educationEducational News

स्कूल शिक्षा विभाग में महाघोटाला: रीवा में फर्जी सामग्री खरीदी के नाम पर 4.41 करोड़ का गबन करने वाले लेखापाल समेत 24 के खिलाफ FIR दर्ज, डीईओ की शिकायत पर कार्रवाई Digital Education Portal

रीवा जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय - dainik bhaskar

रीवा जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय

  • सिविल लाइल पुलिस को सौंपी गई 1039 पन्ने की जांच रिपोर्ट

रीवा जिले में बहुचर्चित स्कूल शिक्षा विभाग में हुए महाघोटाले में शामिल लेखापाल समेत 24 के खिलाफ FIR दर्ज कर ली गई है। बताया गया कि फर्जी सामग्री खरीदी एवं अशासकीय स्कूलों के अनुदान को लेकर 4.41 करोड़ का गबन किया गया था। जिसकी जांच 3 साल से चल रही थी। लेकिन कोई सकारात्मक परिणाम न आने के बाद जिला प्रशासन के दबाव में डीईओ केपी तिवारी ने सिविल लाइन पुलिस को शिकायती आवेदन सौंपा था। जहां पुलिस विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के मागर्दशन में आईपीसी की धारा 467, 468, 471, 420, 409 और 34 बी का अपराध कायम किया गया है। अब थाना पुलिस आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए दबिश दे रही है।

सिविल लाइन थाना प्रभारी निरीक्षक ओंकार तिवारी ने बताया कि अशोक कुमार शर्मा पद लेखापाल और विजय तिवारी सहायक अध्यापक ने अशासकीय स्कूलों के अनुदान व फर्जी सामग्री खरीदी के नाम पर 4.41 करोड़ का गबन किया था। जिन्होंने अपने 22 सगे संबंधियों को फर्नीचर, ट्रेडर्स और स्टेशनरी के नाम पर उनके खाते में भुगतान कर फर्जीवाड़े को अंजाम दिया था। जिसकी जांच 1 मार्च 2018 चल रही थी। इस फर्जीवाड़े की जद में आकर कई डीईओ भी नप चुके है।

1039 पन्ने की जांच में 24 लोगों को माना है आरोपी
पुलिस ने बताया कि स्कूल शिक्षा विभाग ने इस पूरे महाघोटाले में शामिल 24 लोगों के खिलाफ 1039 पन्ने का पुलिंदा तैयार किया है। शिक्षा विभाग की गोपनीय जांच में लेखापाल अशोक कुमार शर्मा और सहायक अध्यापक विजय तिवारी को मुख्य आरोपी माना है। उन्होंने पद का दुरुपयोग करते हुए अपने चहेतों को फर्जी सामग्री खरीदी के नाम पर करोड़ो रुपए शासन के डकार दिए थे। जबकि अशासकीय स्कूलों को अनुदान के नाम पर फूटी कौड़ी तक नहीं दी थी।

जिले का बहुचर्चित है मामला
फर्जी भुगतान का यह मामला जिलेभर में बहुचर्चित है। ऐसे में 3 अगस्त की शाम जिला शिक्षा अधिकारी केपी तिवारी के लेटर हेड में शिकायत के बाद सिविल लाइन पुलिस ने तुरंत एफआईआर कर ली है। अब पुलिस 1039 पन्ने की जांच रिपोर्ट का अध्ययन कर शिक्षा विभाग से पूरी जानकारी जुटाते हुए आरोपियों की गिरफ्तारी के प्रयास शुरू कर दिए है।

खबरें और भी हैं…

हमारे द्वारा प्रकाशित समस्त प्रकार के रोजगार एवं अन्य खबरें संबंधित विभाग की वेबसाइट से प्राप्त की जाती है। कृपया किसी प्रकार के रोजगार या खबर की सत्यता की जांच के लिए संबंधित विभाग की वेबसाइट विजिट करें | अपना मोबाइल नंबर या अन्य कोई व्यक्तिगत जानकारी किसी को भी शेयर न करे ! किसी भी रोजगार के लिए व्यक्तिगत जानकारी नहीं मांगी जाती हैं ! डिजिटल एजुकेशन पोर्टल किसी भी खबर या रोजगार के लिए जवाबदेह नहीं होगा .

Team Digital Education Portal

Join whatsapp for latest update

शैक्षणिक समाचारों एवं सरकारी नौकरी की ताजा अपडेट प्राप्त करने के लिए फॉलो करें

Follow Us on Telegram
@digitaleducationportal
@govtnaukary

Follow Us on Facebook
@digitaleducationportal @10th12thPassGovenmentJobIndia

Follow Us on Whatsapp
@DigiEduPortal
@govtjobalert


Discover more from Digital Education Portal

Subscribe to get the latest posts to your email.

Show More

आपके सुझाव हमारे लिए महत्त्वपूर्ण हैं ! इस पोस्ट पर कृपया अपने सुझाव/फीडबैक देकर हमे अनुग्रहित करने का कष्ट करे !

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.

Back to top button

Discover more from Digital Education Portal

Subscribe now to keep reading and get access to the full archive.

Continue reading

Please Close Ad Blocker

हमारी साइट पर विज्ञापन दिखाने की अनुमति दें लगता है कि आप विज्ञापन रोकने वाला सॉफ़्टवेयर इस्तेमाल कर रहे हैं. कृपया इसे बंद करें|