पैरामिलेट्री एवं पुलिस में भर्ती के लिए इच्छुक कक्षा 12वीं में अध्ययनरत छात्र छात्राओं हेतु “लक्ष्य” योजना अंतर्गत निशुल्क कोचिंग प्रशिक्षण, ऐसे करे आवेदन, Digital Education Portal

मध्य प्रदेश स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा कक्षा 12 वीं में अध्ययनरत छात्र छात्राओं के लिए पैरामिलिट्री फोर्स एवं पुलिस फोर्स में भर्ती हेतु निशुल्क कोचिंग क्लासेस की व्यवस्था लक्ष्य योजना अंतर्गत की जाती है। लक्ष्य योजना मध्य प्रदेश सरकार की अभिनव योजना है जो कि बालक एवं बालिकाओं दोनों के लिए समान रूप से लागू की गई है एवं इस योजना अंतर्गत प्रतिवर्ष 40 से 50 बालक एवं बालिकाओं को निशुल्क प्रशिक्षण तथा कोचिंग की व्यवस्था मध्य प्रदेश स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा की जाती है।

डिजिटल एजुकेशन पोर्टल द्वारा विद्यार्थियों के हितों को ध्यान में रखते हुए कक्षा 12 वीं में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं के लिए इस योजना की विस्तृत जानकारी आवेदन करने की प्रक्रिया तथा अन्य आवश्यक जानकारियां इस लेख में प्रदान की जा रही है। कृपया यह लेख अपने सहपाठियों को अनिवार्य रूप से अधिक से अधिक शेयर करना सुनिश्चित करें ताकि वे भी इस योजना का लाभ प्राप्त कर सकें।
भारत शासन द्वारा पैरामिलिट्री फोर्स में महिलाओं के लिये 30 प्रतिशत आरक्षण की व्यवस्था है। पैरा मिलिट्री फोर्स इत्यादि में सिपाही के पद पर सीधे भर्ती की जाती है जिसके लिये न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता 10वीं पास एवं न्यूनतम आयु 18 वर्ष होना आवश्यक है।
स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा शालाओं में बालिकाओं के लिये पठन-पाठन एवं खेलकूद की गतिविधियों संचालित की जाती है। मध्यप्रदेश शासन द्वारा महिला सशक्तिकरण के लिए लक्ष्य योजना अंतर्गत ऐसी छात्राएं जो पैरामिलिट्री फोर्स एवं पुलिस फोर्स में भर्ती होना चाहती है के लिये प्रत्येक जिले में 40 से 50 बालिकाओं के लिये निःशुल्क गैर आवासीय कोचिंग की व्यवस्था की जा रही है, जिसमें जिला मुख्यालय स्तर की बालिकाएं 12वीं की पढ़ाई के साथ विशेष प्रशिक्षण प्राप्त कर सकें।
पैरामिलिट्री फोर्स एवं पुलिस फोर्स में भर्ती के लिए निशुल्क कोचिंग हेतु प्रवेश प्रक्रिया 2021
मध्यप्रदेश शासन स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा कक्षा 12 वीं में अध्ययनरत ऐसी छात्राएं जो कि पैरामिलिट्री फोर्स एवं पुलिस फोर्स में भर्ती होने की इच्छुक हैं उनके लिए निशुल्क कोचिंग की व्यवस्था की जा रही है इस कोचिंग में भाग लेने वाली छात्राओं के लिए प्रवेश प्रक्रिया निर्धारित की गई है जो निम्नानुसार है। यह जानकारियां डिजिटल एजुकेशन पोर्टल पर देख रहे हैं
परीक्षा का स्वरूप –
इस परीक्षा में लिखित एवं शारीरिक क्षमता का परीक्षण किया जाता है। टॉपिकवार निम्नानुसार प्रश्न पूछे जाते।
निःशुल्क कोचिंग हेतु बालिकाओं के चयन की प्रक्रिया
प्रत्येक विकासखंड मुख्यालय पर स्थित शालाओं में निम्नानुसार योग्यताधारी बालिका शाला के प्राचार्य के माध्यम से विकासखंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय को 16 अगस्त 2021 तक आवेदन प्रेषित करेंगें।
- बालिका की आयु 17 वर्ष से अधिक होनी चाहिये।
