क्या आपको पता है 🙇आपके नाम पर कितने मोबाइल कनेक्शन है ? क्या कोई आपके नाम पर जारी मोबाइल कनेक्शन का इस्तेमाल तो नहीं कर रहा ? अभी जाने 30 सेकंड में 👇

साथियों डिजिटल दुनिया के इस युग में जैसा कि आप जानते हैं रोज लाखों क्राइम हो रहे हैं जिनमें से ज्यादातर क्राइम होते तो हैं लेकिन पकड़े नहीं जाते और इसमें ज्यादातर वह लोग फंस जाते हैं जिसका कोई लेना-देना भी नहीं है?
इसका सबसे बड़ा कारण है कि क्राइम करने वाला व्यक्ति अपनी आईडेंटिटी की जगह ऐसे व्यक्ति की आईडेंटिटी प्रयोग करता है, जो कि या तो मृत हो चुका है अथवा जिसको इस बारे में कोई भी पता नहीं है। ऐसी स्थिति में गलत व्यक्ति अपराधी बन जाता है और सही अपराधी हमेशा बच जाता है।
डिजिटल एजुकेशन पोर्टल द्वारा इस लेख में आपको अपने नाम पर जारी समस्त प्रकार के मोबाइल नंबर की डिटेल प्राप्त करने की प्रक्रिया तथा यदि कोई मोबाइल नंबर आप उपयोग नहीं कर रहे हैं एवं आपके नाम से चल रहा है ,तो उसे कैसे ब्लॉक करें ?इसके बारे में पूरी जानकारी नीचे दी जा रही है कृपया इस लेख को अंत तक अवश्य पढ़े एवं अपने रिश्तेदारों तथा मित्रों को शेयर करना ना भूले।
आइए समझे वर्तमान हो रहे साइबर क्राइम के बारे में
जैसा कि आप लगातार सुनते आ रहे होंगे और शायद आप भी इसका शिकार आप या आपके पड़ोसी आपके मित्र है आपके रिश्तेदार हो सकते हैं।
वर्तमान में चल रहे साइबरक्राइम के अंतर्गत विभिन्न अपराधी आपको फोन करते हैं तथा फोन पर गूगल पे,फोन पे या अन्य यूपीआई एप्लीकेशन के माध्यम से आपसे ही आपका पैसा उनके खाते में विभिन्न प्रकार के प्रलोभन एवं जालसाजी से ट्रांसफर करवा लेते हैं।
यह साइबर क्राइम निम्न प्रकार से हो रहे हैं 👇
💁 या तो आप बैंक अथवा किसी अन्य सुविधा के लिए कस्टमर केयर का नंबर जब गूगल पर सर्च करते हैं तो आपको जो नंबर दिखाई देता है आप उसकी पुष्टि किए बिना उस पर कॉल करते हैं और वहीं से शुरु होती है साइबर फ्रॉड की कहानी।
💁 वर्तमान में चल रहे फ्री रिचार्ज फ्री स्कीम जोकि देश के प्रधानमंत्री ,प्रदेश के मुख्यमंत्री या किसी कंपनी के नाम पर ही क्यों ना हो ? लोग इसके प्रलोभन का शिकार बन जाते हैं तथा फ्री योजना या फ्री स्कीम या फ्री राशि या फ्री रिचार्ज के चक्कर में ऐसे मैसेज में दी गई लिंक पर क्लिक करके साइबर फ्रॉड का एक हिस्सा बन चुके होते हैं।
💁 आपके पास एक अपरिचित व्यक्ति का फोन आता है एवं वह अपने आपको आपका खास कोई रिश्तेदार, कोई मित्र बताने का प्रयास करता है तथा आप सोचने को मजबूर हो जाते हैं कि शायद यह वही तो नहीं और इसी प्रकार से जब आप उसकी बातों में लगातार फंसते जाते हैं, तो वह बहला-फुसलाकर आपको अपनी बातों का शिकार बनाते हुए आपके खाते में उसकी राशि डलवाने की बात करके आपको साइबर क्राइम का शिकार बना लेता है।
💁 जब आप ओएलएक्स या अन्य कोई मोबाइल एप्लीकेशन पर अपनी पुरानी सामग्री डालते हैं या खरीदने की कोशिश करते हैं, तो उसी दौरान भी आपके साथ साइबर फिशिंग या साइबर अटैक होने की संभावना होती है । ऐसे साइबर अपराधी आपके द्वारा डिमांड की गई किसी वस्तु की राशि के विरुद्ध उतनी ही राशि या उससे ज्यादा राशि देने का झूठा दावा करते हैं एवं इसके लिए आप से पहले आप के खाता नंबर को वेरीफाई करने की बात करते हैं जिसमें वह कहते हैं, कि हम आपको राशि पहुंचा रहे हैं अब आप को वेरीफाई करना है कि क्या आपका यही खाता उसके बाद हम आपको राशि ट्रांसफर कर देंगे।
