Cm Rise School Mp जानिए किस प्रकार होगा सीएम राइस स्कूलों का संचालन , सर्व सुविधा युक्त बनेंगे स्कूल, सफाई कर्मी सुरक्षाकर्मी आईटी विशेषज्ञ की होगी नियुक्तियां सीएम राइस स्कूल चयन मापदंड, प्रशिक्षण, बजट,नियुक्ति,प्रशिक्षण सम्पूर्ण जानकारी
Cm Rise School Mp सीएम राइस स्कूल
प्रदेश में एक परिसर एक शाला अवधारणा के तहत एकीकृत किये गये विद्यालयों में ऐसे विद्यालय जो की कक्षा 1 से 10 अथवा कक्षा 1 से 12 तक संचालित है तथा जिनमें 400 से अधिक विद्यार्थी अध्यनरत है, को सर्वसुविधा युक्त आदर्श विद्यालयों के रूप में विकसित किया जाना प्रस्तावित है, ये विद्यालय जिला स्तरीय उत्कृष्ट एवं मॉडल स्कूलों के अतिरिक्त होंगे। जिला स्तरीय उत्कृष्ट विद्यालय एवं मॉडल स्कूलों में चूंकि चयन परीक्षा के माध्यम से विद्यार्थियों को प्रवेश दिया जाता है तथा उक्त विद्यालयों में पूर्व से अनुदान राशि प्रदान की जा रही है। अतः उक्त विद्यालयों के लिये पृथक से अकादमिक एवं अन्य मापदण्ड निर्धारित किये जा रहे है। इस योजना के तहत इस प्रकार 201 मॉडल स्कूल, 45 जिला स्तरीय उत्कृष्ट विद्यालय ( जनजातीय जिलों को छोडकर ) एवं 1000 स्कूल शिक्षा विभाग के 400 से अधिक नामांकन वाले चयनित विद्यालय सम्मिलित किये गये है।
स्कूल चयन के मापदण्ड :- Cm Rise School Mp
वर्तमान में एक से दस अथवा एक से बारह तक संचालित एकीकृत विद्यालय जिनमें 400 से अधिक नामांकन है, इस योजना के तहत चयन किया गया है। चयन की प्रक्रिया में छात्रसंख्या के साथ-साथ उक्त विद्यालय में भविष्य में छात्र संख्या वृद्धि होने की स्थिति में पर्याप्त कक्ष एवं अन्य आधारभूत संरचनाओं की उपलब्धता को भी ध्यान में रखा गया है संभागीय संयुक्त संचालकों के द्वारा उक्त चयन जिलेवार किया जाकर सूचियों संचालनालय को उपलब्ध कराई गई।
लक्ष्य :-Cm Rise School Mp सफाई कर्मी सुरक्षाकर्मी
(अ) अकादमिक लक्ष्य :- मिशन 1000 के तहत चयनित विद्यालयों के लिये वर्षवार लक्ष्य निम्नानुसार होगें। पूर्व से संचालित उत्कृष्ट एवं मॉडल स्कूलों के लिये लक्ष्य थोड़े अधिक रखे गये है एवं इस योजना में सम्मिलित अन्य स्कूलों के लिये लक्ष्य उनकी तुलना में कम महत्वकांक्षी रखे जाना प्रस्तावित है :-
उत्कृष्ट एवं मॉडल स्कूल
प्रथम वर्ष – शत प्रतिशत विद्यार्थी बोर्ड की परीक्षाओं में उत्तीर्ण हो। न्यूनतम 70% विद्यार्थी 60% से अधिक अंक प्राप्त करें। द्वितीय वर्ष – न्यूनतम 80% विद्यार्थी 60% से अधिक अंक प्राप्त करें।
अन्य विद्यालय सीएम राइस स्कूल
प्रथम वर्ष शत प्रतिशत विद्यार्थी बोर्ड की परीक्षाओं में उत्तीर्ण हो। न्यूनतम 50% विद्यार्थी 60% से अधिक अंक प्राप्त करें। द्वितीय वर्ष न्यूनतम 60% विद्यार्थी 60% से अधिक अंक प्राप्त करें।
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(ब) पाठ्यसहगामी एवं पाठ्येत्तर गतिविधियों हेतु लक्ष्य :
10 वीं के समस्त छात्र एन.टी.एस.ई. की परीक्षा में सम्मिलित हों तथा न्यूनतम 5% छात्र चयनित भी हों ।