- बालिका किसी शासकीय स्कूल में कक्षा 12वीं अध्ययनरत हो ।
- कक्षा 10 वीं परीक्षा में न्यूनतम 50 प्रतिशत अंक हों।
- बालिका ऊँचाई 153 सेमी या उससे अधिक हो वजन ऊँचाई के अनुपात में हो।
- बालक के लिए ऊंचाई 163 सेंटीमीटर या उससे अधिक हो वजन ऊंचाई के अनुपात में हो।
- बालिका की दूर दृष्टि 6/6 : 6/9 होनी चाहिये।
- Knock Knee एवं Flat Foot नहीं होना चाहिये।
(ब) शालाओं के प्राचार्य का दायित्व
- निर्धारित मापदण्ड की पूर्ति करने वाली बालक बालिकाओं को प्रोत्साहित करना।
- आवेदन के प्रारूप की प्रति बालक बालिकाओं को उपलब्ध कराना।
- इच्छुक बालक बालिकाओं से आवेदन भरवाना।
- बालिकाओं से प्राप्त आवेदनों को परीक्षण उपरोक्त आधार पर कर अर्हताधारी बालक बालिकाओं का आवेदन पत्र मय सूची के जिला शिक्षा अधिकारी को दिनांक 17:08.2021 तक प्रेषित करना।
- परीक्षा का स्थान तय होने की सूचना प्राप्त होने पर स्कूल की शिक्षिका के साथ बालक /बालिकाओं को हेतु भेजना।
परीक्षा का आयोजन
जिला स्तर पर प्राप्त आवेदनों के आधार पर बालिकाओं को परीक्षा हेतु आमंत्रित किया जाएगा। परीक्षा का आयोजन अगस्त माह में किया जाएगा।
• फिजिकल परीक्षा:
पुलिस विभाग, खेलकूद विभाग, NCC के सहयोग से परीक्षा आयोजित की जाएगी।
- 1. कम से कम 8:40 मिनिट में 01 मील की दौड़ पूरी करना होगी। (50 अंक)
- 2. कम से कम 02 फिट 09 इंच की ऊँची कूद (High Jump) पास करना होगा जिसके लिये 03 अवसर दिए जाएंगे। (30 अंक)
- 3. कम से कम 8 फिट की लम्बी कूद (Long Jump) पास करना होगी जिसके लिये 03 अवसर दिए जाएंगे (20 अंक)
लिखित परीक्षा (पूर्णांक 100):
- फिजिकल परीक्षा उत्तीर्ण करने वाली बालिकाओं बालको की लिखित परीक्षा ली जाएगी।
- फिजिकल परीक्षा में चयनित बालक बालिकाओं की सामान्य ज्ञान, गणित, हिन्दी एवं अंग्रेजी विषय के वस्तुनिष्ठ प्रश्नों के रूप में ली जाएगी।
- इसका प्रश्न पत्र विमर्श पोर्टल पर अपलोड किया
जाएगा।
जिला शिक्षा अधिकारी का दायित्व
- जिला स्तर पर खेल प्रभारी (जिला खेल अधिकारी) को नोडल अधिकारी बनाना।
- प्रचार-प्रसार करना समस्त विद्यालयों में एन.सी.सी. शिक्षक / फिजिकल एजुकेशन / व्यावसायिक व्याख्याता को निर्देशित करें कि उपरोक्त के संबंध में समस्त उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों में जहाँ बालक अध्ययनरत हैं, उन विद्यालयों में प्रचार-प्रसार करें।
- जिला स्तर पर महिला नोडल अधिकारी द्वारा बालक बालिकाओं का प्रथम चरण का फिजिकल टेस्ट एवं परीक्षण करवाना।
- मापदंड पूर्ण करने वाली बालिकाओं बालको की सूची तैयार करवाना
- प्रशिक्षण हेतु एक शाला का चिन्हांकन करना इसी शाला में सभी चयनित बालिकाओं बालको को प्रशिक्षित किया जावेगा।
- प्रशिक्षण स्थल का चयन इस तरह करें कि शाला के निकट स्टेडियम / खेल मैदान उपलब्ध हो ताकि फिजिकल ट्रेनिंग भी हो सके।
- जिला शिक्षा अधिकारी नियमित रूप से मॉनिटरिंग करेंगे तथा प्रगति की समीक्षा करेंगे तथा समय-समय पर निकलने वाले विज्ञापन में बालक बालिकाओं से आवेदन करवाकर परीक्षा में सम्मिलित कराएंगे।
प्रशिक्षण, निःशुल्क कोचिंग 01 सितंबर 2021 से
प्रशिक्षण लिखित परीक्षा एवं फिजिकल ट्रेनिंग दोनों के लिए होगा।
यह निःशुल्क कोचिंग 01 सितंबर 2021 से आरंभ होकर संचालित होगी।
- चयनित शाला में लिखित परीक्षा की तैयारी हेतु कोचिंग सामान्यतः प्रतिदिन प्रातः 8:00 बजे से 10:00 बजे तक होगी।