💁 सरकार की विभिन्न प्रचलित योजनाओं जैसे की लाडली लक्ष्मी योजना, लाडली बहना योजना, छात्रवृति योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना आदि के नाम पर आपके मोबाइल पर फोन करते हैं एवं ईकेवाईसी की बात करते हैं जिसके बाद आप अपने मोबाइल की डिटेल अपने मोबाइल पर आने वाले ओटीपी की डिटेल दे देते हैं यहां से भी शुरू होती है साइबर फ्रॉड की कहानी।
तो इन सभी साइबर क्राइम से कैसे बचा जाए ?
डिजिटल तकनीक की इस दुनिया में जीने के साथ ही है अब हमें ऐसे cyber-attack साइबर क्राइम से बचने के लिए अपने आप को जागरुक एवं अपडेट रखने की नितांत आवश्यकता है।
Digital education portal आपको साइबर अटैक साइबर क्राइम तथा साइबर फ्रॉड से बचाने के लिए विभिन्न प्रकार के उपाय एवं प्रक्रिया बताता रहता है। आज इस लेख में भी हम इसी प्रकार की एक बात पर चर्चा करने वाले हैं जो की बहुत ही महत्वपूर्ण है और इसी के कारण साइबर फ्रॉड करने वाले लोग बच जाते हैं।
इसके पीछे सबसे बड़ा कारण है जिस मोबाइल से वो आपको फोन लगाते हैं या जिस खाते में वो राशि ट्रांसफर करवाते हैं ,वह खाता या वह मोबाइल उनके नाम पर कभी भी नहीं होता है।
या तो वह मोबाइल नंबर या बैंक खाता नंबर किसी मृत व्यक्ति या किसी अन्य व्यक्ति के नाम पर होता है जिसको इस बारे में पता ही नहीं है।
इसलिए सबसे पहले आपको यह जानना जरूरी है कि आपके नंबर पर कितने मोबाइल कनेक्शन दर्ज हैं एवं यदि वे कनेक्शन आपके नाम पर दर्ज हैं लेकिन उनमें से किसी सिम नंबर किसी मोबाइल नंबर का उपयोग नहीं कर रहे हैं और आपको लगता है कि यह मोबाइल नंबर आपने इशू नहीं करवाया है तो इसे तत्काल ब्लॉक करना जरूरी है।
चलिए समझते हैं कि आप कैसे पता कर सकते हैं कि आप के नाम पर कितने मोबाइल कनेक्शन दर्ज हैं ?
साथियों सबसे पहले हमें यह समझना नितांत आवश्यक है ,कि
👉आपके नंबर पर कितने मोबाइल 🤳कनेक्शन वर्तमान में दर्ज हैं और
👉यदि उनमें से कोई ऐसा मोबाइल नंबर या मोबाइल कनेक्शन नंबर तो नहीं है, जो कि आपने इशू नहीं करवाया है
👉साथ ही ऐसा मोबाइल नंबर जिनको आपने तो इश्यू करवाया था लेकिन अभी उसका उपयोग नहीं कर रहे हैं।
इस प्रकार के फर्जी मोबाइल नंबर या अनुपयोगी मोबाइल नंबर को तत्काल ब्लॉक कर आना आपके लिए नितांत आवश्यक है।
भारत सरकार दूरसंचार विभाग द्वारा ऐसे मोबाइल नंबरों को ब्लॉक करवाने तथा आपके नाम से दर्ज मोबाइल नंबर की जानकारी प्राप्त करने के लिए संचार साथी पोर्टल विकसित किया गया है। जिसके माध्यम से आप बड़ी आसानी से आपके नाम पर दर्ज मोबाइल नंबर की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं तथा अनुपयोगी या फर्जी मोबाइल नंबर को ब्लॉक भी करवा सकते हैं।
आपके नाम से दर्ज मोबाइल या सिम की जानकारी प्राप्त करने के लिए स्टेप बाय स्टेप प्रक्रिया
👉 सबसे पहले आपको संचार साथी पोर्टल की नीचे दी जा रही लिंक पर क्लिक करना है।
👉 जैसे ही आप नीचे दी जा रही लिंक पर क्लिक करेंगे आपको कुछ इस तरह की स्क्रीन दिखाई देगी जहां पर आपको वर्तमान में उपयोग कर रहे अपना मोबाइल नंबर एवं दिया गया कैप्चा कोड दर्ज करना है।


