नई दिल्ली: देश में 1 सितंबर से अनलॉक-4 की शुरुआत होने वाली है, जिसमें लॉकडाउन नियमों में थोड़ी और छूट मिलने की आशंका जताई जा रही है। ऐसे में अभी भी लोगों इस बात का इंतजार कर रहे हैं कि आखिरकार स्कूल-कॉलेज कब खुलेंगे। हालांकि जिस तरह से देश में कोरोना के मामले सामने आ रहे हैं, उसके बाद सरकार के लिए स्कूल और कॉलेजों को खोलना आसान नहीं होगा। लेकिन आंध्र प्रदेश सरकार ने 5 सितंबर से राज्य में स्कूलों को फिर से खोलने का फैसला किया है।
आंध्र प्रदेश सरकार सरकारी स्कूल में जल्द ही कक्षाएं शुरू करने की तैयारी कर रही है। सरकारी स्कूलों को स्कूल बैग, यूनिफॉर्म सेट, नोटबुक और पाठ्यपुस्तकों के साथ छात्रों को वितरित किए जाने वाले ‘जगन्नाथ विद्या कनुका’ स्कूल स्टार्टर किट प्राप्त हुए हैं।
चल रहे महामारी के कारण कार्य दिवसों को ध्यान में रखते हुए शैक्षणिक कैलेंडर को भी 5 सितंबर से शुरू करने और अप्रैल 2021 तक समाप्त करने की बात कही गई है।
राज्य में निजी स्कूल के प्रबंधन ने आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री जगनमोहन रेड्डी को कोविड-19 स्थिति के मद्देनजर 5 सितंबर को स्कूलों को फिर से खोलने के फैसले पर पुनर्विचार करने की अपील की है। CM को लिखे एक पत्र में APPUSMA (आंध्र प्रदेश प्राइवेट अन-एडेड स्कूल्स ‘मैनेजर्स एसोसिएशन) के प्रतिनिधियों ने लिखा कि यह क्रिस्टल क्लियर है कि कोरोनो वायरस तबाही विशेष रूप से पिछले कुछ महीनों के दौरान बहुत अप्रत्याशित है। इसमें सुझाव दिया कि निर्णय को स्थगित करना होगा, क्योंकि जब तक एक सफल वैक्सीन का आविष्कार नहीं होता तो एक्सपेरिमेंट नहीं किया जाता है।
यह देखते हुए कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि आंध्र प्रदेश देश के सबसे बुरी तरह प्रभावित राज्यों में से एक है। एसोसिएशन ने लिखा, ‘इस अचानक उठापटक के पीछे के कारण हमारी कल्पना से परे हैं, हालांकि सरकार कह रही है कि यह कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए सभी उपाय युद्ध स्तर पर कर रही है। इन परिस्थितियों में यदि सरकार अपने फैसले के अनुसार सितंबर में स्कूल खोलती है, तो यह सोचना और भी भयानक है कि इसके बाद होने वाले गंभीर नतीजों की संभावना है।’
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