असाक्षर भरेंगे शिक्षा की उड़ान
चल रहा ‘पढ़ना-लिखना अभियान’
– साक्षरता दर बढ़ाने हेतु अभियान का संचालन
– 31 मार्च 2022 तक अभियान को किया जाएगा संचालन

भोपाल: मध्यप्रदेश सरकार अब अशिक्षितों को शिक्षा की मुख्यधारा से जोड़ने पर फोकस कर रही है. राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में वर्ष 2030 तक युवा एवं प्रौढ़ साक्षरता दर को 100 प्रतिशत पहुंचाने का लक्ष्य रखा गया है. इस लक्ष्य को हासिल करने में संस्थागत व व्यक्तिगत और सामाजिक संगठन से जुड़े सभी व्यक्तियों की महत्वपूर्ण भूमिका रहेंगी.
15 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के अशिक्षितों के लिए चलाया जा रहा अभियान
मध्य प्रदेश स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा अब 15 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के वयस्क ग्रामीण जनों शहरी युवाओं को शिक्षा की मुख्यधारा से जोड़ने के लिए प्रौढ़ साक्षरता मिशन प्राधिकरण भारत सरकार के निर्देश पर साक्षरता अभियान पढ़ना लिखना अभियान चलाया जा रहा है।
पढना लिखना अभियान 2022 –
पढना लिखना अभियान भारत में साल 2030 तक शत प्रतिशत साक्षरता पाने के लक्ष्य के साथ चलाया जा रहा है। इस अभियान के तहत देश में 15 वर्ष से अधिक आयु वाले 57 लाख से अधिक अनपढ़ लोगो को स्कूल कॉलेजों के शिक्षित युवाओं की मदद से साक्षर बनाने का काम किया जा रहा है। जिससे उन्हें बुनियादी शिक्षा जैसे यातायात चिह्न समझने, आवेदन पत्र भरने, समाचारपत्र का शीर्षक पढ़ने, चिट्ठी लिखने-पढऩे, दो अंकों का जोड़, घटाव, गुणा, भाग आदि की समझ मिल सके।
Padhna Likhna Abhiyan official guidelines pdf download –

चल रहा 'पढ़ना-लिखना अभियान'
- साक्षरता दर बढ़ाने हेतु अभियान का संचालन
- 31 मार्च 2022 तक अभियान को किया जाएगा संचालन
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वयस्क शिक्षा निती के अंतर्गत जारी पढना लिखना अभियान योजना के आधार पर एक नयी योजना जल्द ही आने वाली है। जिससे 15 वर्ष या उससे अधिक आयु के वे सभी लोग जो अनपढ़ हैं उन्हें आधारभूत शिक्षा से जोड़ा जा सकेगा। इसके लिए सत्र 2020-21 में 224.95 करोड़ रुपये का बजट प्रस्तावित है। जिसमे केंद्र और राज्य दोनों का योगदान शामिल किया गया है।
स्कूल शिक्षा राज्य मंत्री इंदर सिंह परमार ने मध्यप्रदेश में संचालित ‘‘पढ़ना-लिखना अभियान’’ और अप्रैल 2022 से प्रारम्भ होने वाले ‘नवभारत साक्षरता कार्यक्रम’ के संचालन के लिए प्रौढ़ शिक्षा मोबाइल एप का शुभारंभ किया. इस दौरान परमार ने कहा कि इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए सभी शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में 15 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के अशिक्षितों की निरक्षरता उन्मूलन के लिए “साक्षरता कार्यक्रम संचालित किया जा रहा है.

