वर्ष 2017 के रसायन विज्ञान में नोबेल पुरस्कार विजेता प्रो. जोआचिम फ्रैंक (कोलंबिया विश्वविद्यालय, यूएसए) ने आईआईआईटी दिल्ली के 9वें वर्चुअल दीक्षांत समारोह में छात्रों से कहा कि कोरोना महामारी को देखने को दो नजरिये हैं।
महामारी के चलते अराजकता पर निराशा या इसे फिर से विचार करने के अवसर पर लें। एक ठोस तरीके से मामलों की स्थिति और चीजों को चलाने का तरीका खोजना होगा।
उन्होंने द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान अपने जीवन के शुरुआती अव्यवस्था के अनुभव भी साझा किये। उन्होंने कहा कि जहां मेरा जन्म हुआ यानि जर्मनी में नागरिक आदेश, शालीनता और समृद्धि की वापसी का अनुभव किया है। दरअसल मैं दूसरे विकल्प को मानता हूं।
प्रो. फ्रैंक ने कहा कि आपके ज्ञान, विशेषज्ञता और प्रमाणित प्रमाणों के साथ जो आपको आज प्राप्त होने की उम्मीद है, दुनिया आपके लिए व्यापक होगी। अब महामारी के कारण इनमें से कुछ कैरियर विकल्प शून्य हो गए हैं।
क्योंकि अर्थव्यवस्था बदल गई है। हालांकि अन्य प्राथमिकताएं उभरी हैं कि विभिन्न ट्रेडों में मांग प्रशिक्षण और यात्रा प्रतिबंधों ने अडिय़ल अवरोध पैदा किए हैं। फिर भी दूसरी ओर अप्रत्याशित तरीकों से पूरी तरह से नए विकल्प खुल रहे हैं।
हम सभी को वैश्विक सहयोग की आवश्यकता है और हमें महामारी को अलार्म के रूप में लेना चाहिए। आप सभी को यह महसूस करने की आवश्यकता है कि कैरियर की आपकी पसंद एक बिंदु है,
जहां आप एक अंतर बना सकते हैं। एक बिंदु जिसे दुनिया में अपनी जगह के बारे में सावधानीपूर्वक विचार करने की आवश्यकता है एक जिम्मेदार इंसान के रूप में समुदाय और आपकी आकांक्षाएं है।
इससे पहले आईआईआईटी दिल्ली के डायरेक्टर प्रो. रंजन बोस ने 2019-20 की रिपोर्ट पेश की। उन्होंने बताया कि संस्थान का चयन प्रौद्योगिकी नवाचार हब के लिए एक आयोजक के रूप में किया गया है।
इसके लिए 100 करोड़ रुपये का बजट है। समारोह में संस्थान केचांसलर अनिल बैजल और बोर्ड ऑफ गवर्नर्स के अध्यक्ष किरण कार्णिक ने छात्रों को बधाई दी।
राघव सूद और श्राविका मितल को कुलाधिपति स्वर्ण पदक
दीक्षांत समारोह में प्रो. जोआचिम फ्रैंक ने बीटेक में 237, एमटेक और एमटेक डयूल डिग्री के 203 और 12पीएचडी छात्रों को डिग्री दीं।
राघव सूद और श्राविका मितल कुलाधिपति स्वर्ण पदक मिला है। जबकि पुलकित मादन (बीटेक सीएसएएम) और राघव गोयल (बीटेक ईसीई) को सर्वश्रेष्ठ अकादमिक प्रदर्शन का पुरस्कार मिला।
राघव गोयल (ईसीई) अभिषेक अग्रवाल (सीएसएएम)और तनिष गुप्ता (सीएसई) ने प्रतिष्ठित ऑल राउंड परफॉर्मेंस मेडल भी जीता। एमटेक के छात्र आदित्य खंडेलवाल और प्रतीक सिंह को उत्कृष्ट अकादमिक प्रदर्शन के लिए स्वर्ण पदक दिया गया।