. विषय ओलंपियाड में प्रत्येक छात्र को अपनी अभिरूचि अनुसार भाग लेना अनिवार्य है। साहित्यिक / सांस्कृतिक किसी भी एक गतिविधि में छात्र को भाग लेना अनिवार्य है।
रेडक्रॉस/ईको क्लब / स्कॉउटिंग/एनसीसी / एनएसएस में से कोई एक एक्टिविटी में प्रत्येक छात्र अनिवार्य रूप से भाग लें।
टीचर्स डायरी /उपस्थिति हेतु मोबाईल एप विकसित किया जाना।
शिक्षक तथा पालकों का व्हॉटस एप गुप बनाया जाना।
अकादमिक मॉनिटरिंग कार्य हेतु सॉफ्ट वेयर डेवलप किया जायेगा ।
रणनीति :- सीएम राइस स्कूल
3.1 प्राचार्य एवं शिक्षको का प्रशिक्षण :-
समस्त चयनित 1000 प्राचार्यो को 2 दिवसीय नेतृत्व प्रशिक्षण जुलाई से सितम्बर 2019 माह में भोपाल में पूर्ण कर लिया गया है। जिला स्तरीय उत्कृष्ट एवं मॉडल स्कूलों के प्राचार्यों को आई.आई.एम. लखनऊ एवं इंदौर में प्रशिक्षण आयोजित किये जायेगे इसी प्रकार उक्त विद्यालयों में कार्यरत शिक्षको के प्रोत्साहन एवं शैक्षणिक प्रक्रियाओ संबंधित प्रशिक्षण संभाग स्तर पर जुलाई एवं अगस्त माह में आयोजित किये जायेंगे। प्रत्येक स्कूल में एक शिक्षक को उनकी योग्यता एवं क्षमता के आधार पर मेंटर शिक्षक के रूप में चयनित किया जाकर अगस्त माह में विभिन्न सामाजिक / आध्यात्मिक क्षेत्र में काम करने वाली संस्थाओं के माध्यम से प्रशिक्षण प्रदान किया जायेगा।
3.2 चयनित विद्यालयों में स्मार्ट क्लास की व्यवस्था :- 50000 प्रति माह से रखे जाएंगे आईटी विशेषज्ञ
वर्तमान व्यवस्था में विमर्श पोर्टल पर जो ई-कन्टेंट उपलब्ध है वह विषयवार, पाठ अनुसार तथा टेक्स्ट बुक के रूप में पाठ्य वस्तु है। परन्तु कम शैक्षणिक स्तर (सी.डी.ई ग्रेड) एवं उच्च शैक्षणिक स्तर (ए.बी ग्रेड) के छात्रों के लिये उपयोगी ई-कन्टेंट उपलब्ध न होने से छात्रों का निर्धारित लक्ष्य अनुसार परीक्षा परिणाम प्राप्त नहीं हो पाता है। अतः कम शैक्षणिक स्तर (सी.डी.ई ग्रेड) एवं उच्च शैक्षणिक स्तर (ए.बी ग्रेड) के छात्रों के लिय पृथक-पृथक ई-कन्टेंट राज्य स्तर पर आउट सोर्सिंग से आई.टी. विषय विशेषज्ञों की एक टीम बनाई जायेगी जो भोपाल के जिला स्तरीय उत्कृष्ट विद्यालय प्राचार्य के मार्गदर्शन में ई-कन्टेंट विकसित करेंगे। आउट सोर्सिंग से रखे जाने वाले आई.टी.विषय विशेषज्ञों को प्रति माह रू 50000/- (रूपये पचास हजार मात्र) मानदेय देय होगा।
कक्षा वार एवं ग्रेड वार बनाए जाएंगे e-content
उत्कृष्ट एवं मॉडल स्कूलों को छोड़कर शेष चयनित स्कूलों में अधिकांश विद्यालयों में नियमित विषय शिक्षक की उपलब्धता भी नहीं है। इन विद्यालयों में कोर विषय जैसे- विज्ञान एवं अंग्रेजी का शिक्षण या तो किसी अन्य विषय के शिक्षक के द्वारा किया जा रहा है या फिर अतिथि शिक्षकों के द्वारा शिक्षण कार्य किया जा रहा है।
अतः पर्याप्त एवं अपेक्षित स्तर के शिक्षकों की उपलब्धता ना होने की स्थिति में शिक्षकों के ज्ञान में अभिवृद्धि करने तथा विद्यार्थियों को रोचकता पूर्ण शिक्षण उपलब्ध कराये जाने हेतु प्रत्येक चयनित विद्यालयों में एक स्मार्ट क्लास एवं एक हॉल की स्थापना की जायेगी, जिसमें –
