पर्यटन राज्यमंत्री डॉक्टर नीलकंठ तिवारी ने कहा है कि वह हरिश्चंद्र महाविद्यालय को मॉडल कॉलेज बनाना चाहते हैं। भारतेन्दु नाट्य अकादमी की एक शाखा कॉलेज में स्थापित करना चाहते हैं। इसके लिए उन्होंने महाविद्यालय परिवार से सहयोग की अपेक्षा की है
ताकि योजना को मूर्त रूप दिया जा सके। डॉ. तिवारी रविवार को हरिश्चंद्र पीजी कॉलेज के पुरातन छात्र परिषद की ओर से आयोजित ‘शैक्षिक संस्थानों के विकास में पुरातन छात्रों की भूमिका विषयक वेबिनार को को मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित कर रहे थे
मुख्य वक्ता और अरुणाचल प्रदेश में प्रशासनिक अधिकारी गोविंद जायसवाल ने शिक्षा में गतिशीलता पर जोर दिया। उन्होंने उच्च पदस्थ तथा अपने क्षेत्र में विशेषज्ञ पुरातन छात्रों की सहायता लेने का सुझाव दिया।
विशिष्ट वक्ता एडीजे मिर्जापुर संजय हरि शुक्ला ने अपने अनुभव साझा करते हुए कॉलेज के विकास में हर संभव मदद का आश्वासन दिया।
आईआईएल नागपुर विश्वविद्यालय के डायरेक्टर प्रो. राजेश सिंह व पूर्व प्राचार्य प्रो. ओमप्रकाश सिंह ने भी विचार रखे। पूर्व छात्र प्रो. आलोक चक्रवाल ने भी पीपीटी के माध्यम से बताया कि कैसे सभी पुरातन छात्र अपने महाविद्यालय को और उन्नत बना सकते हैं।
अध्यक्षीय संबोधन में काशी विद्यापीठ के कुलपति प्रो. टीएन सिंह ने सुझाव दिया कि सफलता की ऊंचाइयां छूने वाले पुरातन छात्रों की एक विवरणिका तैयार करके वर्तमान छात्रों में वितरित करना चाहिए ताकि वे प्रेरित हो सकें। आरंभ में रुपाली श्रीवास्तव ने सरस्वती वंदना प्रस्तुत की।
प्राचार्य डॉ. ज्योत्सना चतुर्वेदी ने स्वागत किया। विषय प्रवर्तन पुरातन छात्र परिषद के सचिव डॉ. प्रभाकर सिंह ने किया। अतिथियों का परिचय डॉ. वीके निर्मल ने दिया। संचालन डॉ. अनिल प्रताप सिंह व धन्यवाद डॉ. अनिल कुमार ने किया।