नई दिल्ली: ‘वन नेशन वन राशन कार्ड’ के बाद अब सरकार ‘वन नेशन वन हेल्थ कार्ड’ लॉन्च कर सकती है। पीएम मोदी स्वतंत्रता दिवस के मौके पर इस संबंध में घोषणा कर सकते हैं। वन नेशन वन हेल्थ कार्ड योजना के तहत सभी के लिए एक स्वास्थ्य कार्ड बनाया जाएगा। योजना के तहत किए जाने वाले उपचारों और परीक्षणों का रिकॉर्ड रखा जाएगा। इससे संबंधित सभी जानकारी कार्ड में डिजिटल रूप से सेव हो जाएगी।
इसकी सबसे खास बात यह होगी कि अगर आप इलाज के लिए देश के किसी भी कोने में जाते हैं, तो पुरानी रिपोर्ट को अपने साथ नहीं ले जाना पड़ेगा। बल्कि, डॉक्टर्स यूनिक आईडी के जरिए खुद मेडिकल रिकॉर्ड देखेंगे। हर नागरिक के लिए सिंगल यूनिक आईडी जारी की जाएगी। यूनिक आईडी लॉगिन होगा। योजना को चरणबद्ध तरीके से लागू किया जा सकता है।
इसके लिए क्लीनिक, अस्पताल और डॉक्टरों को एक केंद्रीय सर्वर के माध्यम से जोड़ा जाएगा। योजना के पहले चरण का बजट 500 करोड़ रखा गया है। स्वास्थ्य कार्ड आधार कार्ड के आधार पर बनाया जाएगा, हालांकि इसके लिए किसी भी नागरिक को मजबूर नहीं किया जाएगा। इस योजना का लाभ लेना पूरी तरह से वैकल्पिक है। यानि नागरिक इसे अपनी मर्जी से बना सकते हैं। यह अनिवार्य नहीं है। बता दें कि नागरिकों की निजी जानकारी को गोपनीय रखा जाएगा।