MP शिक्षक भर्ती-2018 पर A टू Z: किन कैंडिडेट्स को मिलेगी नियुक्ति, एलाइड सब्जेक्ट में किसकी PG मान्य; जानिए सबकुछ Digital Education Portal

तीन साल से नियुक्ति का इंतजार कर रहे डबल डिग्री और एलाइड सब्जेक्ट कैटेगरी के चयनित शिक्षकों को सरकार ने राहत दी है। अब ऐसे चयनित शिक्षक, जिन्होंने एक ही सेशन में एक डिग्री प्राइवेट या डिस्टेंस एजुकेशन से, तो दूसरी रेगुलर पढ़ाई कर हासिल की है, उन्हें नियुक्ति मिल सकेगी। शिक्षक भर्ती परीक्षा-2018 में अब एक सेशन में दो डिग्री करने वाले भी मान्य होंगे। लेकिन, शर्त यह है कि एक डिग्री प्राइवेट/डिस्टेंस, दूसरी डिग्री रेगुलर से होना चाहिए। अगर दोनों डिग्रियां रेगुलर से हैं तो इसे अमान्य माना जाएगा। हां, अगर दोनों डिग्रियां प्राइवेट/डिस्टेंस से हैं तो तब भी आप नियुक्ति के हकदार होंगे।
मान लीजिए आपने 2008 में B.ed रेगुलर किया है और इसी साल किसी भी सब्जेक्ट से रेगुलर ही पोस्ट ग्रेजुएशन कम्पलीट की है। ऐसे में आप अमान्य होंगे। हां, अगर आपने इनमें से कोई एक कोर्स प्राइवेट/डिस्टेंस से किया है और दूसरा रेगुलर से किया है तो यह मान्य होगा। एक सेशन में की गईं दोनों डिग्रियां डिस्टेंस में हों या प्राइवेट में की गई हों, तब भी चलेगा, बस रेगुलर एक ही वक्त में दो डिग्रियां नहीं होना चाहिए।
Msc माइक्रोबायोलॉजी, बायो केमिस्ट्री, बायो टेक्नोलॉजी से जुड़े एलाइड सब्जेक्ट वाले चयनित शिक्षकों के सामने नई शर्त रखी गई है। वो यह है कि ग्रेजुएशन क्वालीफाई सब्जेक्ट से किया हो। इसका मतलब ये हुआ कि ग्रेजुएशन यानी Bsc के सब्जेक्ट्स में जूलॉजी और बॉटनी होना जरूरी है। स्कूल शिक्षा विभाग में करीब 6 हजार पदों पर नियुक्ति होना है।
सरकार के नए फैसले से किन कैंडिडेट्स को कितना फायदा मिलेगा? किन्हें नौकरी मिलेगी? एलाइड सब्जेक्ट में किसकी पोस्ट ग्रेजुएशन (PG) डिग्री मान्य होगी? जानिए सब कुछ….
एक ही वक्त में एक साथ की गई दो डिग्री कैसे मान्य होगी?
- एक डिग्री प्राइवेट से या डिस्टेंस एजुकेशन से की हो, दूसरी डिग्री रेगुलर से हो तो ऐसे कैंडिडेट्स को नियुक्ति मिल सकेगी। प्राइवेट या डिस्टेंस एजुकेशन से दोनों डिग्री एक समय पर करने पर मान्य की जाएंगी।
सबसे ज्यादा किसे लाभ होगा?
- एक साथ दो डिग्री करने वाले ऐसे उम्मीदवार, जिन्होंने रेगुलर B.ed किया और इसी सत्र में पोस्ट ग्रेजुएशन किया। ऐसे लगभग 500 से ज्यादा उम्मीदवारों को लाभ होगा, जिन्होंने एक ही सत्र में दो-दो डिग्रियां ली हैं।
एलाइड सब्जेक्ट में पोस्ट ग्रेजुएशन करने पर किसे लाभ मिलेगा?
- कई उम्मीदवारों ने मेन सब्जेक्ट के सह विषय यानी एलाइड सब्जेक्ट से पोस्ट ग्रेजुएशन की डिग्री प्राप्त की। मेन सब्जेक्ट के पद पर भर्ती में शामिल हुए और मेरिट में स्थान प्राप्त किया, लेकिन दस्तावेज सत्यापन के समय इनकी नियुक्ति अटका दी। अब स्कूल शिक्षा विभाग ने निर्णय लेकर एक नई गाइडलाइन जारी की है। इसके तहत आने वाले कुछ कैंडिडेट्स की नौकरी की राह आसान हो गई है।
बायोलॉजी के एलाइड सब्जेक्ट से PG करने वाले किन उम्मीदवारों को फायदा?
