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एमपी में बादल फटे खाली कराए गए घर बुलाई गई सेना और हेलीकॉप्टर तस्वीरों में देखिए कहर बरपा रही बारिश

भोपाल. एमपी मध्य प्रदेश में पिछले 24 घंटे से हो रही मूसलाधार बारिश ने लोगों की परेशानी बढ़ा दी है। प्रदेश के सभी जिले पानी से तरबतर हो गए। नर्मदा नदी का जल स्तर खतरे के निशान 964 फिट से 4 फिट ऊपर पहुंच गया है। बारिश ने इस कदर कहर बरपाया कि होशंगाबाद में बाढ़ के हालात को देखते हुए सेना बुलाई गई है। सीएम शिवराज सिंह चौहान ने मुख्यमंत्री निवास पर आपात बैठक बुलाकर आधिकारियों को हालातों से निपटने के लिए आदेश दे दिए हैं। वहीं एनडीआरएफ की दो यूनिट भी मदद के लिए पहुंच रही हैं और हेलिकाप्टर भी लोगों की मदद के लिए पहुंचने वाले हैं।राजधानी भोपाल में शुक्रवार शाम करीब 6 बजे शुरू हुई बारिश का सिलसिला जारी है।

सुबह 6 बजे तक राजधानी में 98 मिमी पानी गिर चुका है। भदभदा के 6 से ज्यादा गेट खोल दिए गए हैं। वहीं प्रदेश में 251 में से 120 डैम में पानी क्षमता से 90% से ज्यादा हो चुका है। आलम यह है कि निचले इलाकों में रहने वाले लोगों के घरों में पानी भर गया। इतना ही नहीं सड़कों पर पानी भरने से जगह-जगह ट्रैफिक जाम के हालात बन गए। किसी की कार डूब गई तो किसी बाइक दिखाई ही नहीं दी।

मौसम विभाग के मुताबिक, आने वाले दो दिन तक प्रदेश में इसी तरह बारिश होती रहेगी। प्रदेश के सभी जिलों में भारी बारिश का अलर्ट कर दिया गया है। वहीं छिंदवाड़ा, विदिशा, सीहोर, राजगढ़, शाजापुर और आगर में रेड अलर्ट जारी किया है। भोपाल और इंदौर समेत 18 जिलों में तेज बारिश का यलो अलर्ट जारी किया है।

घरों में पानी लबालब भरने से लोगों का जनजीवन पूरी तरह से अस्त-व्यस्त हो गया। लोगों को घरों से निकालने के लिए प्रशासन को रेस्क्यू करना पड़ा और सड़कों पर नाव चलानी पड़ी। बड़वानी में बैक वाटर में दौड़ने लगीं।

भारी बारिश की बजह से प्रदेश के सभी डैम के गेट खोल दिए गए हैं, जिसमें ओंकारेश्वर में 23 में से 21 गेट खोले, तवा डैम के सभी 13 गेट खोले गए, बरगी के 21 में से 17 गेट खोले दिए, भोपाल में भदभदा के 4 और कलियासोत के 5 गेट खोले गए और इंदिरा सागर के 22 गेट खोले गए हैं।

सीएम शिवराज सिंह चौहान ने आज सुबह 10 मुख्यमंत्री निवास पर आपात बैठक बुलाई। जिसमें सभी जिले के कलेक्टर और आधिकारियों से कहा कि आप लोग बारिश के हालातों पर लगातार नजर बनाए रखें, जैसी भी जरूरत हो उस प्रकार लोगों की मदद की जाए। बस किसी तरह से आम जनता को मुसीबत का सामना नहीं करना पड़े।

होशंगाबाद में बाढ़ के हालात पैदा हो गए हैं, सीएम के आदेश पर लोगों को परेशानी कम करने लिए एनडीआरएफ की टीम और हेलिकाप्टर पहुंचने वाले हैं। तस्वीर को देखकर अंदाजा लगा सकते हैं कि यह नर्मदा नदी का पुल डूबने लगा है।

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सुबह 6 बजे तक राजधानी में 98 मिमी पानी गिर चुका है। भदभदा के 6 से ज्यादा गेट खोल दिए गए हैं। वहीं प्रदेश में 251 में से 120 डैम में पानी क्षमता से 90% से ज्यादा हो चुका है। आलम यह है कि निचले इलाकों में रहने वाले लोगों के घरों में पानी भर गया। इतना ही नहीं सड़कों पर पानी भरने से जगह-जगह ट्रैफिक जाम के हालात बन गए। किसी की कार डूब गई तो किसी बाइक दिखाई ही नहीं दी।

