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साइबर क्राइम या डिजिटल फ्रॉड – शिकायत कैसे और कहा करे

अगर आप साइबर क्राइम , साइबर फ्राड, डिजिटल फ्रॉड के शिकार हुवे हैं या किसी ने आपके पेसे धोखाधड़ी से खाते से निकाल लिए हैं | ऐसी स्थिति में आपने देखा होगा कि जिस व्यक्ति के साथ घटना घटित होती है वह झिझक और शर्मिंदगी के कारण किसी और व्यक्ति विशेष यहां तक कि परिवार वालों से भी इसके बारे में चर्चा करना उचित नहीं समझता है ।

यही कारण है कि आज साइबर क्राइम दिनों दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है और ऐसे साइबर हैकर के हौसले बुलंदियों को छू रहे हैं | आज के समय में जिस प्रकार से डिजिटल इंडिया की तरफ हम बढ़ रहे हैं उसी तरीके से हमें डिजिटल टेक्निक्स के बारे में भी जानकारी होना अति आवश्यक हो गया है|

चलिए आप समझते हैं कि साइबरक्राइम से कैसे बचा जा सकता है अगर हमारे साथ साइबर क्राइम हुआ है तो हम क्या करें और क्या ना करें इन सब मुद्दों पर आज हम इस आर्टिकल में चर्चा करेंगे बने रहिए हमारे साथ आर्टिकल को अंत तक जरूर पढ़े !

ऐसी स्थिति में आप क्या करें क्या ना करें?

यदि आप किसी ऑनलाइन प्लेटफॉर्म से कोई सामग्री क्रय करना चाहते हैं और कंपनी उस पर ऑफर देती है तो आपको कोई भी सामग्री खरीदने से पहले उस वेबसाइट या लिंक की जांच अवश्य कर लेना चाहिए। कई बार ऐसा होता है कि हम जल्दबाजी में हमारे पास भेजी गई कोई लिंक जिसमें की हमें बहुत बड़ा लालच दिया गया हो जैसे कि फ्री रिचार्ज ऑफर, 50000 का मोबाइल केवल 5000 में या 1000 जमा करने पर 2,000 वापस मिलना, या कोई सामग्री फ्री में प्राप्त होना चाहे वह किसी भी प्रकार का ऑफर दे तो कृपया करके आप सबसे पहले उस लिंक की जांच कर लेवे |

फर्जी वेबसाइट से कैसे बचे

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website की सत्यता की जांच करना

फ़र्ज़ी वेबसाइट: इन वेबसाइटों के नाम और इंटरनेट ऐड्रेस (URLs) ऐसे हो सकते हैं जैसे flipkart.dhamaka-offers.com, flipkart-bigbillion-sale.com एवं अन्य। ऐसी वेबसाइटें समान दिखने वाले और समान-उच्चारण वाले नामों का उपयोग करके फ़्लिपकार्ट के साथ जुड़े होने का दिखावा करती हैं। हालांकि, वे फ़्लिपकार्ट द्वारा अधिकृत नहीं होती हैं।
फर्जी वेबसाइट किसी अन्य वेबसाइट जेसे फ्लिपकार्ट , Amazon , Online Banking आदि की कॉपी होती है लेकिन उनका डोमेन नाम ओरिजिनल से मिलता जुलता हो सकता हैं तथा ऐसी वेबसाइट सिक्योर नही होती हैं !

चेक ssl सर्टिफिकेट

इसके लिए ब्राउज़र में एड्रेस बार चेक करे वहा वेबसाइट का जो एड्रेस दिया होता हैं वही dot के बाद वाला हिस्सा डोमेन कहलाता हैं जेसे की अगर में sbi की नेट बैंकिंग का उपयोग कर रहा हु तो उसका ओरिजिनल डोमेन है https://www.onlinesbi.com/
यहाँ आपको https दिखाई दे रहा हैं जो ssl सर्टिफिकेट होने का प्रमाण हैं अर्थात यह वेबसाइट सिक्योर हैं | आप डोमेन नाम को भी चेक कर सकते हैं एड्रेस बार में जो एड्रेस दिया होता हैं वाही डोमेन नाम हैं जेसे की सभी सरकारी वेबसाइट के अंत में .gov.in होता हैं ये डोमेन हैं जेसे https://mp.gov.in/ |
ssl सर्टिफिकेट का पता करने के लिए अगर वेब एड्रेस के पहले लॉक का आइकॉन बना हैं तो वो वेबसाइट सिक्योर हैं !

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धोखाधड़ी होने पर complain शिकायत कहा करे

अगर आपके साथ साइबर क्राइम या धोखाधड़ी हुई हैं तो घबराये नहीं तो तत्काल इसकी ऑनलाइन शिक्यायत गृह मंत्रालय भारत सरकार National Cyber Crime Reporting Portal की वेबसाइट https://cybercrime.gov.in/ पर तत्काल करे !
हेल्पलाइन नंबर  Helpline Number – 155260

 09:00 AM To 06:00 PM पर कॉल करे

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