विश्व आयोडीन अल्पता विकार निवारण दिवस ( 21 अक्टूबर )
वैश्विक आयोडीन अल्पता विकार निवारण दिवस अर्थात विश्व आयोडीन अल्पता दिवस (जीआईडीडी) हर वर्ष 21 अक्टूबर को सम्पूर्ण विश्व में मनाया जाता है। इस दिवस को मनाने का मुख्य उद्देश्य आयोडीन के पर्याप्त उपयोग के बारे में जागरूकता उत्पन्न करना और आयोडीन की कमी के परिणामों पर प्रकाश डालना है
आयोडीन की कमी से कई रोग उत्पन्न होने का भय रहता है।आयोडीन की कमी से होने वाले रोग निम्नलिखित है:
1 थायरॉयड ग्रंथि का बढ़ना।
2 मानसिक बीमारी: मंदबुद्धि, मानसिक मंदता, बच्चों में संज्ञानात्मक विकास की गड़बड़ी और मस्तिष्क की क्षति।
3 तंत्रिका-पेशी और स्तैमित्य (मांसपेशियों की जकड़न)।
4 एन्डेमिक क्रेटिनिज़म (शारीरिक और मानसिक विकास का अवरुद्ध होना)।
5 मृत जन्म और गर्भवती महिलाओं में स्वतः गर्भपात।
6 जन्मजात असामान्यता जैसे कि बहरा-गूंगापन (बात करने में असमर्थता) और बौनापन।
7 देखने, सुनने और बोलने में दोष।
8 आयोडीन की कमी से चेहरे पर सूजन,गले में सूजन (गले के अगले हिस्से में थाइराइड ग्रंथि में सूजन)
9 थाइराइड की कमी (जब थाइराइड हार्मोन का बनना सामान्य से कम हो जाए)
10 मस्तिष्क की कार्यप्रणाली में बाधा वज़न बढ़ना, रक्त में कोलेस्ट्रोल का स्तर बढ़ना और ठंड बर्दाश्त न होना जैसे आदि रोग होते हैं।