12th result:- 10वीं में टॉप, अब 98% अंक मिले, फिर भी निराश क्योंकि मैरिट लिस्ट नहीं Digital Education Portal
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- नंबरों की मेपिंग से बिगड़ा फिजिक्स और केमेस्ट्री का गणित, नाखुश छात्र 1 सितंबर से शुरू होने वाली परीक्षा में बैठ सकेंगे
एमपी बोर्ड की 12वीं कक्षा का रिजल्ट गुरुवार दोपहर 12 बजे घोषित किया गया। परीक्षाएं आयोजित न होने के कारण 10वीं कक्षा के रिजल्ट को आधार बनाकर 12वीं का रिजल्ट तैयार हुआ है। उदाहरण के तौर पर 10 वीं में साइंस के नंबर से 12 वीं के फिजिक्स और केमेस्ट्री के नंबरों की मेपिंग की गई। इसी तरह अन्य विषयों में भी अंकों विभाजन किया गया है। ऐसे में जिन विद्यार्थियों ने 10 वीं कक्षा के रिजल्ट में प्रदेश की टॉप 10 सूची में अपनी जगह बनाई थी, उनके अंक इस बार 99 और 100 फीसदी तक आए हैं। अच्छे रिजल्ट के बावजूद भी 10 वीं कक्षा में टॉपर रहे विद्यार्थियों को मलाल है कि उनका नाम 10 वीं की तरह 12 वीं में प्रदेश की सूची में शामिल नहीं हो सका।
फाइन आर्ट में 100% रिजल्ट
फाइन आर्ट्स का रिजल्ट 100% रहा। इसमें एक भी बच्चे का रिजल्ट कैंसिल नहीं किया गया। जबकि आर्ट्स 359, साइंस में 281, कॉमर्स 241, एग्रीकल्चर 88, होम साइंस 16 बच्चों के रिजल्ट कैंसिल किए गए।
चौकीदार के बेटे ने किया था टॉप, इस बार भी 498 अंक
वर्ष 2019 में 10 वीं के रिजल्ट में प्रदेशभर में अव्वल आने वाले आयुष्मान ताम्रकार ने इस बार भी 500 में से 498 अंक हासिल किए गए हैं। आयुष्मान का सपना इंजीनियर बनने का है। आयुष्मान के पिता चौकीदारी का काम करते हैं, इसलिए उन्हें 10वीं कक्षा में मजदूरी कर कोचिंग के पैसे भरने पड़े थे। इसके बाद आयुष्मान का चयन प्रदेश के सुपर 100 योजना में हुआ था ।
500 में से 500 अंक मिले, मेरिट सूची नहीं होने से नाखुश
वर्ष 2019 में 10 वीं कक्षा की मेरिट सूची में प्रदेश में तीसरा स्थान हासिल करने वाली महिमा नामदेव ने इस बार 500 में से 500 अंक हासिल किए गए हैं। उनका रिजल्ट 100 फीसदी है। लेकिन मेरिट सूची नहीं बनने से महिमा भी नाखुश हैं। एक्सीलेंस स्कूल की छात्रा महिमा का कहना है कि 12 वीं कक्षा के लिए उन्होंने 10 वीं से ज्यादा मेहनत की थी। रिजल्ट भी उनके अनुरूप है, लेकिन मेरिट सूची नहीं होने से नाखुश हैं।
मेपिंग से कम हुए अंक, अब आईएएस की तैयारी में जुटेंगी
वर्ष 2019 में 10 वीं कक्षा की मेरिट सूची में प्रदेश में चौथा स्थान हासिल करने वाली राधिका विश्वकर्मा ने इस बार 500 में से 490 अंक हासिल किए हैं। उनका रिजल्ट 98 प्रतिशत रहा। एक्सीलेंस स्कूल की छात्रा राधिका का कहना है कि यदि लिखित परीक्षा होती तो वे फिजिक्स और केमेस्ट्री में अच्छा स्कोर कर सकती थी। अभी उनके अंक 10 वीं कक्षा के साइंस के अंकों के हिसाब से बांटे गए हैं।
टेलेंट दिखाने का मौका नहीं मिला, रिजल्ट अच्छा है
वर्ष 2019 में 10 वीं कक्षा की मेरिट सूची में प्रदेश में तीसरा स्थान हासिल करने वाले हर्ष कोष्ठी ने इस बार 500 में से 496 अंक हासिल किए हैं। उनका रिजल्ट 99.2 प्रतिशत रहा। एक्सीलेंस स्कूल के छात्र हर्ष बताते है कि रिजल्ट तो अच्छा है। यह अलग बात है कि लिखित परीक्षा न होने के कारण टेलेंट दिखाने का मौका नहीं मिला। हर्ष डॉक्टर बनना चाहते हैं ।
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अंकसूची में गलतियां सुधरवाने के लिए अक्टूबर तक का समय
अंकसूची में किसी प्रकार की गलती होने पर तीन महीने (अक्टूबर) तक सुधारो जाएगा, इसके लिए कोई फीस नहीं देनी होगी। इसके बाद किसी तरह के सुधार के लिए फीस ली जाएगी। 6 हजार 348 छात्रों का रिजल्ट घोषित नहीं किया गया है। ये वे छात्र हैं, जो दूसरे राज्य बोर्ड के हैं। उनकी 10वीं की अंकसूची का सर्टिफाइड की जा रही है।
फर्स्ट क्लास पास होने में गर्ल्स आगे
12वीं में फर्स्ट क्लास पास होने वाली छात्राओं की संख्या छात्रा की तुलना में ज्यादा है। 1 लाख 71 हजार 928 छात्राएं फर्स्ट डिवीजन पास हुई हैं, जबकि छात्रों की संख्या 1 लाख 71 हजार 136 हैं। यानी 9 सौ छात्राएं ज्यादा फर्स्ट डिवीजन पास हुई हैं।
रिजल्ट में हर दूसरा स्टूडेंट फर्स्ट डिवीजन से पास
एमपी बोर्ड की 12वीं कक्षा में इस बार करीब साढ़े 7 लाख छात्र शामिल हुए थे। परीक्षा दो बार आयोजित करने का प्रयास किया गया, लेकिन इसके बाद 10वीं कक्षा के आधार पर ही 12वीं का रिजल्ट बनाने का निर्णय लिया गया। साथ ही यह भी फैसला हुआ कि प्राइवेट और नियमित परीक्षा फॉर्म भरने वाले किसी भी छात्र को फेल नहीं किया जाएगा।
यही वजह है कि रिजल्ट में हर दूसरा स्टूडेंट फर्स्ट डिवीजन से पास हुआ है। फर्स्ट डिवीजन से 52.28%, सेकेंड डिवीजन से 40.28% और थर्ड डिविजन से 7.44% छात्र पास हुए हैं। इस बार सप्लीमेंट्री और मेरिट सूची की व्यवस्था नहीं दी गई है। जो रिजल्ट से खुश नहीं है, वे 1 सितंबर से शुरू होने वाली परीक्षा में शामिल हो सकेंगे। उन्हें 1 अगस्त से 10 अगस्त के बीच एमपी ऑनलाइन पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन कराना होगा।
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