लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बृहस्पतिवार को व्यावसायिक और कौशल विकास से जुड़े छात्र-छात्राओं और इन क्षेत्रों के तमाम विशेषज्ञों को एक मंच पर लाने के लिये एक पोर्टल की शुरुआत की।
राज्य सरकार के एक प्रवक्ता ने बताया कि मुख्यमंत्री ने यहां आयोजित एक कार्यक्रम में ‘यू-राइज’ पोर्टल का लोकार्पण किया और कहा कि यह पोर्टल प्राविधिक, व्यावसायिक तथा कौशल विकास से जुड़े छात्र-छात्राओं के साथ ही उनके जितने भी विशेषज्ञ हैं, उन सबको एक मंच उपलब्ध कराएगा। इसमें विद्यार्थियों के जीवन चक्र को बेहतर तरीके से प्रस्तुत करने का प्रयास किया गया है।
योगी ने कहा कि उत्तर प्रदेश ‘राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020’ लागू करने वाला देश का ऐसा पहला राज्य है, जहां देश का पहला एकीकृत पोर्टल शुरू हुआ है। यह अन्य राज्यों के लिए भी एक मानक बनेगा। उन्होंने कहा कि ‘यू-राइज’ पोर्टल के माध्यम से किसी भी छात्र-छात्रा के बारे में किसी संस्था या संस्थान को जानकारी प्राप्त करना हो तो वह आसानी से प्राप्त कर सकेगी। इस पोर्टल से 20 लाख से अधिक छात्र-छात्राएं लाभान्वित होंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह पोर्टल किसी भी विद्यार्थी के पूरे जीवन चक्र को लेकर चलेगा। विद्यार्थी के प्रवेश, उनके पाठ्यक्रम, प्रैक्टिकल, शुल्क, परीक्षा व परिणाम को प्रस्तुत करने के साथ ही आने वाले समय में उनके रोजगार एवं नौकरी को भी इससे जोड़ने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि सामाजिक समानता हमारे लिए तब तक सम्भव नहीं है, जब तक हम शिक्षा के क्षेत्र में समानता लाने में सफल नहीं होते हैं।
यह पोर्टल अपने आप में शैक्षिक समानता को भी सामने ला रहा है। ई-कन्टेंट के माध्यम से प्रत्येक पाठ्यक्रम को इससे जोड़ने के साथ हर छात्र-छात्रा के लिए इसका सुलभ होना अपने आपमें एक बड़ा कार्य है।
योगी ने कहा कि हम सब तकनीक से जुड़कर ही आगे बढ़ सकते हैं और बड़ी से बड़ी चुनौती का सामना कर सकते हैं। तकनीक जीवन में कितना परिवर्तन ला सकती है, कोरोना काल खण्ड में इस बात को हम सभी ने महसूस किया है। ‘यू-राइज’ पोर्टल का लोकार्पण तथा दीन दयाल उपाध्याय गुणवत्ता सुधार कार्यक्रम के तहत नवीन कार्यों का शिलान्यास से जाहिर होता है कि बड़ी से बड़ी चुनौतियां भी हमारे कार्यों में बाधा नहीं बन सकती।
योगी ने कहा कि ‘राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020’ आजादी के बाद शिक्षा क्षेत्र में सुधार का सबसे बड़ा अभियान है। यह हमें केवल सैद्धान्तिक ज्ञान तक सीमित नहीं रखेगा, बल्कि यह छात्र-छात्राओं को व्यावहारिक व तकनीकी ज्ञान से जोड़ने का सशक्त माध्यम बनने जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार फर्जी शिक्षकों के विरुद्ध एक बड़ी कार्रवाई को तकनीक के माध्यम से आगे बढ़ा रही है। बहुत से लोगों ने फर्जी डिग्री लेकर नौकरियां हासिल कर ली हैं। यह सिलसिला वर्षों से चला आ रहा था। तकनीक के माध्यम से पता लगाकर उन लोगों पर समुचित कार्रवाई की जा रही है।(एजेंसी)
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