सीबीएसई 7 सितंबर से भरे जाएंगे 10वीं 12वीं के परीक्षा फॉर्म ऑनलाइन भेजने होंगे दस्तावेज
सीबीएसई की दसवीं और 12वीं बोर्ड परीक्षा 2021 के आवेदन पत्र सात सितंबर से भरे जाएंगे। सीबीएसई ने देश के सभी स्कूल प्रबंधन को इस संबंध में सूचना भेज दी है। परीक्षा आवेदन पत्र भरने का आखिरी मौका 15 अक्तूबर तक है। इसके अलावा 16 से 31 अक्तूबर तक लेट फीस के साथ आवेदन कर सकेंगे।
सीबीएसई प्रबंधन ने स्कूल प्रबंधन ने शैक्षणिक सत्र 2020-21 के लिए विशेष दिशा-निर्देश भी जारी किए हैं। इन्हीं दिशा-निर्देशों के तहत ऑनलाइन क्लासरूम, परीक्षा से लेकर अन्य काम होंगे। छात्र और अभिभावकों को ऑनलाइन ही सभी डाक्यूंट स्कूल प्रबंधन को देने होंगे। आवेदन पत्र में माता, पिता या छात्र का नाम, जन्मतिथि की स्पेलिंग आदि सभी जांचकर भेजने होंगे।क्योंकि इस साल आवेदन में सुधार का मौका नहीं मिलेगा।
सामान्य वर्ग के छात्रों को 1500 रुपये फीस 10वीं और 12वीं कक्षा के सामान्य वर्ग के छात्रों को पांच विषयों के साथ आवेदन पत्र भरने की फीस 15 सौ रुपये होगी। जबकि आरक्षित वर्ग और दिल्ली के सरकारी स्कूलों के सभी छात्रों को 12सौ रुपये लगेंगे। यदि कोई छात्र अतिरिक्त विषय रखा है तो उसके लिए 300 रुपये अतिरिक्त देने होंगे।
यदि कोई छात्र 15 अक्तूबर तक परीक्षा आवेदन पत्र भरने में चूक जाता है तो फिर 16अक्तूबर से 31 अक्तूबर तक प्रति छात्र दो हजार रुपये लेट फीस देनी होगी। इसके अलावा 12वीं कक्षा के छात्र को प्रैक्टिकल विषय के लिए प्रति विषय 150 रुपये फीस देनी होगी। वहीं, माइग्रेशन सर्टिफिकेट की फीस 350 रुपये होगी।
कंटेनमेंट जोन वाले छात्रों की परीक्षा पर समिति लेगी फैसला कोरोना पॉजिटिव और कंटेनमेंट जोन के छात्रों की बाद में परीक्षा लेने के मुद्दे पर अगले हफ्ते सरकार नए दिशा-निर्देश जारी करेगी। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने नई एसओपी में ऐसे छात्रों की बाद में प्रवेश या वार्षिक परीक्षा कराने का प्रावधान किया है। नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने बृहस्पतिवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय को पत्र लिख कर दोबारा परीक्षा से संबंधित जानकारी मांगी है। दरअसल एनटीए ने दोबारा परीक्षा की घोषणा नहीं की है, जिससे छात्र असमंजस में हैं।
अधिकारी के मुताबिक, जेईई और नीट दोबारा कब और कैसे होगी इस पर अभी कोई फैसला नहीं हुआ था। हालांकि अब स्वास्थ्य मंत्रालय ने परीक्षाओं को लेकर नई एसओपी में इसका प्रावधान कर दिया है। इसी हफ्ते सरकार की समिति की बैठक होगी, जिसमें फैसला होगा। उसी आधार दोबारा परीक्षा के लिए दिशा-निर्देश जारी किए जाएंगे।