- कक्षा 10वीं तथा 12वीं के ‘ए’ तथा ‘बी’ ग्रेड छात्रों के 50 से 100 तक के बैच बनाकर विशेष कक्षाओं के एक-एक काल खण्ड लगाये जायेंगे।
- एक-एक कालखण्ड कक्षा 10वीं तथा 12वीं के ‘सी’,डी’ तथा ‘ई’ ग्रेड छात्रों के बैच लगाये जायेगे।
- शेष दो काल खण्डों में एक कालखण्ड कक्षा 9वीं के ए एव बी ग्रेड के छात्रों के लिये तथा एक कालखण्ड कक्षा 9वीं के सी, डी, एवं ई ग्रेड के छात्रों के लिये पाठ्यकम आधारित ई कन्टेंट से अध्यापन कराया जायेगा।
- इस तरह स्मार्ट क्लास (हॉल) में प्रतिदिवस कुल 6 कालखण्डों में कक्षा 9वीं 10वीं तथा 12वीं के छात्र-छात्राएं अध्ययन कर सकेंगे एवं स्वयं पीयर लर्निंग करके पाठ्यकम आधारित ई-कन्टेंट के माध्यम से सीख सकेंगे।
- स्मार्ट क्लास (हॉल) निर्माण एवं उपकरणों की व्यवस्था हेतु प्रत्येक चयनित विद्यालय को योजना के प्रारंभ में रुपये दस लाख योजना के प्रारंभिक वर्ष में एक बार उपलब्ध कराया जाना प्रस्तावित है।
चयनित विद्यालयों में सुरक्षा एवं सफाई के व्यवस्था :- प्रत्येक विद्यालय में रखे जाएंगे न्यूनतम दो सफाई कर्मी ₹7000 प्रति माह होगा वेतन
चयनित विद्यालयों में सुरक्षाकर्मी, सफाईकर्मी की व्यवस्था ना होने तथा आधारभूत सुविधाओं की कमी है, साथ ही उक्त कार्य हेतु वर्तमान में राशि का आवंटन अलग से नहीं दिया जाता है।
शासन द्वारा प्रदाय सामग्री कम्प्यूटर, प्रोजेक्टर, स्मार्ट क्लास के उपकरण, फर्नीचर आदि एवं सभी अन्य मूल दस्तावेज जैसे स्कूल की महत्वपूर्ण पंजियों, आहरण वितरण सम्बन्धी दस्तावेज, शाला समय में विद्यार्थियों को शाला में पूर्ण समय उपस्थिति सुनिश्चित करने हेतु शाला समय उपरान्त विद्यालय में असामाजिक तत्वों का अनुचित प्रवेश, शाला भूमि पर अतिक्रमण आदि की सुरक्षा हेतु सुरक्षाकर्मी अति आवश्यक है। इसलिए चयनित विद्यालयों में साफ सफाई प्राथमिकता के आधार पर प्रारंभिक तौर पर विद्यालय के प्राचार्य विद्यालय में उपलब्ध राशि से आउट सोर्सिंग से कराये जाने के लिये अधिकृत होंगे।
संभाग स्तर पर जिलावार चयनित विद्यालयों के लिये आउट सोर्सिंग ऐजेन्सी को हायर करने हेतु संभागीय संयुक्त संचालक के द्वारा एक्सप्रेसन ऑफ इन्ट्रेस्ट (EOI) जारी की जायेगी तथा उक्त प्रक्रिया के द्वारा चयनित आउट सोर्सिंग एजेंसी को जिले के चयनित विद्यालयों में सुरक्षा एवं साफ सफाई हेतु प्रत्येक विद्यालय को 03 सुरक्षाकर्मी तथा 700 तक नामांकन वाले विद्यालयों में 02 सफाई कर्मी तथा 1000 तक नामांकन वाले विद्यालयों में 04 सफाई कर्मी एवं 1000 से अधिक नामांकन वाले विद्यालयों में 06 सफाई कर्मी उपलब्ध कराये जायेंगे।