👉 अब आपको यहां पर जैसे ही आप अपना 10 अंकों का मोबाइल नंबर एवं कैप्चा कोड दर्ज करेंगे, एवं कैप्चा को मान्य करें बटन पर क्लिक करेंगे, आपके मोबाइल पर एक ओटीपी प्राप्त होगा।
👉 अब आपको अपना ओटीपी दर्ज करके लॉगइन बटन पर क्लिक करना है।
👉 लॉगइन बटन पर क्लिक करने के बाद आपको नीचे दी गई स्क्रीन के अनुसार आपके नाम पर दर्ज मोबाइल नंबरों की जानकारी स्पष्ट दिखाई देगी। जिसमें शुरू के 4 अंक एवं अंत के 4 अंक दिखाई देंगे।

👉 अब दिखाई दे रहे मोबाइल नंबरों में से आपको सिलेक्ट करना है एवं यदि कोई मोबाईल बन आपका नंबर नहीं है तो मेरा नंबर नहीं और यदि आपका नंबर है लेकिन आपको इसकी आवश्यकता नहीं है तो आप आवश्यक नहीं और यदि आपको इसकी आवश्यकता और आपका ही नंबर है इसका आप उपयोग करते रहना चाहते हैं तो आवश्यक वाले बटन पर क्लिक करेंगे एवं सबमिट बटन पर क्लिक करेंगे।

👉 जैसे ही आप प्रतिवेदन सबमिट बटन पर क्लिक करेंगे एक स्क्रीन आपको दिखाई देगी जिसमें आप से कंफर्मेशन मैसेज पूछा जाएगा एवं साथ ही यदि आपके द्वारा दर्ज किए गए अनुरोध या प्रतिवेदन के बावजूद अगर आपने गलती से कोई प्रतिवेदन सबमिट किया है एवं उसमें बदलाव करना चाहते हैं तो जिस दिन आप इसे सबमिट करते हैं उसी दिन रात को 11:59 से पहले आप इसे परिवर्तित कर सकते हैं इसके बाद किसी भी प्रकार का परिवर्तन संभव नहीं हो सकेगा।
👉 अर्थात यदि आप यहां पर सिलेक्ट करके आपका नंबर नहीं है या आवश्यक नहीं है वाले बटन को सिलेक्ट करके सबमिट करते हैं तो वह नंबर बंद हो जाएगा एवं उसका उपयोग नहीं किया जा सकेगा।

इस प्रकार उपरोक्त बताई गई प्रक्रिया के अनुसार आप अपने नाम पर दर्ज मोबाइल नंबरों की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं तथा जो मोबाइल नंबर आपने इशू नहीं करवाया है अथवा इशू कराने के बाद भी उसका कोई उपयोग नहीं हो रहा है उन्हें बंद करवाने की रिक्वेस्ट भी कर सकते हैं।
अपने नाम पर दर्ज मोबाइल कनेक्शन की जानकारी प्राप्त करने की लिंक के लिए यहां क्लिक करें
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