मौसम विभाग के मुताबिक, आने वाले दो दिन तक प्रदेश में इसी तरह बारिश होती रहेगी। प्रदेश के सभी जिलों में भारी बारिश का अलर्ट कर दिया गया है। वहीं छिंदवाड़ा, विदिशा, सीहोर, राजगढ़, शाजापुर और आगर में रेड अलर्ट जारी किया है। भोपाल और इंदौर समेत 18 जिलों में तेज बारिश का यलो अलर्ट जारी किया है।

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घरों में पानी लबालब भरने से लोगों का जनजीवन पूरी तरह से अस्त-व्यस्त हो गया। लोगों को घरों से निकालने के लिए प्रशासन को रेस्क्यू करना पड़ा और सड़कों पर नाव चलानी पड़ी। बड़वानी में बैक वाटर में दौड़ने लगीं।

भारी बारिश की बजह से प्रदेश के सभी डैम के गेट खोल दिए गए हैं, जिसमें ओंकारेश्वर में 23 में से 21 गेट खोले, तवा डैम के सभी 13 गेट खोले गए, बरगी के 21 में से 17 गेट खोले दिए, भोपाल में भदभदा के 4 और कलियासोत के 5 गेट खोले गए और इंदिरा सागर के 22 गेट खोले गए हैं।

सीएम शिवराज सिंह चौहान ने आज सुबह 10 मुख्यमंत्री निवास पर आपात बैठक बुलाई। जिसमें सभी जिले के कलेक्टर और आधिकारियों से कहा कि आप लोग बारिश के हालातों पर लगातार नजर बनाए रखें, जैसी भी जरूरत हो उस प्रकार लोगों की मदद की जाए। बस किसी तरह से आम जनता को मुसीबत का सामना नहीं करना पड़े।

होशंगाबाद में बाढ़ के हालात पैदा हो गए हैं, सीएम के आदेश पर लोगों को परेशानी कम करने लिए एनडीआरएफ की टीम और हेलिकाप्टर पहुंचने वाले हैं। तस्वीर को देखकर अंदाजा लगा सकते हैं कि यह नर्मदा नदी का पुल डूबने लगा है।

बारिश के तबाही की यह तस्वीर भोपाल के न्यू मिनाल कॉलोनी की है, जहां सड़कें नदियां बन चुकी हैं, आलम यह है कि लोग घर से बाहर नहीं निकल पा रहे हैं।

यह तस्वीर भोपाल के मिसरोद अंडर ब्रिज की है, जहां लोग अपनी जान खतरे में डालकर जा रहे हैं।

बारिश की वजह से कई लोगों ने रातभर जागकर बिताई, यह तस्वीर भोपाल की न्यू मिनाल की है।

यह तस्वीर भोपाल के कोरोना चिरायु अस्पताल की है, जहां पानी भर गया।

भोपाल के पुराने शहर में भी कई घरों में पानी भर गया है, एक महिला अपनी रसोई से सामान निकालकर सुरक्षित जगह पर ले जाती हुई।

भोपाल और होशंगाबाद शहर के कई निचले इलाके में बनी बस्तियों में पानी भरने लगा है। यहां रहने वालों का जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया।

मौसम विभाग के के अधिकारियों ने बताया कि बंगाल में बना सिस्टम छत्तीसगढ़ से आगे बढ़ गया है। मध्य प्रदेश के पूर्वी हिस्से में ऊपर एक अति कम दबाव का क्षेत्र बन रहा है।

बारिश के तबाही की यह तस्वीर भोपाल के न्यू मिनाल कॉलोनी की है, जहां सड़कें नदियां बन चुकी हैं, आलम यह है कि लोग घर से बाहर नहीं निकल पा रहे हैं।

यह तस्वीर भोपाल के मिसरोद अंडर ब्रिज की है, जहां लोग अपनी जान खतरे में डालकर जा रहे हैं।

बारिश की वजह से कई लोगों ने रातभर जागकर बिताई, यह तस्वीर भोपाल की न्यू मिनाल की है।

यह तस्वीर भोपाल के कोरोना चिरायु अस्पताल की है, जहां पानी भर गया।

भोपाल के पुराने शहर में भी कई घरों में पानी भर गया है, एक महिला अपनी रसोई से सामान निकालकर सुरक्षित जगह पर ले जाती हुई।

भोपाल और होशंगाबाद शहर के कई निचले इलाके में बनी बस्तियों में पानी भरने लगा है। यहां रहने वालों का जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया।

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