प्राचार्यों की वन टू वन क्लास: सतना कलेक्टर ने पूछा- बताओ बोर्ड परीक्षा में क्यों फिसड्डी साबित हुआ जिला? अगले साल का मांगा पूरा प्लान Digital Education Portal

हाई स्कूल और हायर सेकेंडरी बोर्ड परीक्षा में सतना जिले के स्कूलों की खराब प्रदर्शन पर नाराज कलेक्टर अनुराग वर्मा ने जिले भर के प्राचार्यों को तलब कर उनकी वन टू वन क्लास ली। कलेक्टर ने प्राचार्यों से सवाल किया कि आखिर क्यों बोर्ड परीक्षा के परिणामों में जिला प्रदेश में निचली पायदानों पर पहुंचा?
जिले के सभी 8 विकास खंडों के हाई स्कूल और हायर सेकेंडरी स्कूलों के प्राचार्यों को तीन अलग-अलग चरणों में बुलाकर कलेक्टर अनुराग वर्मा ने कहा कि, शिक्षा के क्षेत्र में जिले ने निराशाजनक प्रदर्शन किया है। जिले के 292 हाई स्कूल और 147 हायर सेकेंडरी स्कूलों के परिणाम खराब आना गंभीर बात है।
हाई स्कूल के रिजल्ट में 19 और हायर सेकेंडरी के रिजल्ट में 8.14 फीसदी की गिरावट आई है। इस दौरान अपर संचालक शिक्षा, सीईओ जिला पंचायत डॉ. परीक्षित राव और डीईओ नीरव दीक्षित भी मौजूद रहे।

कलेक्टर ने कहा अब कोविड का दौर और बहाना दोनों खत्म हो चुका है। शिक्षा सत्र शुरू होते ही नियमित कक्षाएं स्कूलों में शुरू होनी चाहिए। हर महीने का सिलेबस कैलेंडर बनाए, बच्चों के वीकली- मंथली टेस्ट लें और उनका मूल्यांकन कर कमजोर विषयों पर फोकस हो कर पढ़ाई कराएं।
प्राचार्य रोजाना एक पीरियड हाई स्कूल और एक पीरियड हायर सेकेंडरी की कक्षा का ले। यदि किसी प्राचार्य ने कक्षाएं नहीं ली तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। कलेक्टर ने कहा, अगले शिक्षा सत्र की शुरुआत से ही स्कूलों और पढ़ाई की निगरानी की जाएगी।
सोमवार से शुरू करो क्लास, अगले साल का प्लान दो
कलेक्टर ने रिजल्ट घोषित होने के माह भर बाद भी बच्चों के हित में कोई प्रयास नहीं किए जाने पर नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि सभी विद्यालयों में पूरक आए विद्यार्थियों के लिए सोमवार से क्लास शुरु होनी चाहिए, ताकि सप्लीमेंट्री आए छात्र परीक्षा उत्तीर्ण कर अगली कक्षा में जा सकें। उन्होंने अगले साल का रिजल्ट सुधारने की कार्य योजना भी अभी ही प्रस्तुत करने के निर्देश दिए।
लागू करें पूर्व सीईओ के प्रयोग
सीईओ जिला पंचायत डॉ. परीक्षित राव ने पूर्व सीईओ ऋजु बाफना के प्रयोगों के जिक्र करते हुए कहा कि उनके कार्यकाल में रिजल्ट सुधरा था। उन प्रयोगों को पुनः लागू करें। सुबह 7 बजे से स्कूलों में विशेष कक्षाएं लगाएं।

सतना के स्कूलों की परफॉर्मेंस पर एक नजर
हाई स्कूल में जिले के 10 स्कूलों का रिजल्ट शून्य से 10 प्रतिशत, 45 स्कूलों का रिजल्ट 10 से 20 प्रतिशत, 107 स्कूलों का रिजल्ट 20 से 30 प्रतिशत, 82 स्कूलों का रिजल्ट 30 से 40 प्रतिशत, 32 स्कूलों का रिजल्ट 40 से 50 प्रतिशत और 13 विद्यालयों का रिजल्ट 50 प्रतिशत से ऊपर रहा है। इसी तरह हायर सेकेंडरी का रिजल्ट वर्ष 2022 में 61.87 प्रतिशत रहा। जिसमें गत वर्ष के रिजल्ट 70 प्रतिशत से 8.14 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई है।
29 से 47वीं पोजीशन पर फिसला जिला
मध्यप्रदेश का वर्ष 2022 का परीक्षा परिणाम औसत 72.72 प्रतिशत रहा है। जिसमें गत वर्ष की तुलना में 3.91 प्रतिशत वृद्धि दर्ज हुई है। जबकि सतना का परिणाम प्रदेश के औसत से 10.85 फीसदी कम रहा और जिले की रैंक 29वीं से घटकर 47वें स्थान पर पहुंच गई है।
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