एक क्लास में बैठेंगे 12 बच्चे: कल से खुलेंगे स्कूल, पर एमपी बोर्ड के 90 शिक्षकों को नहीं लगा टीका, डीईओ ने कहा- रोकेंगे सैलरी.. Digital Education Portal
शिवाजी नगर स्थित सरोजिनी नायडू स्कूल में शनिवार को कई छात्राएं किताबें लेने के लिए पहुंचीं।
सोमवार से स्कूल खोलने की तैयारी हो चुकी है, लेकिन माध्यमिक शिक्षा मंडल (माशिमं) से जुड़े भोपाल जिले के 400 सरकारी और निजी स्कूलों के 3200 शिक्षकों में से 90 टीचर्स ने अभी तक वैक्सीन का पहला डोज भी नहीं लगवाया है। जिला शिक्षा अधिकारी (डीईओ) नितिन सक्सेना का कहना है कि यदि इन शिक्षकों को सोमवार को वैक्सीन लगवाई जाएगी तो ही वे स्कूल पहुंच सकेंगे।
यदि इनमें से किसी ने भी टीका नहीं लगाया तो सीनियर ऑफिसर की परमिशन लेकर उनकी सैलरी रोक दी जाएगी। इधर, शहर के सभी स्कूलों में 11वीं और 12वीं की क्लासेस लगाने की तैयारी की जा चुकी है। डीईओ का कहना है कि विभाग द्वारा जारी एसओपी के मुताबिक रूम की क्षमता के लिहाज से ही 50 फीसदी स्टूडेंट्स हफ्ते में एक दिन ही आ सकेंगे। इस हिसाब से एक कमरे में 12 या 13 बच्चे आसानी से बैठ सकेंगे। इससे फिजिकल डिस्टेंसिंग भी मेंटेन हो जाएगी।
इधर, सोसायटी फॉर प्राइवेट स्कूल डायरेक्टर्स के प्रदेशाध्यक्ष डॉ. आशीष चटर्जी ने बताया कि हिमाचल प्रदेश, छत्तीसगढ़, हरियाणा, गुजरात, महाराष्ट्र, ओडिशा, बिहार, तेलंगाना, राजस्थान ने स्कूल खोलने का निर्णय ले लिया है। हरियाणा में 16 जुलाई से स्कूल खुल चुके हैं। हमारे संगठन से जुड़े प्रदेश के 16 हजार स्कूलों के 4 लाख में से 70% टीचर्स का वैक्सीनेशन हो चुका है। हमारी मांग है कि सरकार प्राइमरी व मिडिल स्कूल भी जल्द खोले।
शनिवार को कई स्टूडेंट्स एडमिशन और किताबें लेने स्कूल पहुंचे…
शिवाजी नगर स्थित सरोजिनी नायडू हायर सेकंडरी गर्ल्स स्कूल और इसी क्षेत्र में स्थित सुभाष एक्सीलेंस स्कूल के मेन गेट पर ऑटोमेटिक सैनिटाइजर मशीन लगी नजर आई। शनिवार दोपहर को इन स्कूलों में पेरेंट्स के साथ कई स्टूडेंट्स एडमिशन के लिए पहुंचे। इनमें से कई विद्यार्थी किताबें लेने भी पहुंचे थे। स्कूल के कमरों में फर्नीचर तो पहले जैसा ही रखा है। प्राचार्य एसके खांडेकर का कहना है कि हफ्ते में एक-एक दिन 50% बच्चे आएंगे, इसलिए फिजिकल डिस्टेंस डिस्टेंसिंग की दिक्कत नहीं होगी। स्कूल कैंपस सैनिटाइज हो गया है।
स्कूल-क्लासरूम सैनिटाइज होंगे
सहोदय ग्रुप ऑफ सीबीएसई स्कूल्स के प्रेसीडेंट डी अशोक ने कहा कि शहर में करीब 80 सीबीएसई स्कूल हैं। हमारी तैयारी पूरी है। अभी 35 की बजाय क्लास में सिर्फ 10 से 12 बच्चे ही बैठेंगे। जो पेरेंट्स अभी बच्चों को स्कूल नहीं भेजना चाहते, उनके लिए ऑनलाइन क्लास भी जारी रहेगी।
सिर्फ वैक्सीनेटेड स्टाफ को एंट्री
एक दिन जिस क्लासरूम में बच्चे बैठेंगे, उसे 48 घंटों तक खाली रखा जाएगा, ताकि किसी तरह के इन्फेक्शन का खतरा ना रहे। सभी स्कूलों ने तय किया है कि केवल वैक्सीनेटेड स्टाफ भी स्कूल में आएगा। जिन टीचर्स को वैक्सीन नहीं लगी है, वे घर से ऑनलाइन क्लास लेंगे।
ऐसे समझें, हफ्ते में 1 दिन ही कैसे पहुंच सकेंगे बच्चे
12वीं क्लास के लिए सोमवार एवं गुरुवार और 11वीं कक्षा के लिए मंगलवार एवं शुक्रवार दिन तय किए गए हैं। 50 फीसदी बच्चे स्कूल पहुंच सकेंगे। 5 अगस्त से 9वीं और 10वीं की क्लासेस हफ्ते में एक दिन लगाई जाएंगी। 10वीं कक्षा के लिए बुधवार एवं 9वीं कक्षा के लिए शनिवार का दिन तय किया गया है।
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