देश के सबसे बड़े एयरपोर्ट में पांच रनवे से भरेंगे उड़ान नोएडा एयरपोर्ट को देश का सबसे बड़ा एयरपोर्ट बनाने की दिशा में उत्तर प्रदेश सरकार ने कदम बढ़ाया है। फिजिबिलिटी रिपोर्ट तैयार कर रही प्राइस वाटरहाउस कूपर्स (पीडब्ल्यूसी) कंपनी ने इसकी प्राथमिक रिपोर्ट तैयार कर ली है। रिपोर्ट के अनुसार पहले चरण में दो रनवे के साथ एयरपोर्ट से हवाई यात्रा की शुरुआत होगी। जबकि दूसरे चरण में तीन और रनवे बनाए जाएंगे। जबकि इससे पहले दूसरे चरण में दो रनवे बनाने की बात चल रही थी।
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (नियाल) के मुताबिक नोएडा एयरपोर्ट के पहले चरण में दो रनवे बनेंगे। ज्यूरिख कंपनी से करार होते ही इस पर काम शुरू हो जाएगा। 15 अक्तूबर से पहले करार होने की पूरी उम्मीद है।
2023 से इन दो रनवे से उड़ान शुरू करने का लक्ष्य है। इसी के साथ दूसरे चरण के रनवे बनाने की तैयारी भी शुरू कर दी गई है।
बीते अप्रैल में पीडब्ल्यूसी कंपनी को दूसरे चरण के रनवे की फिजिबिलिटी रिपोर्ट तैयार करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। करीब छह माह के बाद अब फिजिबिलिटी रिपोर्ट बन गई है। कंपनी अगले सप्ताह यह रिपोर्ट नियाल को सौंपेगी करेगी। नियाल इसे प्रदेश सरकार को भेजेगी। वहां से अनुमति मिलने पर दूसरे चरण के निर्माण के लिए जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू होगी। रिपोर्ट के अनुसार दूसरे चरण में तीन रनवे बन सकते हैं। इसके लिए जमीन पर्याप्त है। हालांकि दूसरे चरण के रनवे बनाने की कोई समय सीमा तय नहीं की गई है, बल्कि पहले चरण के दो रनवे पूरी क्षमता में आ जाने पर दूसरे चरण के रनवे बनेंगे। शुरू के दो रनवे से किस तरह का रिस्पांस आता है उसके हिसाब से दूसरे चरण के एयरपोर्ट का निर्माण होगा।
पीडब्ल्यूसी कंपनी ने दूसरे चरण के एयरपोर्ट की फिजिबिलिटी रिपोर्ट तैयार कर ली है। जैसे ही रिपोर्ट प्राप्त होगी, वैसे हीे प्रदेश सरकार को भेज दी जाएगी। वहां से अनुमति मिलने पर जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू होगी।
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