
सरकार ने मध्य प्रदेश पंचायत राज एवं ग्राम स्वराज संशोधन अध्यादेश वापस लेने का निर्णय किया।
भोपाल (राज्य ब्यूरो)। भाजपा हो या फिर कांग्रेस, कोई नहीं चाहता था कि त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव ओबीसी (अन्य पिछड़ा वर्ग) आरक्षण के बिना हों, इसलिए हरसंभव प्रयास किए जा रहे थे कि कैसे भी चुनाव रुक जाए। इसके लिए सुप्रीम कोर्ट में पुनर्विचार याचिका दाखिल की गई। जल्द सुनवाई के लिए आग्रह किया गया, पर जब कोई रास्ता नहीं निकला तो अंतिम विकल्प के तौर पर सरकार ने मध्य प्रदेश पंचायत राज एवं ग्राम स्वराज संशोधन अध्यादेश वापस लेने का निर्णय किया। विधानसभा में इस आशय के संशोधन विधेयक को प्रस्तुत नहीं किया गया था। कैबिनेट निर्णय के बाद गृह मंत्री डा.नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि हम त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में सभी वर्गों को साथ में लेकर गए थे।
मुख्यमंत्री ने निभाया वादा : नगरीय विकास एवं आवास मंत्री भूपेन्द्र सिंह ने कहा कि प्रदेश में पंचायत चुनाव में रोक लगाने का साहसिक निर्णय लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ओबीसी से किया वादा निभाया है। उन्होंने कहा था कि बिना ओबीसी आरक्षण के चुनाव नहीं होने दिए जाएंगे। इससे बड़ा और कोई निर्णय हो ही नहीं सकता था।
कमल नाथ ने कहा- पहले ही कर लेना था निर्णय
उधर, पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ ने कहा कि हम तो पहले दिन से यह बात कह रहे थे कि चुनाव संविधान और पंचायत राज अधिनियम की भावना के विरुद्ध कराए जा रहे। अध्यादेश वापस लेने की मांग भी की थी। यदि इसे पहले ही वापस ले लिया जाता तो न अनिश्चितता की स्थिति बनती और न ही ओबीसी आरक्षण समाप्त होने संबंधी आदेश होता। पूर्व पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री कमलेश्वर पटेल ने कहा कि सच्चाई की जीत हुई है। भाजपा ने ही चुनाव रोकने के लिए षड्यंत्र रचा था। वहीं, राज्यसभा सदस्य विवेक तन्खा ने ट्वीट किया कि मेरा तर्क यही तो था। मैं सत्य का साथ देता हूं और झूठ का विरोध करना मेरा स्वभाव है।
कब क्या हुआ
– 21 नवंबर : मध्य प्रदेश पंचायत राज एवं ग्राम स्वराज (संशोधन) अध्यादेश जारी हुआ।
– चार दिसंबर: राज्य निर्वाचन आयोग ने त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव का कार्यक्रम घोषित किया।
– 13 दिसंबर : चुनाव की अधिसूचना जारी होने के साथ पहले-दूसरे चरण के लिए नामांकन पत्र जमा होना शुरू हुए। न
– 17 दिसंबर : सुप्रीम कोर्ट ने अन्य पिछड़ा वर्ग के लिए आरक्षित पदों को सामान्य के लिए पुन: अधिसूचित करने के आदेश दिए। राज्य निर्वाचन आयोग ने ओबीसी वर्ग के आरक्षित पदों के नामांकन पर रोक लगाई।
– 20 दिसंबर : नामांकन पत्र जमा करने का अंतिम दिन था।
– 23 दिसंबर : नामांकन पत्र वापस लेने की प्रक्रिया पूरी हुई और अभ्यर्थियों को प्रतीक चिह्नों का आवंटन कर दिया गया।
- #MP Panchyat Elections
- #Madhya Pradesh Panchayat Election 2021
- #MP Panchayat Chunav 2021
- #MP Panchayat Elections 2021
- #Panchayat Elections in Madhya Pradesh
- #MP Sarpanch Election 2021
- #MP Sarpanch Election 2021
- #Janpad Panchayat Elections 2021
- #Jila Panchayat Elections 2021
- #MP Panchayat Chunav
- #Madhya Pradesh Panchayat Chunav
- #Madhya Pradesh Gram Panchayat Chunav
- #MP Sarpanch Chunav Date 2021
- #MP Panchayat Election
- #मध्य प्रदेश पंचायत चुनाव 2021
- #मध्य प्रदेश पंचायत चुनाव की ताजा अपडेट
हमारे द्वारा प्रकाशित समस्त प्रकार के रोजगार एवं अन्य खबरें संबंधित विभाग की वेबसाइट से प्राप्त की जाती है। कृपया किसी प्रकार के रोजगार या खबर की सत्यता की जांच के लिए संबंधित विभाग की वेबसाइट विजिट करें | अपना मोबाइल नंबर या अन्य कोई व्यक्तिगत जानकारी किसी को भी शेयर न करे ! किसी भी रोजगार के लिए व्यक्तिगत जानकारी नहीं मांगी जाती हैं ! डिजिटल एजुकेशन पोर्टल किसी भी खबर या रोजगार के लिए जवाबदेह नहीं होगा .
Team Digital Education Portal
शैक्षणिक समाचारों एवं सरकारी नौकरी की ताजा अपडेट प्राप्त करने के लिए फॉलो करें |
||
---|---|---|
Follow Us on Telegram @digitaleducationportal @govtnaukary |
Follow Us on Facebook @digitaleducationportal @10th12thPassGovenmentJobIndia |
Follow Us on Whatsapp @DigiEduPortal @govtjobalert |