चयनित विद्यालयों में भवन के मरम्मत एवं रिनोवेशन मिशन 1000 के तहत चयनित उत्कृष्ट एवं मॉडल स्कूलों को छोड़कर शेष चयनित विद्यालयों में राज्य शासन के द्वारा लंबे समय से राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान के अन्तर्गत प्राप्त स्कूल ग्रांट रूपये 50,000/- के अतिरिक्त कोई अन्य राशि आवंटित नहीं की जाती है। चूंकि अधिकांश चयनित शालाओं के भवन 20 वर्ष से अधिक पुराने है अतः उक्त भवनों में अत्यावश्यक प्रकृति के मरम्मत/साज-सज्जा का कार्य कराया जाना आवश्यक है। इसके अतिरिक्त चयनित विद्यालयों में रंगाई-पुताई, पुराने फर्नीचर के रिपेयर, शिक्षण कक्षों तथा स्टॉफ कक्ष की साज-सज्जा, खेल मैदान का समतलीकरण, तार फेंसिंग/बाउन्ड्रीवाल का रिपेयर विद्युत वायरिंग जैसे कार्यों को कराने के लिये एक बार में रूपये 10 लाख प्रत्येक चयनित विद्यालय के शाला प्रबंध समिति के खाते में उपलब्ध कराया जाना प्रस्तावित है। उक्त व्यय हेतु कार्ययोजना का निर्माण शाला प्राचार्य के द्वारा किया जाकर शाला प्रबंध समिति के माध्यम से कार्य कराने हेतु चयनति शाला के प्राचार्य सक्षम होंगे।
चयनित विद्यालयों में गार्डनिंग , प्रत्येक स्कूल में रखे जाएंगे ₹7000 प्रति माह से दो माली सफाई कर्मी सुरक्षाकर्मी
मिशन- 1000 अंतर्गत चयनित विद्यालय अच्छे अशासकीय विद्यालयों की तर्ज पर विकसित किये जाने हेतु इनका सौन्दर्यीकरण आवश्यक है। अंतर्गत उपलब्ध खाली पड़ी भूमि पर सुन्दर पुष्पों वाले पौधो का व्यवस्थित रोपण तथा हरी घास का लॉन आदि विकसित किये जाने एवं उसके रख-रखाव हेतु प्रत्येक विद्यालय में दो मालियों की आवश्यकता होगी, जिन्हें आउट सोसिंग से रखा जायेगा।
खेल मैदान सुदृढ़ीकरण – ₹50000 प्रति विद्यालय
विद्यालय में प्रत्येक छात्र की खेल में सहभागिता सुनिश्चित किये जाने हेतु प्रत्येक विद्यालय में उपलब्ध भूमि को खेल मैदान के रूप में विकसित किये जाने एवं लगातार उसके रख-रखाव, तार फैन्सिंग, खेल-कूद सामग्री छात्र संख्या अनुरूप क्रय किये जाने हेतु राशि का अलग से पर्याप्त प्रावधान न होने से प्रति विद्यालय रूपये 50,000/- एक बार दिया जायेगा, जिससे खेल प्रतिभाओं को आगे आने का अवसर मिल सकेगा।
शिक्षक प्रशिक्षण – सीएम राइस स्कूल
प्रत्येक वर्ष की वार्षिक परीक्षा उपरान्त जिन शिक्षको के विषय में परीक्षा परिणाम 40 प्रतिशत से कम होगे उन्हे आवश्यकता आधारित तीन दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण संभाग स्तर पर विषय विशेषज्ञ शिक्षक तथा ज्ञान पुंज के दल द्वारा दिया जायेगा । आवश्यकता का आकलन ऐसे शिक्षको की कक्षा संचालन की विडियो गफी करवाकर जिले के ज्ञान पुंज दल के सदस्य व मिशन 1000 के नोडल प्राचार्य द्वारा विशलेषण कर आवश्यकता की पहचान किया जायेगा, जिसपर संबंधित संस्था के प्राचार्य का अभिमत अनिवार्य होगा। प्रशिक्षण में विषय वस्तु के साथ-साथ पेडोगॉजी एवं मॉटीवेशन को भी शामिल किया जायेगा।
हैन्ड होल्डिंग/सपोर्ट सिस्टम
जिला स्तर पर:-
मिशन 1000 में चयनित विद्यालयों में हैन्ड होल्डिंग/सपोर्ट प्रदान करने हेतु जिला स्तर पर जिला शिक्षा अधिकारी तथा ए.डी.पी.सी. को प्रति माह रोटेशन में 05-05 विद्यालय इस प्रकार सौपे जावेंगे कि मिशन 1000 अन्तर्गत जिले के समस्त विद्यालयों को तीन माह में हैन्ड होल्डिंग/सपोर्ट प्राप्त हो सके।
संभाग स्तर पर :-
