विश्वविद्याल में लागू होगी एकेडमिक बैंक आफ क्रेडिट एबीसी योजना , बेकार नहीं जाएगा पढ़ाई बीच में छोड़ना, जमा रहेगा क्रेडिट
विश्वविद्याल में लागू होगी एकेडमिक बैंक आफ क्रेडिट एबीसी योजना , बेकार नहीं जाएगा पढ़ाई बीच में छोड़ना, जमा रहेगा क्रेडिट
नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अमल की दिशा में विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने एक और बड़ा कदम उठाया है। इसके तहत उच्च शिक्षण संस्थानों में अब कामर्शियल बैंकों की तरह एकेडमिक बैंक आफ क्रेडिट (एबीसी) नाम की एक नई स्कीम शुरू होगी।
एकेडमिक बैंक आफ क्रेडिट एबीसी योजना
इसमें छात्रों की बीच में छोड़ी गई पढ़ाई बेकार नहीं जाएगी। बल्कि जितने समय पढ़ाई की है, उसका क्रेडिट इस प्रस्तावित बैंक में जमा रहेगा। उसके आधार पर वह कभी भी पढ़ाई शुरू कर सकेगा या फिर अपने जमा क्रेडिट को भुना भी सकेगा। इस दौरान उसने यदि एक साल की पढ़ाई पूरी करली है, तो उसे कोर्स का सर्टिफिकेट मिल जाएगा। वहीं दो साल की पढ़ाई पूरी कर ली है तो डिप्लोमा मिल जाएगा।
बीच में पढ़ाई छोड़ने पर भी मिलेगा लाभ
एबीसी नाम से प्रस्तावित इस स्कीम तहत विश्वविद्यालयों में पढ़ने वाले छात्र किसी कोर्स को बीच में छोड़कर किसी नए कोर्स की पढ़ाई भी कर सकेंगे। इस बीच उस कोर्स का क्रेडिट बाद में मुख्य कोर्स के साथ जुड़ जाएगा। यानी किसी कोर्स के बीच में भी कोई नया कोर्स करने की आजादी मिलेगी। इसके साथ ही छात्र अपने जमा क्रेडिट के आधार पर किसी दूसरे विश्वविद्यालय में भी प्रवेश ले सकेंगे। फिलहाल यूजीसी ने इसके रेगुलेशन का मसौदा तैयार किया है। जिसे लेकर देशभर के सभी विश्वविद्यालयों से राय मांगी है।