बोर्ड परीक्षा में शिक्षकों को थाने पर बैठाने का मामला: सवाल सुन कुर्सी छोड़कर भागे जिला शिक्षा अधिकारी, शिक्षक संघ उतारा विरोध में Digital Education Portal

भिंड में बोर्ड परीक्षा के दौरान शिक्षकों को थाने में बैठाए जाने का मामला तूल पकड़े हुए। जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा जारी किए गए आदेश के बाद सुबह से प्राइवेट शिक्षकों के पास अफसरों ने थाने आने के लिए फोन लगाया। वहीं, शिक्षक संघ इस बात के विरोध में उतर आए है। इस मामले को लेकर जब Digital Education Portal ने जिला शिक्षा अधिकारी हरिभुवन सिंह तोमर से बातचीत की, तो वे कुर्सी छोड़कर भागे।
यह है मामला
भिंड जिला प्रशासन ने बोर्ड परीक्षा में नकल पर अंकुश लगाए रखने के लिए अजीबो-गरीब निर्णय लिया। बोर्ड परीक्षा के आयोजन के दौरान विशेष विशेषज्ञों को थाने में बैठाना होगा। इस निर्णय के पीछे जिला प्रशासन का तर्क यह है कि ऐसा करने से जिले में आयोजित होने वाली बोर्ड परीक्षा में नकल नहीं हो सकेगी। यह निर्णय के बाद जिला शिक्षा अधिकारी हरिभुवन सिंह तोमर ने जिले के समस्त ब्लॉक स्तर के अफसरों को फरमान जारी किया है। यह फरमान को लेकर सोशल मीडिया पर खूब चर्चा हो रही है। लोग इसे अफलातून आदेश, तुगलकी फरमान, अंग्रेजों के जमाने का ऑर्डर, मुगलाें के जमाने का फरमान बता रहे है। जब चारों ओर इस आदेश को लेकर शिक्षा विभाग व जिला प्रशासन घिरने लगा तो उन्होंने थाने न बैठाकर भिंड शहर में डाइट काॅलेज व कस्बों में परीक्षा के दौरान बनाए गए कंट्रोल रूम में बैठाया।
अफसर बोले- थाने आओ, ट्यूटर ने कहा- मैं बदमाश नहीं हूं
भिंड शहर समेत पूरे जिले में अंग्रेजी के डेढ़ सौ से ज्यादा ट्यूटरों को चिह्नित किया गया। उन्हें सुबह के समय प्रशासनिक अफसरों ने फोन करके आने को कहा। इसके बाद ट्यूटरों ने भी अफसरों केा खूब हड़काया और कहा कि मैं बदमाश नहीं हूं, जो थाने आकर हाजिरी लगाऊं। मेरा कोई अपराध हो तो बताओ। यह सुनकर प्रशासनिक अफसर भी कन्नी काटते नजर आए। इस पूरे मामले में प्राइवेट शिक्षक संघ के अध्यक्ष नितिन दीक्षित ने कहा कि यह शिक्षकों का अपमान है। शिक्षक हमेशा नकल के विरोध रहे है। नकल माफियाओं को प्रशासन चिह्नित करें। शिक्षकों को थाने बैठाकर उनकी छबि धूमिल होगी। इस बात का विरोध करता हूं।
मेहगांव में थाने पर बैठे शिक्षक।
प्रश्न सुनते ही डीईओ ने छोड़ी कुर्सी
इस पूरे मामले में जब जिला शिक्षा अधिकारी हरिभुवन सिंह से बातचीत करनी चाहती तो उन्होंने कहा कि मैंने कोई ऐसा आदेश नहीं निकाला। जब उसने पूछा गया कि आदेश की कॉपी है। इस आदेश के पीछे का कारण क्या था। वे बिना बताए कुर्सी से उठकर चलते बने।
नकल रहित बोर्ड परीक्षा कराने की पहल
भिंड में नकल पर प्रतिबंध लगाए जाने के लिए शिक्षकों को सम्मान पूर्वक थाने पर आने को बुलाया गया। कुछ स्थानों पर शिक्षकों को बुलाकर बैठाया गया है। नकल रहित परीक्षाएं कराए जाने के लिए पहल की गई है।
– डॉ सतीश कुमार एस, जिला शिक्षा अधिकारी, भिंड
हमारे द्वारा प्रकाशित समस्त प्रकार के रोजगार एवं अन्य खबरें संबंधित विभाग की वेबसाइट से प्राप्त की जाती है। कृपया किसी प्रकार के रोजगार या खबर की सत्यता की जांच के लिए संबंधित विभाग की वेबसाइट विजिट करें | अपना मोबाइल नंबर या अन्य कोई व्यक्तिगत जानकारी किसी को भी शेयर न करे ! किसी भी रोजगार के लिए व्यक्तिगत जानकारी नहीं मांगी जाती हैं ! डिजिटल एजुकेशन पोर्टल किसी भी खबर या रोजगार के लिए जवाबदेह नहीं होगा .Team Digital Education Portal
शैक्षणिक समाचारों एवं सरकारी नौकरी की ताजा अपडेट प्राप्त करने के लिए फॉलो करें |
||
---|---|---|
Follow Us on Telegram @digitaleducationportal @govtnaukary |
Follow Us on Facebook @digitaleducationportal @10th12thPassGovenmentJobIndia |
Follow Us on Whatsapp @DigiEduPortal @govtjobalert |