संयुक्त संचालक लोक शिक्षण कार्यालय में पदस्थ दो उप संचालकों को 05-05 विद्यालय इस प्रकार सौपे जावेंगे कि मिशन 1000 अन्तर्गत संभाग के समस्त विद्यालयों में वर्ष भर में न्यूनतम एक बार हैन्ड होल्डिंग/सपोर्ट प्राप्त हो सके। राज्य स्तर पर :- लोक शिक्षण संचालनालय मध्यप्रदेश के समस्त जिला ओ.आई.सी. को भी मिशन 1000 में चयनित विद्यालयों में से पृथक-पृथक 05 विद्यालय प्रति भ्रमण में आवंटित किये जावेंगे। ओ.आई.सी. विद्यालयों में जाकर हैन्ड होल्डिंग/सपोर्ट प्रदान करेंगे तथा जो सपोर्ट संचालनालय स्तर से दिया जाना है, उसे प्रतिवेदित करेंगे। ओ.आई.सी. के प्रतिवेदन के आधार पर संचालनालय स्तर आवश्यक हस्तक्षेप किया जा सकेगा। इस कार्य हेतु संचालनालय स्तर पर 3 सदस्यीय एक समर्पित टीम होगी।
मिशन 1000 में चयनित जिले के विद्यालयों में से श्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले प्राचार्य को नोडल बनाया जायेगा जो शेष चयनित विद्यालयों में आवश्यकता अनुसार सपोर्ट प्रदान करेंगे साथ ही मिशन 1000 के विद्यालय अपने विद्यालय के समीप के अन्य विद्यालयों को भी हैन्ड होल्डिंग /सपोर्ट प्रदान करेंगे।
बजट सीएम राइस सर्व सुविधा युक्त स्कूल मध्य प्रदेश
वर्तमान में पर्याप्त एवं आपेक्षित स्तर के शिक्षक ग्रामीण/शहरी क्षेत्रों के विद्यालयों में उपलब्ध न होने से विद्यार्थियों में शिक्षा के प्रति अरूचि उत्पन्न होती है, तथा शासकीय विद्यालयों नामांकन लगातार घटता जा रहा है ।
छात्रों गुणवत्ता पूर्ण ज्ञान की अभिवृद्धि हेतु, संचालित पाठयक्रम के ई कन्टेंट कक्षा 9वीं, 10वीं तथा 12वीं के विद्यार्थियों हेतु पृथक-पृथक विशेष छात्रों (ए तथा बी ग्रेड) एवं कमजोर छात्रों सी, डी तथा ई ग्रेड के लिये विकसित कर चयनित विद्यालयों में अध्यापन कार्य स्मार्ट क्लास के माध्यम से प्रारंभ किया जाना आवश्यक है । अतः राज्य स्तर से आउट सोर्सिंग के माध्यम से आई.टी.विषय- विशेषज्ञों की एक टीम गठित कर, जो भोपाल के जिला स्तरीय उत्कृष्ट विद्यालय प्राचार्य के मार्गदर्शन में ई-कंटेंट को विकसित करने, चयनित विद्यालयों में संचालित करने, संचालन में आने वाली समस्याओं का निराकरण, मॉनिटरिंग आदि के लिए न्यूनतम 10 आई. टी. विषय – विशेषज्ञों की आवश्यकता होगी
उपरोक्त टीन के लिए उपकरणों,कम्प्यूटर फर्नीचर, बैठक व्यवस्था आदि की आवश्यकता होगी ।
राज्य स्तर पर (आवर्ती व्यय)
(अ) ई-कंटेंट विकसित करने, आई.टी.विषय- विशेषज्ञों का मानदेय, मानिटरिंग व्यय –
राज्य स्तर से आउट सोर्सिंग से माध्यम से आई. टी.विषय-विशेषज्ञों द्वारा ई-कंटेंट को विकसित करने, विद्यालयों में ई-कंटेंट संचालित करने, संचालन में आने वाली समस्याओं का निराकरण, मानिटरिंग आदि के लिए न्यूनतम 10 आई.टी.विषय-विशेषज्ञों की आवश्यकता होगी।
ई-कंटेंट विकसित करने, आई.टी विषय विशेषज्ञों का मानदेय, मानिटरिंग व्यय की गणना 10 (आई.टी.विशेषज्ञ)x50,000/-(मानदेय)x12(माह) = 60,00,000/
मॉनिटरिंग एवं अन्य व्यय = 40,00,000/- कुल व्यय = 1.00,00,000 /-
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