RBSE 10th Supplementary Result 2020 Live Updates:- राजस्थान कक्षा 10 परीक्षा का रिजल्ट जारी।
बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन राजस्थान (BSER) ने अपनी आधिकारिक वेबसाइट पर माध्यमिक या कक्षा 10 परीक्षा का रिजल्ट जारी कर दिया है। आरबीएसई 10 वीं सप्लीमेंट्री परीक्षा के लिए उपस्थित होने वाले उम्मीदवार आरबीएसई की आधिकारिक वेबसाइट – rajeduboard.rajasthan.gov.in
पर रिजल्ट चेक कर सकते हैं। 10 वीं की सप्लीमेंट्री परीक्षा 3 से 8 सितंबर तक हुई थीं। कैंडिडेट्स अपनी प्रोविजनल मार्कशीट ऑनलाइन डाउनलोड कर सकते हैं। इन्हें मूल मार्कशीट नहीं माना जा सकता है। मूल मार्कशीट बोर्ड द्वारा अलग से जारी की गई हैं।
रिजल्ट चेक करने के लिए सबसे पहले RBSE की आधिकारिक वेबसाइट rajeduboard.rajasthan.gov.in पर जाएं।
वेबसाइट के होमपेज पर आपको “Suppl.Result Secondary Exam.2020” इसका लिंक मिलेगा। अब लिंक पर क्लिक करें। लिंक पर क्लक करने के बाद नया पेज खुल जाएगा। यहां कैंडिडेट्स को अपनी डिटेल्स डालनी हैं। डिटेल्स डालने के बाद सबमिट कर देना है। सबमिट करते ही आपका रिजल्ट आपके सामने स्क्रीन पर होगा।
RBSE 10th Supplementary Result 2020 Live Updates: ऐसा रहा रिजल्ट
राजस्थान बोर्ड सप्लीमेंट्री परीक्षा 3 सितंबर से 12 सितंबर के बीच दो शिफ्टों में आयोजित हुई थी। 10वीं की सप्लीमेंट्री परीक्षा में करीब 87 हजार विद्यार्थी रजिस्टर्ड थे। इनमें 47,827 छात्र और 39,726 छात्राएं थीं। इनमें से 41,702 छात्र और 35,584 छात्राओं ने परीक्षा दी। परीक्षा में 25817 छात्र और 23238 छात्राएं पास हुई हैं। पास छात्रों का रिजल्ट 61.90 फीसदी और पास छात्राओं का रिजल्ट 65.30 फीसदी रहा।
RBSE 10th Supplementary Result 2020 Live Updates: रिजल्ट यूं करें चेक
- राजस्थान बोर्ड की वेबसाइट rajeduboard.rajasthan.gov.in पर जाएं।- वेबसाइट खुलने पर Suppl.Result Secondary Exam.2020 के लिंक पर क्लिक करें – अपना रोल नंबर डालें और सब्मिट के बटन पर क्लिक करें। आपका रिजल्ट स्क्रीन पर आ जाएगा।
RBSE 10th Supplementary Result 2020 Live Updates: इतने हुए थे पास
इस साल 10वीं की मुख्य परीक्षा में कुल 80.63 फीसदी विद्यार्थी पास हुए थे। लड़कियों का रिजल्ट एक बार फिर लड़कों से अच्छा रहा था। लड़कियां 81.04 फीसदी और लड़के 78.99 फीसदी पास हुए थे। झुंझुनू जिले का रिजल्ट (75.76 फीसदी) सबसे अच्छा रहा था। दूसरे स्थान पर नागौर (74.06 फीसदी) रहा था। तीसरे स्थान पर जालौर (73.68 फीसदी) रहा। सबसे फिसड्डी सिरोही जिला (5.41 फीसदी) रहा था।