एनसीईआरटी ने जारी किए कक्षा 1 से 8 हेतु लर्निंग आउटकम्स
नि:शुल्क एवं अनिवार्य शिक्षा का अधिकार अधिनियम 2009 के अंतर्गत 6 वर्ष से 14 वर्ष की आयु के बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा का अधिकार प्रदान किया गया है. हालांकि इस अधिनियम में सीखने के प्रतिफल का उल्लेख तो किया गया है, लेकिन समुचित रूप से परिभाषित नहीं किया गया था. इसी को ध्यान में रखते हुए सीखने के प्रतिफल को अब कक्षा 1 से 8 के लिए परिभाषित किया गया है।
बच्चे विद्यालय में अपने सीखने के अनुभवों के साथ प्रवेश करते हैं।
विद्यालय बच्चों के मौजूदा अनुभव के आधार पर सीखने की आगामी प्रक्रिया के गठन का दायित्व उठाता है ।
इस प्रकार हम किसी भी स्तर पर कक्षा की शुरुआत बच्चे की अधिगम शून्यता से नहीं करते।
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एनसीईआरटी ने जारी किए कक्षा 1 से 8 हेतु लर्निंग आउटकम्स
एक शिक्षक जो कि, विद्यार्थियों के सीखने का परामर्शदाता एवं सुगमकर्ता है, को भिन्न शिक्षणशास्त्रीय तकनीकों और बच्चे की सीखने में उन्नति के प्रति भी जागरूक बनाना आवश्यक है। यह मुद्दा नि:शुल्क एवं अनिवार्य शिक्षा का अधिकार अधिनियम 2009 की 12वीं पंचवर्षीय योजना और वैश्विक स्तर पर सतत विकास के लक्ष्यों में भी परिलक्षित होता है।
Learning outcomes का मुख्य उद्देश्य विद्यालयों में सीखने की गुणवत्ता को बढ़ाना वह शिक्षकों को इस योग्य बनाना है, ताकि शिक्षक बिना विलंब सभी विद्यार्थियों के लिए सीखने के कौशलों को अधिक उपयुक्त रूप से सुनिश्चित कर सकें एवं सुधारात्मक कदम उठाएं।
लर्निंग आउटकम्स दो प्रारूपों में निर्मित किया गया है एक संपूर्ण दस्तावेज जिसमें पाठ्यक्रम संबंधित अपेक्षाएं,
सीखने सिखाने की प्रक्रिया और कक्षा एक से कक्षा 8 के लिए सीखने के प्रतिफलों को सम्मिलित किया गया है।
दूसरा संक्षिप्त संस्करण जिसमें प्रत्येक कक्षा के लिए प्रत्येक विषय के केवल सीखने के प्रतिफल है।
इसके उपरांत संक्षिप्त संस्करण पर आधारित प्रतिफलों के पोस्टर विद्यालय परिसर में प्रदर्शित करने हेतु बनाए गए हैं।
Learning-outcome-hindiबच्चो के लिए मज़ेदार प्रश्नोत्तरी(Opens in a new browser tab)