WHO की फर्जी वेबसाइट बनाकर COVID-19 टीकाकरण सावधान 4000 से ₹6000 की पेशकश के साथ कोरोना टीका लगाने के लिए ऑनलाइन अप्वाइंटमेंट pib fact check

नई दिल्ली, एजेंसी। COVID-19 टीकाकरण अपॉइंटमेंट के बारे में गलत सूचना फैलाने वाली स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय (MOHFW) की फर्जी वेबसाइट अब ब्लॉक कर दी गई है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने शुक्रवार को एक ट्वीट में जानकारी दी कि नकली वेबसाइट mohfw.xyz को ब्लॉक कर दिया गया है।
सरकार ने कहा कि मामला दर्ज कर लिया गया है और मामले के संबंध में जांच शुरू कर दी गई है। ट्वीट में, स्वास्थ्य मंत्रालय ने लोगों से सतर्क रहने का आग्रह किया और उन्हें इस तरह की धोखाधड़ी वाली वेबसाइटों से दूर रहने का आगाह किया है। स्वास्थ्य मंत्रालय की फर्जी वेबसाइट, मूल स्वास्थ्य मंत्रालय की वेबसाइट-mohfw.gov.in जैसी दिखती है।
केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावडेकर ने भी इस बारे में जानकारी दी और लोगों को सतर्क रहने की अपील की। उन्होंने कहा कि एक नकली टीकाकरण पंजीकरण वेबसाइट का भंडाफोड़ किया गया है, जो COVID19 वैक्सीन के लिए धन एकत्र करती थी। हमारी जांच के आधार पर इसे ब्लॉक कर दिया गया है।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने ट्वीट किया, ‘साइट mohfw.xyz को ब्लॉक कर दिया गया है। एक मामला दर्ज किया गया है और जांच की जा रही है। कृपया सतर्क रहें। इस तरह की फर्जी वेबसाइटों के बहकावे में न आएं।’
स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय की फर्जी वेबसाइट ने लोगों को बताया था कि अब उनके पास भारत में COVID-19 टीकाकरण के लिए अपॉइंटमेंट बुक करने का विकल्प है। वही, इसी का फायदा उठाते हुए फर्जी वेबसाइट ‘mohfw.xyz’ ने स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय की आधिकारिक वेबसाइट को लागू किया और 4,000-6,000 रुपये में COVID-19 वैक्सीन की पेशकश करने का दावा किया गया।
नकली वेबसाइट को बिलकुल असली वेबसाइट की तरह बनाया गया, जो लोगों में भ्रम पैदा करता है। नकली वेबसाइट में भी स्वास्थ्य मंत्रालय की मूल वेबसाइट की तरह ही सभी सामग्री है। फर्जी खबर को पीआईबी द्वारा एक तथ्य की जांच से हटा दिया गया था।
#Covid19Update
The site 'https://t.co/l715QloBwO' has been blocked. A case is registered and investigation taken up.
Please be cautious. Do not fall prey to such fraudulent websites.@PMOIndia @drharshvardhan @AshwiniKChoubey @PIBFactCheck @mygovindia @DDNewslive https://t.co/g6Efori7tq— Ministry of Health (@MoHFW_INDIA) February 12, 2021