कॉलेज दिवाली वैकेशन 2020
इस साल 12 दिन का होगा कॉलेज दिवाली वैकेशन, इंटरनल एग्जाम भी नहीं होंगे. शिक्षा विभाग ने यूनिवर्सिटी में प्रवेश परीक्षा और रिजल्ट को लेकर परिपत्र जारी किया है। इसके अलावा शिक्षा विभाग ने नए सत्र का कैलेंडर भी जारी कर दिया है। एकेडमिक काउंसिल की बैठक में कैलेंडर पर चर्चा करके निर्णय लिया जाएगा। इंचार्ज कुलपति डॉ. हेमाली देसाई ने बताया कि शिक्षा विभाग ने जो आदेश जारी किया है उसमें बदलाव करना असंभव है।
- शिक्षा विभाग ने जारी किया परिपत्र, इंचार्ज कुलपति ने कहा- आदेश में कोई भी बदलाव नहीं होगा
नर्मद यूनिवर्सिटी द्वारा परिपत्र में कुछ सुधार करके सभी कॉलेजों को भेजा जाएगा। कोविड-19 की गाइडलाइन का पालन करते हुए नए एकेडमिक सत्र की शुरुआत होगी। दिवाली वैकेशन पर शिक्षा विभाग के परिपत्र का पूरी तरह से पालन किया जाएगा।
ज्ञातव्य है कि यूनिवर्सिटी से जुड़े 200 कॉलेजो में इस साल दिवाली का वैकेशन 12 दिन का होगा। कॉलेजों में 6 से 18 नवंबर तक दिवाली अवकाश रहेगा। आमतौर पर हर साल दिवाली पर 21 दिन का अवकाश होता था।
इंटरनल परीक्षा नहीं होगी | नर्मद यूनिवर्सिटी से जुड़े कॉलेजों में इस साल इंटरनल परीक्षा नहीं होगी। शिक्षा विभाग के अनुसार इस बार साप्ताहिक या अन्य टेस्ट के आधार पर कॉलेजों को इंटरनल मार्क्स देने होंगे। कोरोना की वजह से परीक्षा नहीं होगी। कॉलेज खुद ही तय करेंगे कि छात्रों काे मार्क्स किस प्रकार दिए जाएं।
पहला सत्र ऑनलाइन चलेगा | प्रवेश प्रक्रिया पूरी होने के बाद पहला सत्र ऑनलाइन चलेगा। छात्रों को सारी सुविधाएं ऑनलाइन मुहैया करवानी होगी। यूनिवर्सिटी में 15 अक्टूबर से ऑनलाइन पढ़ाई की शुरुआत होगी। इंचार्ज कुलपति डॉ. हेमाली देसाई ने कहा कि शिक्षा विभाग के आदेश में कोई बदलाव नहीं किया जाएगा। परीक्षा और रिजल्ट एकेडमिक कैलेंडर के आधार पर ही होंगे।
उधर, ऑनलाइन पढ़ाई को लेकर छात्र दुविधा में
सूरत | और नर्मद यूनिवर्सिटी में अभी प्रवेश प्रक्रिया चल रही है। वहीं, यूनिवर्सिटी के नए आदेश से छात्रों की परेशानी बढ़ गई है। 15 अक्टूबर को ऑनलाइन पढ़ाई शुरू करने का निर्णय लिया गया है। यूनिवर्सिटी ने जांच के किए बगैर ही पढ़ाई का आदेश दे दिया है। अभी तक अधिकांश छात्रों ने प्रवेश भी नहीं लिया है। इससे छात्रों की दुविधा बढ़ गई है।
कोरोना की वजह से इस साल साइंस और कॉमर्स में छात्रों ने अभी तक प्रवेश नहीं लिया है। यहां तक कि ग्रांटेड कॉलेजों में भी सीटें खाली पड़ी हैं। फीस की वजह से अधिकांश छात्र प्रवेश भी कन्फर्म नहीं करवा रहे हैं। वहीं, कॉलेजों में खाली सीटों को भरने की कोशिश की जा रही है।
ज्ञातव्य है कि कॉलेजों के अधिकांश कर्मचारी, प्रोफेसर कॉपी जांचने में व्यस्त हैं। इससे 15 अक्टूबर से ऑनलाइन पढ़ाई हो पाना असंभव है। यूनिवर्सिटी के डीन भाविन नायक ने बताया कि प्रवेश प्रक्रिया का पहला राउंड पूरा होने पर पढ़ाई शुरू करना जरूरी है। छात्रों का समय बिगाड़ने का कोई मतलब नहीं है।
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