“नवभारत साक्षरता कार्यक्रम” अप्रैल 2022 से 2027 तक संचालित होगा
राज्यमंत्री परमार ने बताया कि भारत सरकार शिक्षा मंत्रालय द्वारा असाक्षरों को साक्षर करने हेतु मार्च 2022 तक पढ़ना-लिखना अभियान संचालित करने की स्वीकृति प्रदान की गई है. और इसके पश्चात् यह कार्यक्रम “नवभारत साक्षरता कार्यक्रम के नाम से अप्रैल 2022 से 2027 तक संचालित होगा. परमार ने दूरदराज के अक्षर साथियों से इस अभियान से जुड़ने और पंजीयन कराने की अपील की. उन्होंने कहा कि समाज में सभी लोगों को साक्षर बनाने के सरकार के अभियान में जुड़कर नए आत्म-निर्भर भारत के निर्माण में सहयोग दे. आपके सहयोग पर ही इस अभियान की सफलता निर्भर करती है.
ऐप से मिलेगी ये सुविधाएं
वहीं संचालक राज्य शिक्षा केंद्र धनराजू एस ने बताया कि ऐप के माध्यम से न केवल असाक्षरों का चिन्हांकन, सत्यापन और बुनियादी साक्षरता कक्षाओं का संचालन हो सकेगा, वहीं अक्षर साथियों के पठन-पाठन कराने वाले स्वयंसेवक को पठन-पाठन सामग्री मार्गदर्शिका उपलब्ध हो सकेगी. इसके अतिरिक्त असाक्षरों के मूल्यांकन परीक्षा प्रबंधन आदि कार्य भी हो सकेंगे. यह ऐप ‘पढ़ना-लिखना अभियान’ के अंतर्गत एनआईसी के सहयोग से विकसित किया गया है. राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय के सहयोग से बुनियादी साक्षरता मूल्यांकन परीक्षा आयोजित कर सफल नवसाक्षरों को प्रमाण पत्र प्रदान किये जाएगें. इसके साथ ही अक्षर साथियों को समय-समय पर उत्तम योगदान के लिए पुरस्कार और प्रशस्ति पत्र प्रदान किये जाएगे. इस अवसर पर राज्य मंत्री परमार को धनराजू ने ड्रॉपआउट बच्चों के पाठशाला प्रवेश की सफलता की कहानियों पर आधारित “शाला का द्वार” पुस्तक भेंट की.
युवाओं को प्रेरित करने के लिए “अक्षर साथी” करेंगे सहयोग
प्रदेश में साक्षरता की स्थिति को ध्यान में रखते हुए प्रदेश के अलिराजपुर, बड़वानी एवं झाबुआ जिलों में सघन अभियान चलाया जाएगा. इस अभियान में युवाओं को प्रेरित करने के उद्देश्य से विभिन्न सरकारी, गैर सरकारी संगठनों संस्थाओं और इच्छुक व्यक्तियों जैसे- स्थानीय शिक्षक सेवानिवृत्त सरकारी कर्मचारी स्थानीय शिक्षित व्यक्ति एन. सी.सी. एन.एस.एस. स्काऊट गाइड एवं शिक्षा महाविद्यालयों के प्रशिक्षणार्थी आदि का सहयोग लिया जाएगा.इन्हें “अक्षर साथी” कहा जाएगा.
आप पढना लिखना अभियान की ऑफिसियल गाइड लाइन की आधिकरिक PDF नीचे दी गयी लिंक से डाउनलोड करके पढ़ सकते हैं –ऑफिसियल गाइड लाइन Download Link
पढ़ना लिखना अभियान के लाभ –
- यह अभियान देश में शिक्षा दर को बढ़ाने में मदद करेगा।
- देश में 2030 तक 100 प्रतिशत साक्षरता दर पहुँचाने में यह अभियान मुख्य भूमिका निभाएगा।
- 15 वर्ष या उससे अधिक आयु के लोगों को मुफ्त में बुनियादी शिक्षा मिल सकेगी।
- इस अभियान से देश में शिक्षा से जुड़े अन्य अभियान चलाने में मदद मिलेगी।
मध्य प्रदेश स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा पढ़ना लिखना अभियान 31 मार्च 2022 तक संचालित किया जाएगा।
रा.शि. के. भोपाल से प्राप्त निर्देशानुसार युवा एवं प्रौढ़ साक्षरता मिशन प्राधिकरण भारत सरकार द्वारा प्रदेश में साक्षरता दर बढ़ाने के लिए समस्त शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में 15 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के वयस्क जौ औपचारिक शिक्षा प्राप्त नहीं कर पाए एवं औपचारिक शिक्षा प्राप्त करने की उम्र पार कर चुके हैं, उनकी निरक्षरता उन्मूलन के लिए समग्र साक्षरता कार्यक्रम अंतर्गत पढ़ना-लिखना अभियान मार्च 2022 तक संचालित किया जा रहा है ।
असाक्षरों को बुनियादी एवं कार्यात्मक साक्षरता प्रदान की जाएगी
पढ़ना-लिखना अभियान के तहत अक्षर साथियों द्वारा जिले के ग्राम / वार्ड में निरक्षरों को पठन-पाठन कार्य कराया जाकर उन्हें साक्षर बनाया जा रहा है। इसी कड़ी में जिले द्वारा निरक्षरों को पढ़ना-लिखना के साथ-साथ ई-दक्षता के विषय पर भी प्रति सप्ताह में 01 दिवस सायं 6.00 से 9.00 बजे के मध्य प्रशिक्षित किया जावेगा।