्रतिशत कैंसर, हृदय संबंधी बीमारियों, अस्थिरोग और नवजात शिशुओं के उपचार में उपयोग हुआ है।

बयान के अनुसार हर्षवर्धन ने योजना शुरु होने की दूसरी वर्षगांठ के उपलक्ष्य में ‘आरोग्य मंथन’ 2.0 की अध्यक्षता की। उन्होंने कहा, “इस योजना के तहत 15,500 करोड़ रुपये से अधिक का उपचार किया गया है।

इसने करोड़ों जिंदगियों और घरों को तबाह होने से बचाया है। उपचार पर अधिक खर्च होने के कारण हर साल अनुमानित छह करोड़ परिवार गरीबी रेखा से नीचे चले जाते थे।”

लड़कियों और महिलाओं का हुआ ज्यादा इलाज
बयान के अनुसार लाभार्थियों में लगभग आधी लड़कियां और महिलाएं हैं। बयान के अनुसार हर्षवर्धन ने कहा कि इन दो वर्षों में, योजना के तहत 1.26 करोड़ से अधिक लाभार्थियों को मुफ्त उपचार प्रदान किया गया है।

आयुष्मान भारत योजना क्या है? (What is Ayushman Bharat Yojana in Hindi)

आयुष्मान भारत को प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (Pradhan Mantri Jan Arogya Yojana AB-PMJAY) या नेशन हेल्थ प्रोटेक्शन स्कीम (National Health Protection Scheme) या मोदीकेयर (ModiCare) के नाम से भी जाना जाता है। केंद्र सरकार इस योजना के तहत देश के 10 करोड़ परिवारों को सालाना 5 लाख रुपये का स्वास्थ्य बीमा उपलब्ध करा रही है।

इलाज के लिए जरूरी है गोल्डन कार्ड

इस योजना के तहत देश के दस करोड़ गरीब परिवारों को कैंसर सहित 1300 से ज्यादा बीमारियों का मुफ्त इलाज और हर परिवार को 5 लाख रुपये तक का बीमा कवर दिया जा रहा है। अगर आपका नाम इस योजना के अंतर्गत आता है और आप इसका लाभ लेना चाहते हैं, तो आपके पास ‘गोल्डन कार्ड’ होना जरूरी है। इस कार्ड को आयुष्मान कार्ड (Ayushman Bharat Yojana Golden Card) के नाम से भी जाना जाता है।

गोल्डन कार्ड बनवाना हुआ आसान

अगर आपका नाम आयुष्मान भारत योजना में है और आप गोल्डन कार्ड बनवाना चाहते हैं, तो आपको इस योजना में शामिल अस्पताल या जन सेवा केंद्र से संपर्क करना चाहिए। ग्रामीण क्षेत्रों में कार्ड बनवाने के लिए जनसेवा केंद्र बनाए गए हैं, जहां आप इस कार्ड को बनवा सकते हैं। इसे बनवाने के लिए आपको मात्र 30 रुपये देने होंगे और साथ में राशन कार्ड, आधार कार्ड और मोबाइल नंबर बताना होगा।

आयुष्मान भारत में एक नया प्रावधान किया गया है। नया नियम यह है कि इस योजना से जुड़े परिवार में शादी करके आई नई नवेली बहू को मुफ्त स्वास्थ्य सेवाएं लेने के लिए किसी कार्ड या डाक्यूमेंट्स की जरूरत नहीं होगी। ऐसी महिलाएं सपनी पति का आधार कार्ड दिखाकर सभी सुविधाओं का लाभ उठा सकेंगी। बता दें कि पहले ऐसी महिलाओं को विवाह प्रमाण पत्र जरूरी होता था।

आयुष्मान भारत में ऐसे देखें अपना नाम

-सबसे पहले इस लिंक पर क्लिक करें https://mera.pmjay.gov.in/search/login। इसके बाद अपना मोबाइल नंबर ऐड करें। इसके बाद कैप्चा ऐड करें। फिर ओटीपी जेनेरेट करें। उसके बाद ओटीपी नंबर ऐड करें। उसके बाद राज्य सेलेक्ट करें। उसके अपने नाम या जाति श्रेणी से सर्च करें। उसके बाद अपनी डिटेल इंटर करें और सर्च करें।

आयुष्मान भारत हेल्पलाइन नंबर

आप इन नंबरों पर इस बात का पता कर सकते हैं कि आप आयुष्मान भारत योजना के लाभार्थी हैं या नहीं। हेल्पलाइन का नंबर 14555 है। इस पर मरीज आयुष्मान भारत योजना की जानकारी ले सकते हैं। प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना का एक और हेल्पलाइन नंबर 1800 111 565 भी है। यह नंबर 24 घंटे चालू रहेगा।

(समाचार एजेंसी भाषा के इनपुट के साथ)

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