सड़क सुरक्षा समिति: 14 महीने पहले फ्रीगंज पोर्च से अतिक्रमण हटाने सहित कई निर्णय हुए थे, अब तक अमल नहीं, कल फिर बैठक Digital Education Portal
[ad_1]
समस्याएं भी जस की तस, क्योंकि जिम्मेदारों ने अमल नहीं किया।
नानाखेड़ा से संचालित होने वाली बसों को देवासगेट बस स्टैंड से नहीं चलने दिया जाएगा और फ्रीगंज में पोर्च से अतिक्रमण हटाए जाएंगे। इनके सहित कई निर्णय करीब 14 महीने पहले (8 अक्टूबर 2020) को सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में हुए थे। अध्यक्षता करने वाले सांसद अनिल फिरोजिया ने जिम्मेदारों से पूछा था कि मुझे इन निर्णयों के बारे में रिजल्ट कब मिलेगा?
अधिकारियों का जवाब था एक सप्ताह में। हैरत यह कि लंबे समय के बाद भी स्थिति यथावत है। इस बीच 18 दिसंबर की दोपहर 12 बजे पुन: समिति की बैठक मेला कार्यालय के सभाकक्ष में होने जा रही है। सवाल यह कि घंटों तक होने वाली इस बैठक में जो निर्णय होते हैं उन पर अमल क्यों नहीं होता।
तब की बैठक में जनप्रतिनिधियों ने मुख्य रूप से दो बातों पर आपत्ति भी जताई थी। बोले थे कि बाहर से महाकाल दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालुओं को बायपास पर रोक अवैध वसूली चल रही है, जिससे हमारी छवि खराब हो रही है, अधिकारी इसे गंभीरता से लें, अन्यथा कार्रवाई के लिए तैयार रहें।
इसके अलावा जनप्रतिनिधियों ने बैठक में कहा था कि नानाखेड़ा से चलने वाली बसें भी देवासगेट बस स्टैंड से चल रही हैं, यह सेटिंग नहीं चलेगी। इस पर अधिकारियों ने सुधार करवाने का भरोसा दिलाया था। आशंका है कि शनिवार को होने वाली बैठक में इनके सहित कई मुद्दों पर भी बातें हो सकती हैं।
उक्त बैठक में तब यातायात व्यवस्था में सुधार से जुड़े कई निर्णय लिए गए थे लेकिन अधिकतर पर अमल नहीं हो पाया है। लिहाजा शहर में ये समस्याएं जस की तस बनी हुई हैं। इधर चर्चा है कि होने वाली बैठक में टाटा कंपनी द्वारा सड़कों को समय रहते दुरुस्त नहीं करने को लेकर भी सदस्यों द्वारा आपत्ति ली जाएगी।
इधर, सांसद अनिल फिरोजिया का कहना है कि सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में अधिकारियों से पूछा जाएगा कि पिछली बैठक में जो निर्णय लिए गए थे उनके बारे में क्या कार्रवाई की। पालन प्रतिवेदन पर बिंदुवार चर्चा करेंगे।
रिकॉल : यह हुए प्रमुख निर्णय, अभी क्या स्थिति
निर्णय : फ्रीगंज क्षेत्र में पोर्च से, आश्रय होटल रोड, महामृत्युंजय द्वार से महाकाल तक और मकोड़ियाआम नाका क्षेत्र से अतिक्रमण हटाए जाएंगे। क्योंकि इनसे यातायात अवरुद्ध होता है।
क्या हुआ : इक्का-दुक्का अतिक्रमण हटाए थे, लेकिन यथा स्थिति बनी हुई है। कार्रवाई की जरूरत है।
निर्णय : मुहिम चलाकर आवारा मवेशी को पकड़कर अन्य जिलों की गौशालाओं में भिजवाया जाएगा।
क्या हुआ : सड़कों पर आवारा मवेशियों का जमघट लगा रहता है, वाहन चालक व राह चलतों को हादसों का भय बना रहता है।
निर्णय : टाटा कंपनी सीवरेज के लिए जो गड्ढे खोद रही है उन्हें तत्काल ठीक करवाना सुनिश्चित किया जाएगा। मॉनिटरिंग निगम करेगी। क्या हुआ : ज्यादा सुधार नहीं है। अभी भी लोग खुले गड्ढों से परेशान हैं। हालांकि निगम की तरफ से कंपनी पर पैनल्टी की कार्रवाई की गई है।
निर्णय : शहर के अनावश्यक स्पीड ब्रेकर को निगम व यातायात का अमला चिह्नित कर हटाने की कार्रवाई करेगा। क्या हुआ : वैसी ही स्थिति बनी हुई है। छोटी-छोटी गली व सड़कों पर अनावश्यक स्पीड ब्रेकर बने हुए हैं।
निर्णय : ऑटो रिक्शा के लिए स्टैंड तय किए जाएंगे। शहर की जनसंख्या के अनुपात में इनकी संख्या तय होगी। क्या हुआ : अवैध ऑटो रिक्शा के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। शहर में चलने वाले 5800 ऑटो में से करीब 3600 के पास ही दस्तावेज हैं, बाकी अवैध रूप से संचालित है।
हमारे द्वारा प्रकाशित समस्त प्रकार के रोजगार एवं अन्य खबरें संबंधित विभाग की वेबसाइट से प्राप्त की जाती है। कृपया किसी प्रकार के रोजगार या खबर की सत्यता की जांच के लिए संबंधित विभाग की वेबसाइट विजिट करें | अपना मोबाइल नंबर या अन्य कोई व्यक्तिगत जानकारी किसी को भी शेयर न करे ! किसी भी रोजगार के लिए व्यक्तिगत जानकारी नहीं मांगी जाती हैं ! डिजिटल एजुकेशन पोर्टल किसी भी खबर या रोजगार के लिए जवाबदेह नहीं होगा .
Team Digital Education Portal
शैक्षणिक समाचारों एवं सरकारी नौकरी की ताजा अपडेट प्राप्त करने के लिए फॉलो करें |
||
---|---|---|
Follow Us on Telegram @digitaleducationportal @govtnaukary |
Follow Us on Facebook @digitaleducationportal @10th12thPassGovenmentJobIndia |
Follow Us on Whatsapp @DigiEduPortal @govtjobalert |
Discover more from Digital Education Portal
Subscribe to get the latest posts to your email.