- बालक बालिकाओं की सहमति के आधार पर शाम का समय भी रखा जा सकता है।
- प्रतिदिन 2 घंटे की कक्षा संचालित की जाएगी। इस हेतु 02 शिक्षकों को (लिखित परीक्षा की कोचिंग हेतु) जो इस प्रशिक्षण को देने में रुचि रखतें हों उनका चयन जिला स्तर पर किया जाएगा।
- इसके अतिरिक्त एक फिजिकल ट्रेनर भी रखा जाएगा जो सप्ताह में 04 दिन में 90 मिनट प्रतिदिन तथा रविवार को 2 घंटे प्रशिक्षित करकरेगा।
कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक का दायित्त्व
- कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक अपने स्तर से इस संपूर्ण प्रक्रिया की समीक्षा करेंगे तथा बालिकाओं के चयन के समय अपने स्तर से पर्यवेक्षक नियुक्त करेंगे।फिजिकल परीक्षण के पूर्व बालिकाओं का मेडिकल टेस्ट करवा लिया जाए उपयुक्त होने पर ही सम्मिलित करवाया जाये।
- बालिकाओं को कोई बीमारी नहीं होनी चाहिये माता पिता की सहमति के बाद ही परीक्षा में सम्मिलित किया जाएगा।
- फिजिकल परीक्षण के समय डॉक्टर की व्यवस्था स्थल पर होनी चाहिए। एंबुलेंस की व्यवस्था भी परीक्षण स्थल पर होनी चाहिए।
- फिजिकल परीक्षण हेतु गठित टीम में शिक्षा विभाग, पुलिस विभाग, NCC के अधिकारी होंगे।
- फिजिकल परीक्षण के उपरांत बालक बालिकाओं को जूस, ग्लूकोज, नाश्ते की व्यवस्था की जाये राशि का व्यय व्यावसायिक शिक्षा की कंटेजेंसी की मदद से किया जजाएगा।
- ट्रेनिंग हेतु पुलिस स्टेडियम उपलब्ध कराया जाये जहाँ नियमित रूप से बालक बालिकाओं को फिजिकल परीक्षण दिया जाए। •
- चयनित शिक्षक जो प्रतिदिन अध्यापन करायेंगे उनके साथ नियमित समीक्षा की जायेगी बालिकाओं की प्रगति का फीडबेक लिया जाएगा। नियमित टेस्टिंग की भी व्यवस्था होगी।
- टॉपिकवार शिक्षकों का चयन भी किया जा सकता है शिक्षक को पठन-पाठन के लिए रू.200 प्रति दिवस देय होगा अधिकतम रु.5000/- प्रतिमाह होगा
- पाठ्यक्रम के टॉपिक 03 माह में पूर्ण कराये जाने हैं अतः सप्ताहवार टॉपिक तय किये जा सकते हैं।
- शाला स्तर पर बालक बालिकाओं का नियमित टेस्ट लिया जाएगा। उनसे अभ्यास करवाया जायेगा।
बजट की व्यवस्था
- प्रत्येक शिक्षक को रु.5000/- प्रतिमाह के मान से मानदेय प्रदान किया जाएगा।
- इसके अतिरिक्त शारीरिक, क्षमताओं में वृद्धि के लिये एक स्पोर्ट्स अधिकारी का चयन किया जाएगा जिसके द्वारा सप्ताह में 04 दिवस प्रातः 06:30 से 08:00 बजे तक एवं रविवार को 02 घंटे बालिकाओं को फिजिकल प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा।
- प्रशिक्षकों को प्रतिमाह अधिकतम रु.5000/- (रु. 200/- प्रतिदिवस) के मान से मानदेय दिया जाएगा। •
- बालक बालिकाओं को पठन-पाठन सामग्री तथा प्रशिक्षकों के मानदेय इत्यादि हेतु प्रति विकासखंड रु. 50000/ की राशि शाला को प्रदान की जाएगी।
- राशि का व्यय व्यावसायिक शिक्षा की कटेजेंसी मद से किया जाएगा।
यह संपूर्ण प्रक्रिया 18 अगस्त 2021 तक पूरी की जाना है अतः डिजिटल एजुकेशन पोर्टल अपील करता है कि समस्त विद्यार्थी गण दी गई समय सारणी के अनुसार पैरामिलिट्री फोर्स या पुलिस फोर्स में भर्ती के इच्छुक छात्र-छात्राएं शीघ्र आवेदन कर सकते हैं। कृपया इस लेख को अपने अन्य सहपाठी साथियों के साथ भी अवश्य शेयर करें ताकि वह भी लक्ष्य निशुल्क कोचिंग योजना का लाभ प्राप्त कर सकें।