नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। देश के सबसे बड़े बैंक भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआइ) ने कृषि से जुड़ी गतिविधियों व सूक्ष्म, लघु व मझोले उद्योगों को प्रमुखता से कर्ज बांटने के लिए एक नई पहल की शुरुआत की है। बैंक ने इसके लिए अपने 8,000 शाखाओं का चयन किया है जो छोटे किसानों व व्यवसायियों के लिए खास तौर पर कर्ज बांटने या सरकार की योजनाओं के मुताबिक वित्तीय सेवा देने का काम करेंगे।
एसबीआइ के चेयरमैन ने इस अभियान के लिए ‘फाइनेंशिएल इनक्लूजन एंड माइक्रो मार्केट’ वर्टिकल के नई दिल्ली कार्यालय का उद्घाटन करते हुए यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार के विभिन्न मंत्रालयों व विभागों की तरफ से कई तरह के कार्यक्रम चलाये जाते हैं
जिन्हें लागू करने की जिम्मेदारी इस वर्टिकल पर होगी। ग्राहकों को दरवाजे पर जा कर बैंकिंग सेवा देने का काम भी यह वर्टिकल धीरे धीरे शुरु करेगा। इसकी एक बड़ी खासियत यह होगी कि ग्रामीण क्षेत्र के गरीबों के साथ ही शहरी गरीबों के लिए चलाये जा रहे कार्यक्रमों को भी इससे आगे बढ़ाया जाएगा।
कुमार ने इस मौके पर कहा, ”यह बैंक के इतिहास में एक और महत्वपूर्ण दिन है जब हमने FIMM वर्टिकल के कार्यालय को मुंबई से दिल्ली शिफ्ट कर दिया है।इससे हमें सरकारी एजेंसियों और पदाधिकारियों से बेहतर सामंजस्य स्थापित करने में मदद मिलेगी। इससे सभी श्रेणियों के ग्राहकों के लिए बैंकिंग सर्विस की गुणवत्ता और उपलब्धता बेहतर होगी।”