शिक्षक भर्ती shikshak-bharti “भर्ती दो या अर्थी दो” को लेकर बेरोजगारों ने राजधानी में किया हंगामा
भोपाल।
रोशनपुरा चौराहे पर एक हजार से अधिक युवकों ने की मुख्यमंत्री के खिलाफ नारेबाजी।चक्काजाम करने पर लाठीचार्ज, आधा सैकड़ा लड़के-लड़कियों को गिरफ्तार। राजधानी के रोशनपुरा चौराहे पर मप्र बेरोजगार संघ एवं शिक्षक पात्रता संघ के आह्वान पर शुक्रवार को इकट्ठा हुए लगभग एक हजार से अधिक बेरोजगार युवकों ने जमकर हंगामा किया।
यह सभी बेरोजगार भर्ती दो या अर्थी दो की मांग कर रहे थे। कोई सुनवाई नहीं होने पर मुख्यमंत्री के खिलाफ नारेबाजी करते हुए सड़क पर बैठ गए थे। चक्काजाम करते हुए इन युवाओं ने सरकार से रोजगार दिए जाने की मांग की। पुलिस ने प्रदर्शन कर रहे लड़के लड़कियों पर लाठीचार्ज कर खदेड़ दिया। प्रदर्शन की अनुमति नहीं होने और जबर्दस्ती करने के कारण इसमें लगभग आधा सैकड़ा लड़के व लड़कियों को गिरफ्तार भी किया गया है।
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शिक्षक भर्ती “भर्ती दो या अर्थी दो” को लेकर बेरोजगारों ने राजधानी में किया हंगामा
पुलिस विभाग सहित लंबे समय से किसी भी विभाग में भर्ती नहीं होने के साथ ही शिक्षक भर्ती की तीन वर्ष से प्रक्रिया पूरी नहीं होने के कारण शिक्षित बेरोजगारों में रोष है। इस गुस्से को लेकर कोरोना संक्रमण की परवाह किए बगैर आज एक हजार से अधिक युवा राजधानी पहुंच गए हैं। इस प्रदर्शन के लिए संघों ने शासन-प्रशासन से अनुमति मांगी थी, लेकिन कोरोना के कारण अनुमति नहीं दी गई। इसके बाद भी यह युवा भोपाल पहुंच गए हैं।
पुलिस का कहना है कि बिना अनुमति आए इन युवकों से ज्ञापन लेकर इन्हें जाने के लिए कहा गया, लेकिन जब यह नहीं गए तो बल प्रयोग और गिरफ्तारी करना पड़ी है। वहीं प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाए कि पुलिस ने उन पर जानबूझकर लाठीचार्ज किया है। प्रदर्शन की जानकारी पहले से ही पुलिस प्रशासन को दे दी गई थी। हम सामान्य प्रदर्शन कर रहे थे, लेकिन पुलिस ने हमें पीटा है। कई लोगों को चोटें भी आई हैं।
यह हैं बेरोजगारों की मांगें
-पुलिस विभाग में सब इंस्पेक्टर
-पुलिस विभाग में सब इंस्पेक्टर के 1500 व आरक्षक के 15000 पदों के लिए वैकेंसी निकाली जाए।
-आवेदन के लिए उम्र 37 वर्ष की जाए।
-पीएचक्यू के बजाय पीईबी के माध्यम से भर्ती परीक्षा कराई जाए।
-पुलिस, शिक्षा, राजस्व सहित अन्य शासकीय विभागों में वैकेंसी निकाली जाए।
-स्कूल शिक्षा विभाग एवं आदिम जाति कल्याण विभाग से स्थाई शिक्षकों के रिक्त पदों में वृद्धि कर भर्ती शीघ्र अति शीघ्र की जाए।
-स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा जारी विज्ञप्ति में सुधार किया जाए एवं रिक्त पदों में वृद्धि की जाए।
-प्रदेश के मूल-निवासियों को समस्त शासकीय सेवाओं में प्राथमिकता प्रदान की जाए।
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Educational News शैक्षणिक समाचार 5 सितम्बर 2020(Opens in a new browser tab)
क्या कहते हैं प्रदर्शनकारी
प्रदेश किसी भी विभाग में वर्ष 2017 से भर्ती नहीं हुई है। आज बेरोजगारों द्वारा भर्तियों की मांग को लेकर प्रदर्शन किया गया, लेकिन पुलिस द्वारा लाठीचार्ज कर भगा दिया गया, इसलिए यह प्रदर्शन सफल नहीं हो पाया है।
-गौरव भायल, बेरोजगार, इंदौर
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प्रदेश में काफी समय से भर्तियां नहीं होने से शिक्षित बेरोजगार परेशान हैं। सरकार मन की बात तो बहुत कर चुकी अब रोजगार की भी बात करे। हम चाहते हैं कि टाइम से वैकेंसी और उसका रिजल्ट आए और टाइम से भर्ती हो। सरकार द्वारा पुलिस से बल प्रयोग कराकर हमारी आवाज दबा रही है।
-मोहित, बेरोजगार, उज्जैन
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सरकार बेरोजगारों के साथ छलावा कर रही है। आठ साल बाद टीचर के लिए वैकेंसी निकाली गई,
लेकिन पद नाममात्र के निकाले गए हैं। हम चाहते हैं कि शिक्षकों के पदों में वृद्धि की जाए।
अन्यथा आज सभी भर्तियों के लिए एक हजार युवा आए हैं, आगे कई हजारों की संख्या में आएंगे।
-ममता निगम, पात्र शिक्षक, इंदौर
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वर्षों से गरीबी व अन्य विपदाओं को सहते हुए युवाओं ने पढ़ाई की है, लेकिन भर्तियां नहीं होने के कारण वह परेशान हैं। हम लंबे समय से माध्यमिक व उच्च माध्यमिक शिक्षके के पद बढ़ाने की मांग कर रहे हैं, लेकिन सरकार नहीं सुन रही है। आज बेरोजगारों का गुस्सा फूटा है, आगे यह सैलाब बन सकता है।