educationEducational News

डाटाबेस तैयार किया: ‘आ लौट चलें’ पढ़ाई छोड़ चुके 2 हजार विद्यार्थियों को मुख्य धारा में लाने के लिए, खोज रहे हैं शिक्षक Digital Education Portal

सरकारी स्कूलों के शिक्षक इन विद्यार्थियों को तलाश रहे

  • जिले में हाईस्कूल या हायर सेकंडरी तक पहुंचकर पढ़ाई छोड़ चुके बच्चों की तलाश
  • आ लौट चलें योजना में उन्हें हायर सेकंडरी या हाईस्कूल की परीक्षा पास करने का एक मौका मिला है इसे छोड़ें नहीं

जिले के 2 हजार से ज्यादा ऐसे बच्चों को तलाश किया जा रहा है, जो हाईस्कूल या हायर सेकंडरी तक पहुंचकर पढ़ाई छोड़ चुके हैं। सरकारी स्कूलों के शिक्षक इन विद्यार्थियों को तलाश रहे हैं। ऐसे विद्यार्थियों का एक डाटाबेस तैयार किया गया है, इस डाटाबेस में अंकित नाम और पते के आधार पर ही विद्यार्थियों को तलाश किया जा रहा है। इसकी वजह इनके अभिभावकों को समझाकर इन्हें आ लौट चलें योजना के तहत हाईस्कूल और हायर सेकंडरी की आयोजित की जाने वाली परीक्षा में शामिल किया जा सके। यह परीक्षा जून में होना संभावित है।

आ लौट चलें योजना मध्यप्रदेश : कक्षा 9 से 12 के शाला त्यागी drop out विद्यार्थियों के लिए खुशखबरी, शामिल हो सकते हैं बोर्ड परीक्षा में

आ लौट चलें योजना के तहत ड्रॉप आउट विद्यार्थियों को शिक्षा की मुख्य धारा में लाने की कोशिश की जा रही है, इसकी एक्सरसाइज एक माह से चल रही है। पहले सरकारी स्कूलों का पिछले 3 साल का डाटाबेस तैयार किया गया जिसमें ऐसे विद्यार्थी थे जिन्होंने 9वीं या 12वीं में फेल होने के बाद या फिर 9वीं और 11वीं के बाद पढ़ाई छोड़ दी थी, जो डाटाबेस तैयार किया गया उसमें जिले के 2 हजार से ज्यादा विद्यार्थी ऐसे थे जिन्होंने पढ़ाई छोड़ दी थी। इस डाटाबेस के आधार पर काम शुरू किया गया, तो उसमें ऐसे विद्यार्थी भी मिले जिन्होंने स्कूल छोड़ा, लेकिन इसके बाद व्यावसायिक शिक्षा अन्य पाठ्यक्रम में प्रवेश ले लिया था। ऐसे विद्यार्थियों की संख्या कम थी। इसके बाद जो विद्यार्थी बचे हैं उनके अभिभावकों से संपर्क कर बताया जा रहा है कि पढ़ाई पूरी करने से जीवन में क्या लाभ होगा, आ लौट चलें योजना में उन्हें हायर सेकंडरी या हाईस्कूल की परीक्षा पास करने का एक मौका मिला है इसे छोड़ें नहीं।

यह है खास बातें

  • मप्र राज्य ओपन स्कूल द्वारा आयोजित इस परीक्षा में माध्यमिक शिक्षा मंडल का सिलेबस लागू होगा।
  • जो विद्यार्थी परीक्षा में भाग लेंगे उनका नाम स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा तैयार कराए गए डाटा बेस में होना चाहिए। ऐसे विद्यार्थी जिनका नाम डाटाबेस में नहीं हैं, परंतु ड्रॉपआउट की परिभाषा में आते हैं डीईओ के प्रमाणीकरण के बाद इस परीक्षा में शामिल हो सकेंगे।

प्राइमरी डाटाबेस में ड्रॉप आउट हुए 2000 बच्चे सामने आए हैं

आ लौट चलें योजना के तहत 10वीं और 12वीं की परीक्षा में पूर्व में अनुत्तीर्ण होकर ड्रॉप आउट हो गए हैं परीक्षा देकर शिक्षा की मुख्य धारा में शामिल होंगे। इसकी परीक्षा जून में संभावित है। परीक्षा शुल्क भी नहीं लगेगा। प्राइमरी डाटाबेस में 2000 ऐसे बच्चे सामने आए हैं।
-अशोक दीक्षित, अतिरिक्त जिला परियोजना समन्वयक

Join whatsapp for latest update
खबरें और भी हैं…

हमारे द्वारा प्रकाशित समस्त प्रकार के रोजगार एवं अन्य खबरें संबंधित विभाग की वेबसाइट से प्राप्त की जाती है। कृपया किसी प्रकार के रोजगार या खबर की सत्यता की जांच के लिए संबंधित विभाग की वेबसाइट विजिट करें | अपना मोबाइल नंबर या अन्य कोई व्यक्तिगत जानकारी किसी को भी शेयर न करे ! किसी भी रोजगार के लिए व्यक्तिगत जानकारी नहीं मांगी जाती हैं ! डिजिटल एजुकेशन पोर्टल किसी भी खबर या रोजगार के लिए जवाबदेह नहीं होगा .

Team Digital Education Portal

Join telegram

Show More

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button
Close

Adblock Detected

Please Close Adblocker to show content