MP News: इन दिनों साइबर क्राइम (Cyber Crime) की घटनाएं लगातार बढ़ती जा रही है। मध्य प्रदेश समेत गुजरात, राजस्थान में भी अपराधी लगातार नए-नए अपराधों को अंजाम देते जा रहे हैं। साइबर क्राइम से जुड़ी एक रिपोर्ट के मुताबिक दोपहर 12 बजे के आसपास सबसे ज्यादा ठगी को अंजाम दिया जा रहा है। वहीं 9 बजे के बाद साइबर ठग के हमलों में कमी आ जाती है। इस बात की जानकारी भोपाल की साइबर क्राइम पुलिस की ओर से तैयार की गई एक विश्लेषण रिपोर्ट में दी गई है।
साइबर क्राइम पुलिस ने अपनी रिपोर्ट में जानकारी देते हुए बताया कि साल में कितने केस सामने आए हैं और किस तरह से ठगी को अंजाम दिया गया। इस रिपोर्ट के मुताबिक 1 साल में 849 शिकायत हेल्पलाइन पर दर्ज करवाई गई है। वहीं साइबर क्राइम भोपाल के पास करीब 45000 शिकायतें आई हैं जिनमें से सबसे ज्यादा शिकायतें ओटीपी पूछने के बाद की गई ठगी की है। हालांकि, अधिकांश मामले में 25000 से कम की रकम लूटी गई है।
किस समय पर हुई ठगी
रिपोर्ट के मुताबिक दोपहर 12 बजे 32 से 33, सुबह 11 से लेकर 1 बजे तक 25 से 30, सुबह 10 बजे 22 से 23, दोपहर 2 से 4 बजे तक 25, दोपहर 3 बजे 6 और रात 7 और 9 बजे 10, सुबह 5 बजे 18 फोन कॉल आने की जानकारी सामने आई है।
इन शहरों से मिली शिकायत
भोपाल साइबर क्राइम पुलिस द्वारा तैयार की गई विश्लेषण रिपोर्ट में 13 शहरों को शामिल किया गया था। इन शहरों में इंदौर, भोपाल, विदिशा, बैतूल, मंदसौर, सीहोर, दतिया, उज्जैन, रायसेन, नरेला दामोदर सहित गुजरात का वलसाड और राजस्थान का अजमेर शामिल है।
🔥🔥 Join Our Group For All Information And Update, Also Follow me For Latest Information🔥🔥
अगर आप को डिजिटल एजुकेशन पोर्टल द्वारा दी गई जानकारी अच्छी लगी हो तो कृपया इसे अधिक से अधिक शिक्षकों के साथ शेयर करने का कष्ट करें|
Follow Us On Google News – Digital Education PortalCyber Crime In Mp: दोपहर के समय प्रदेश में सबसे ज्यादा हो रहा साइबर क्राइम, ऐसे ठगे जा रहे लोग Digital Education Portal 9
हमारे द्वारा प्रकाशित समस्त प्रकार के रोजगार एवं अन्य खबरें संबंधित विभाग की वेबसाइट से प्राप्त की जाती है। कृपया किसी प्रकार के रोजगार या खबर की सत्यता की जांच के लिए संबंधित विभाग की वेबसाइट विजिट करें | अपना मोबाइल नंबर या अन्य कोई व्यक्तिगत जानकारी किसी को भी शेयर न करे ! किसी भी रोजगार के लिए व्यक्तिगत जानकारी नहीं मांगी जाती हैं ! डिजिटल एजुकेशन पोर्टल किसी भी खबर या रोजगार के लिए जवाबदेह नहीं होगा