हायर एजुकेशन: सेकंड राउंड में अब तक 53 हजार रजिस्ट्रेशन, खाली रह सकती हैं 4 लाख सीटें Digital Education Portal
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कॉलेजों में स्नातक पाठ्यक्रमों (यूजी) में एडमिशन प्रक्रिया चल रही है। पहले चरण में करीब 1.97 लाख एडमिशन हो चुके हैं। सेकंड राउंड में बुधवार तक 53 हजार रजिस्ट्रेशन हो चुके हैं। शुक्रवार तक रजिस्ट्रेशन होंगे। इन दोनों राउंड में यह आंकड़ा 4 लाख तक पहुंच सकता है। ऐसे में कॉलेज लेवल काउंसलिंग (सीएलसी) से उम्मीद है। अधिकारियों के मुताबिक इसमें 2 लाख छात्र एडमिशल ले सकते हैं। फिर भी 10 लाख 30 हजार 633 सीटों में से करीब 4 लाख सीटें खाली रह जाएंगी।
रजिस्ट्रेशन का अंतिम विकल्प… अब 16 से शुरू होने वाली सीएलसी से उम्मीद
उच्च शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने बताया कि बहुत से छात्र खासकर दूरस्थ अंचलों के कॉलेज लेवल काउंसलिंग (सीएलसी) में दाखिला लेते हैं। पहले और दूसरे चरण के दाखिले के बाद करीब 4 लाख सीटें खाली रहने के आसार हैं। इसके बाद रिक्त सीटों के लिए सीएलसी संचालित की जाएगी। सीएलसी 16 सितंबर से शुरू होना है।
सीएलसी में दाखिले इसलिए भी बढ़ेंगे क्योंकि बहुत से छात्र जिन्हाेंने अब तक रजिस्ट्रेशन नहीं करवाया है उनके पास एडमिशन का यह अंतिम विकल्प होगा। इसके अलावा ऐसे छात्र जिन्होंने पहले और दूसरे राउंड में रजिस्ट्रेशन तो करवाया है लेकिन प्रवेश नहीं लिया वे भी सीएलसी में भाग लेंगे।
साढ़े दस लाख सीटे हैं यूजी की
यूजी प्रथम वर्ष में इस बार साढ़े तीन लाख सीटों का इजाफा किया गया है। यूजी प्रथम वर्ष के लिए सीटों की संख्या बढ़कर 10 लाख 30 हजार 633 हो गई है। पिछले साल सात लाख सीटें थी और एडमिशन करीब साढ़े चार लाख छात्राें ने लिया था। ऐसे में सात लाख सीटें होने के बाद भी ढाई लाख सीटें खाली रह गई थी।
नए कोर्स भी शुरू… विवि में इसलिए बढ़ाई गईं सीटें
इस बार सीटें बढ़ाने के पीछे मुख्य कारण यह रहा कि 12वीं में अधिकांश छात्र पास हो गए। अनुमान था कि इस बार यूजी प्रथम वर्ष में छात्रों की संख्या एक लाख से ज्यादा बढ़ सकती है। हालांकि अगर एक लाख एडमिशन बढ़ते भी हैं तो यह छह लाख से कम ही रहेंगे। ऐसे में 4 लाख सीटें खाली रह सकती हैं। इस साल ग्रॉस एनरोलमेंट रेशो (जीईआर) बढ़ाने का भी टारगेट विश्वविद्यालयों को दिया गया है। इस वजह से नए कोर्स भी शुरू किए गए हैं।
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