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शिक्षा माफिया नहीं आया पुलिस के हाथ: काली कमाई के जरिए सहायक शिक्षक राजस्थान के धौलपुर से चुनाव की कर रहा था तैयारी, EOW को मिली सूचना Digital Education Portal

  • सहायक शिक्षक प्रशांत छापे के बाद से फरार है।

    ग्वालियर में EOW की छापामार कार्रवाई में करोड़पति निकला सहायक शिक्षक प्रशांत सिंह परमार अब तक EOW के हाथ नहीं आया है। EOW को उसके विदेश भागने की खबर तक मिली है। इतना ही नहीं यह भी खबर मिली है कि शिक्षा माफिया अपनी काली कमाई के ताकत के जरिए राजस्थान के धौलपुर से विधानसभा चुनाव की तैयारी कर रहा है। अब यह तैयारी खुद विधायक बनने कर रहा है या किसी बड़े नेता पर दांव लगा रहा है।

    यह EOW के अफसर पुष्टि कर रहे हैं। मंगलवार को भी सहायक शिक्षक प्रशांत सिंह परमार के घर से मिले दस्तावेजों की छानबीन में EOW के अफसर लगे रहे हैं। इतना ही नहीं शिक्षा माफिया के बड़े-बड़े अफसरों और नेताओं से नजदीकियां होने का भी पता लगा है। दो दिवसीय ट्रेड यूनियन की हड़ताल के चलते बैंक से शिक्षा माफिया के खातों की डिटेल पता नहीं चल सकी है।

    सहायक शिक्षक के घर से ऐसे मिले थे गहने-नकदी

    सहायक शिक्षक के घर से ऐसे मिले थे गहने-नकदी

    यह था पूरा मामला
    एसपी EOW बिट्‌टू सहगल को काफी समय से महाराजपुरा के स्कूल मंे पदस्थ सहायक शिक्षक प्रशांत परमार के संबंध में गोपनीय शिकायतें मिल रही थीं। उसके खिलाफ आय से अधिक सम्पत्ति के संबंध में ही शिकायतें आई थीं। जिस पर EOW के अफसरों की टीम को सूचना पर काम करने के लिए लगाया गया था। धीरे-धीरे साक्ष्य मिलते गए। जिसके बाद शनिवार को सहायक शिक्षक प्रशांत परमार के सत्यम रेजीडेंसी स्थित घर फ्लैट नंबर 260, पास ही सत्यम कमपोर्ट पर आलीशान ऑफिस, कोटेश्वर रोड पर मैरिज गार्डन व नूराबाद मुरैना कॉलेजों पर एक साथ चार अलग-अलग टीमों ने छापामार कार्रवाई की। EOW की टीम पहुंचने से पहले ही सहायक शिक्षक गायब हो गया है, लेकिन आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ की टीम को उसके घर, ऑफिस व कॉलेज से अपार सम्पत्ति मिली है। सहायक शिक्षक के पास 8 स्कूल, कॉलेज, मैरिज गार्डन के अलावा लाखों रुपए कैश, 25 लाख रुपए की ज्वेलरी के अलावा लग्जरी कारें मिली थीं। जबकि सहायक शिक्षक प्रशांत सिंह परमार ने शिक्षा विभाग में वर्ष 2006 में ज्वाइंन किया था। अभी तक उसकी 16 साल की नौकरी हुई है। जो उसका वेतनमान और भत्ते हैं उसके मुताबिक उसकी इन 16 साल में कुल आय 20 लाख रुपए के आसपास होनी चाहिए, लेकिन उसके घर से EOW के अफसरों को जो सम्पत्ति मिली है वह कई गुना है।
    आज खुलेंगे बैंक खाते, लॉकर की भी जानकारी मिलेगी
    शिक्षा माफिया के घर से EOW की टीम को करीब आधा दर्जन बैंक खातों की पासबुक व डिटेल मिली है। छापा के अलगे दिन रविवार फिर सोमवार और मंगलवार को ट्रेड यूनियन की हड़ताल होने के चलते बैंक खातों की डिटेल नहीं मिल सकी है। पर शनिवार को ही बैंक प्रबंधन को सूचना देकर करोड़पति सहायक शिक्षक के सभी बैंक खाते सीज करा दिए गए हैं। बुधवार को दोपहर 12 बजे तक EOW की टीमें अलग-अलग बैंक पहुंचकर उसके बैंक खातों की डिटेल निकालेंगी। EOW के अफसरों को आशा है कि यहां लाखों रुपए मिल सकते हैं।
    धौलपुर मे रहता था सक्रिय
    – EOW की टीम ने जब सहायक शिक्षक प्रशांत सिंह परमार के सोशल मीडिया अकाउंट खंगाले तो कई बड़े-बड़े अफसरों व नेताओं से संबंध का पता लगा है। साथ ही धौलपुर राजस्थान में उसके लगातार सक्रिय होने का पता लगा है। प्रशांत मूल रूप से धौलपुर का ही रहने वाला है। ऐसी भी सूचना मिली कि वह यहां से विधानसभा चुनाव की तैयारी कर रहा है। इसके संबंध में EOW के अफसर जानकारी जुटा रहे हैं।

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