- बायोलॉजी के एलाइड सब्जेक्ट (माइक्रोबायोलॉजी, बायोटेक्नॉलोजी, मॉलिक्यूलर बायोलॉजी, लिम्नोलॉजी, फिशरीज, बायोकेमिस्ट्री, एक्वॉकल्चर, बायोसाइंस आदि) से पीजी किया, लेकिन इन्हें नियुक्ति तब ही मिल सकेगी, जब इन्होंने ग्रेजुएशन में बॉटनी और जूलॉजी दोनों सब्जेक्ट की पढ़ाई की हो। लेकिन, इस शर्त से करीब 180 उम्मीदवारों को ही लाभ मिलेगा। यानी इन्होंने Bsc में बॉटनी और जूलॉजी तो पढ़ी, लेकिन Msc इन विषयों से नहीं कर एलाइड सब्जेक्ट से की।
सबसे ज्यादा कौन प्रभावित?
- एलाइड सब्जेक्ट में पोस्ट ग्रेजुएशन करने के बाद नियुक्ति नहीं मिलने वालों में सबसे ज्यादा संख्या बायोलॉजी विषय के लिए चयनित उम्मीदवारों की है। इनकी संख्या 300 से अधिक है। इनका कसूर सिर्फ इतना है कि इन्होंने पोस्ट ग्रेजुएशन बायोलॉजी के एलाइड सब्जेक्ट में की। अब विभाग ने जो ग्रेजुएशन स्तर पर बॉटनी और जूलॉजी दोनों सब्जेक्ट होने पर एलाइड सब्जेक्ट की पीजी डिग्री को शिक्षक भर्ती के लिए मान्य किया है, तो यह उसमें भी फिट नहीं बैठक रहे हैं। खास बात यह है कि बायोलॉजी विषय में टॉप रैंक प्राप्त करने वाली मीना पटले को भी नियुक्ति नहीं मिल सकेगी, क्योंकि बीएससी में बॉटनी और जूलॉजी दोनों विषय नहीं है। बीएससी में जूलॉजी, केमिस्ट्री और बायोटेक्नोलॉजी सब्जेक्ट थे।
एलाइड सब्जेक्ट क्या?
- यूजी-पीजी में कई विषयों के साथ उनकी शाखाएं भी पढ़ाई जाती हैं। इन्हें सह विषय (एलाइड सब्जेक्ट) कहा जाता है। सरकारी-गैर सरकारी कॉलेज और यूनिवर्सिटी में आर्ट्स, कॉमर्स और साइंस फैकल्टी में ये विषय शामिल हैं।
मेन सब्जेक्ट के इन एलाइड सब्जेक्ट होंगे मान्य
मेन सब्जेक्ट | एलाइड सब्जेक्ट |
मैथमेटिक्स | एप्लाइड मैथ्स, स्टेटिक्स, कंप्यूटेशनल मैथमेटिक्स , इंडस्ट्रियल मैथमेटिक्स , इंजीनियरिंग मैथमेटिक्स , मैथमेटिकल साइंस, प्योरमैथमेटिक्स । |
केमिस्ट्री | बायोकेमिस्ट्री, एप्लाइड बायोकेमिस्ट्री, इनवायरोमेंटल केमिस्ट्री, फिजिकल केमिस्ट्री, इनऑर्गेनिक केमिस्ट्री, ऑर्गेनिक केमिस्ट्री, इंडस्ट्रियल केमिस्ट्री, एनालिटिकल केमिस्ट्री। |
फिजिक्स | इलेक्ट्रानिक्स, एप्लाइड फिजिक्स, न्यूक्लियर फीजिक्स, मटेरियल फीजिक्स, मॉलिक्यूलर केमिस्ट्री। |
हिंदी | भाषा विज्ञान, अनुवाद विज्ञान, संस्कृत। |
संस्कृत/संस्कृत साहित्य | योगा। |
राजनीति शास्त्र | लोक प्रशासन, अंतर्राष्ट्रीय संबंध, मानव अधिकार। |
समाजशास्त्र | सोशल वर्क, मानव शास्त्र |
इतिहास | आधुनिक इतिहास, मध्यकालीन इतिहास, यूरोपियन हिस्ट्री, कंपोजिट हिस्ट्री। |
गृहविज्ञान | एमएचएससी, एक्सटेंशन एजुकेशन। |
कॉमर्स | अकाउंटिंग कॉमर्स, कॉस्ट अकाउंटिंग, फाइनेंस अकाउंटिंग |
अर्थशास्त्र | |
एमए कॉमर्स, लेखा प्रबंधन, एमकॉम ṇ-लेखांकन, एमकॉम- मैनेजमेंट,एमबीए -लेखांकन/वित्त, अकाउंटेंसी, एप्लाइड इकोनॉमिक्स, बिजनेस इकोनॉमिक्स, मॉस्टर ऑफ बिजनेस इकोनॉमिक्स। | |
अंग्रेजी | कोई भी एलाइड सब्जेक्ट नहीं है। |
उर्दू | कोई भी एलाइड सब्जेक्ट नहीं है। |
(नोट – इन एलाइड सब्जेक्ट से पीजी की डिग्री उसी शर्त पर मान्य की जाएगी, जब उम्मीदवार ने उसके मेन सब्जेक्ट को ग्रेजुएशन में पढ़ा हो। )
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