राज्य शिक्षा केंद्र भोपाल द्वारा शाला विकास योजना वर्ष 2021 22 SDP बनाने के लिए नई शिक्षा नीति के अंतर्गत आवश्यक दिशा निर्देश जारी किए हैं।
स्कूलों में इस वर्ष शाला विकास योजना को नई शिक्षा नीति के अंतर्गत दिए गए सुझाव को शामिल करते हुए तैयार करना होगा। इसके लिए राज शिक्षा केंद्र द्वारा नई शिक्षा नीति के महत्वपूर्ण सुझाव को समस्त डीपीसी को भेजा गया है।
शाला विकास योजना की प्रक्रिया
• सबसे पहले ग्राम की प्रोफाइल तैयार करने, जिसमें गांव में उपलब्ध मानवीय एवं भौतिक संसाधन, मूल्य व्यवसाय त्यौहार, मैले) आदि की जानकारी तैयार की जाए।
- विद्यालय में उपलब्ध संसाधनों तथा आवश्यकताओं की स्थिति दर्शाने के लिए स्कूल की प्रोफाइल बनाए।
- पालकों व स्थानीय समुदाय को अवगत कराये कि आपके पास क्या क्या ससाधन है शाला को अच्छा बनाने को कौन कौन से ससाधन चाहिए? वांछित संसाधनों की सूची बनाए।
- यह भी विचार करें कि कौन से संसाधन समुदाय से प्राप्त हो सकते हैं। कौन व्यक्ति इसकी जिम्मेदारी लेगा यह भी तय करें।
- विद्यालय से जुड़े सभी पक्षों की योजना सबको मिलाकर बनानी होगी व उस पर अमल करना होगा।
- बनाई गई कार्य योजना के लिए बच्चों शिक्षकों व पालकों को पृथक-पृथक टीम बनानी होगी।कार्य का वितरण इस प्रकार करना होगा कि हर व्यक्ति को पता हो कि उसे कौन सा कार्य का करना है? किसके सहयोग से करना है।
- शाला विकास योजना तैयार करने के पूर्व बच्चों, एस.एम. सी. व साथी शिक्षकों से पृथक-पृथक चर्चा कर शाला की वर्तमान स्थिति एवं चाही गई स्थिति का निर्धारण कर प्रक्रिया, उत्तरदायित्व एवं समयावधि तय करनी होगी।
शाला विकास योजना एसडीपी प्रपत्र 1

ग्राम प्रोफाइल प्रपत्र

शाला प्रोफाइल प्रपत्र एसडीपी

बच्चों की प्रोफाइल का प्रपत्र

शाला में दर्ज बच्चों की संख्या

शाला में पदस्थ शिक्षकों की जानकारी

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शाला विकास के विभिन्न आयामों की स्थिति


शाला विकास योजना प्रपत्र


शाला विकास योजना प्रपत्र 2



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