CLAT 2020: क्लैट के बदले पैटर्न ने इस बार मेधावी छात्रों को भी जीरो बना दिया। परीक्षा में हुए बदलाव को छात्र समझ नहीं सके। जिसका खामियाजा उन्हें उठाना पड़ा। 163 मेधावी छात्रों को जीरो नंबर मिले। 4266 बच्चे 10 नंबर तथा 14937 छात्र 20 नम्बर से ऊपर नहीं जा सके।
देश के विधि विश्वविद्यालय व संस्थानों में दाखिले के लिए क्लैट का परिणाम आ चुका है। परीक्षा पैटर्न में व्यापक बदलाव से इस बार तमाम छात्रों की उम्मीदें धूमिल हो गयीं। वह बदलाव को समझ नहीं पाए। छात्र बदले पैटर्न की वजह से रिजल्ट खराब होने की बात कह रहे हैं। क्लैट में 28 छात्र 0.25 नंबर ही पा सके हैं। 19 को आधा नंबर मिला है जबकि 51 को 0.75 नंबर मिले हैं। 42 बच्चे परीक्षा में केवल एक नंबर ही हासिल कर पाए हैं।
जबकि 183 बच्चे 1.25 नंबर तथा 186 बच्चे 2.25 नम्बरों तक ही सिमट गये।71 वीं रैंक पाने वाले देवांश शुक्ला बताते हैं कि इस बार पूरा पेपर रीडिंग बेस था। 400 से 500 शब्द के पैसेज थे। उन्हें पढ़कर उत्तर देना था। जिसकी रीडिंग अच्छी थी वह कर ले गया। अंग्रेजी व रीजनिंग में बहुत बड़े पैसेज आए। एक अन्य छात्र ने बताया कि बदले पैटर्न की वजह से उसे केवल 2.25 नंबर मिले हैं। कृष्णानगर सेंटर पर परीक्षा देने वाले राज के मुताबिक रीडिंग बेस प्रश्न आने की वजह से वह फंस गए। रीडिंग की प्रैक्टिस नहीं थी।
इस साल सबसे ज्यादा शिकायतें आईं
कन्सोर्सियम आफ नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी के मेम्बर व नालसर यूनिवर्सिटी ऑफ लॉ के वाइस चान्सलर प्रोफेसर फैजान मुस्तफा ने बड़े पैमाने पर शिकायतें आने की बात कही। हालांकि इनमें से अधिकतर को कन्सोर्सियम ने खारिज कर दिया। आगे से शिकायतों के लिए एक हजार रुपए शुल्क भी निर्धारित कर दिया।
क्लैट में लखनऊ की आरुषि को 85वीं रेैंक
लखनऊ। राजधानी की छात्रा आरुषि तिवारी ने क्लैट में 85वां स्थान हासिल किया है। लॉ प्रेप लखनऊ के डायरेक्टर नितिन राकेश के अनुसार इस बार का पेपर कठिन होने के बावजूद उनके छात्रों का प्रदर्शन सराहनीय रहा क अतीब काजमी ने 284, आयुष यादव ने 554, प्रियांजली सिंह ने 603, गौरव पांडेय ने 647, उत्कर्ष उपाध्याय ने 984, अभिषेक कुमार ने१ 1384, अशुती सिंह ने 1559 रैंक हासिल किया है।
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